वोट देने की बजाय लोगों ने नोटा दबाने में रहे आगे
वोट देने की बजाय लोगों ने नोटा दबाने में रहे आगे
- जिले के तीनों हलकों में 22 उम्मी दवारों को नोटा से भी कम मत मिले
डेेराबस्सी में सबसे ज्यादा नोटा का प्रयोग हुआ, जबकि खरड़ में हुआ कम प्रयोग
मोहाली। जिले के तीनों विधानसभा हलकों में चालीस उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन फिर भी लोगों ने नोटा पर अधिक विश्वास दिखाया है। करीब 22 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन्हें की नोटा से भी कम मत मिले हैं। नोटा प्रयोग करने में डेराबस्सी हलका नंबर एक तो हलका खरड़ आखिरी नंबर पर है। जानकारी के मुताबिक विधानसभा हलका मोहाली में कुल नौ उम्मीदर थे। इस सीट पर पहली बार एक किन्नर भी चुनावी मैदान में था। मोहाली विधानसभा हलके में 1192 वोट मिले हैं। जबकि तीन उम्मीदवारों को नोटा से कम मिले हैं। उन्हें 303 से लेकर 947 मत मिले। जबकि हलका खरड़ में 734 लोगों ने नोटा का प्रयोग किया। इसमें सात उम्मीदवार को 733 के बीच मत मिले। इसी तरह खरड़ में 14210 लोगों ने नोटा का प्रयोग किया है। जबकि दस उम्मीदवारों को 260 से 1125 के बीच मत मिले।
संयुक्त समाज मोर्चे का निरशाजनक प्रदर्शन
कृषि कानूनों के खिलाफ चले संघर्ष के बाद किसानों ने संयुक्त समाज मोर्चें का गठन किया था। साथ ही चुनावी मैदान में अपने उम्मी दवार थे। लेकिन चुनाव में जिस तरह के कयास लगाए जा रहे थे। उस हिसाब से उन्हें सफलता नहीं मिल पाई है। अधिकतर सीटों पर सारे उम्मीदवार पांच हजार को पार नहीं कर पाए है।
पार्षद का चुनाव हारने वाले बन गए विधायक
पंजाब के सबसे अमीर व आप के उम्मीदवार कुलवंत सिंह पेशे से रियल एस्टेट कारोबारी है। वह नगर निगम के पूर्व मेयर रह चुके है। उन्होंने चुनाव कांग्रेस की टिकट पर लगातार तीन बार विधायक बने बलबीर सिंह सिदधू को हराया है। हालांकि इससे पहले कुलवंत सिंह पार्षद का चुनाव हार गए थे। लेकिन इस बार उन्होंने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए।