USAID मामले में ख़ुफ़िया एजेंसी ने शुरू की अपनी जांच, मोदी सरकार पर उठेंगे कई सवाल

USAID मामले में ख़ुफ़िया एजेंसी ने शुरू की अपनी जांच, मोदी सरकार पर उठेंगे कई सवाल

रणधीर जायसवाल ने कहा है कि संबंधित विभाग और अधिकारी कुछ अमेरिकी गतिविधियों और वित्त पोषण के संबंध में अमेरिकी प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी की जांच कर रहे हैं।

 

USAID: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्या 2024 लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल करने से बच गए और क्या इसके पीछे विदेशी हाथ था? पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के बाद नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री तो बन गए हैं लेकिन उनको इसके लिए नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड और चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी से समर्थन हासिल करना पड़ा लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव के बहुमत के लिए जरूरी 272 सीटों से भाजपा करी पट्टी सिम पीछे रह गई थी। भाजपा को चुनाव में कुल 240 सिम हासिल हुए थे अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कुलसी से यह सवाल उठने लगे हैं कि पीएम मोदी का बहुमत तक नहीं पहुंच पाने की वजह क्या USAID थी जिसे किसी और को सत्ता मिलने के लिए इस्तेमाल किया गया था।

 

ट्रंप ने किए बड़े खुलासे

 

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने साफ कह दिया है कि यूएसएड यानी भारत में वाटर टर्न आउट के नाम पर दी गई कि मिलियन डॉलर की राशि भारत में नरेंद्र मोदी की जगह किसी और को सत्ता में लाने का प्रयास था यह राष्ट्रीय अमेरिकी का पूर्व राष्ट्रपति जो बिडेन की ओर से भारत में एक ऊंजियों की दी गई थी फुल स्टांप ट्रंप ने साफ तौर पर कहा है कि अगर यह पीएम मोदी को सत्ता से हटाने के लिए नहीं था तो क्या था ट्रंप ने सवाल किया कि आखिर जो बेदन को अमेरिका के बजाय भारत में वाटर टर्न आउट की चिंता क्यों थी ट्रंप ने कहा कि मेरे विचार से यह साफ तौर पर रिश्वत थी जिसे मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए दी गई थी।

 

क्या है डीप स्टेट?

 

ट्रंप की कुलसी से साफ है कि भारत में डीप स्टेट यानी कि सत्ता परिवर्तन करने की साजिश के तहत विदेशी हस्तक्षेप किया जा रहा था। भारतीय विदेश मंत्रालय भी एलन मस्क और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप कैसे कुलसी के बाद हैरान है विदेश मंत्रालय ने यूएसएड पर अपना पहला रिएक्शन देते हुए इस पर गहरी चिंता जाहिर की है।

 

खुफिया एजेंसियों की जांच शुरू

रणधीर जायसवाल ने कहा है कि संबंधित विभाग और अधिकारी कुछ अमेरिकी गतिविधियों और वित्त पोषण के संबंध में अमेरिकी प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी की जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि हमने अमेरिकी प्रशासन द्वारा कुछ अमेरिकी गतिविधियों और वित्त पोषण के संबंध में दी गई जानकारी अच्छी है यह स्पष्ट रूप से बहुत परेशान करने वाली है जायसवाल ने कहा है कि इस भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप की चिंताएं पैदा हो गई हैं संबंधित विभाग रिजेंसियां इस मामले की जांच कर रही हैं।