"देवी देवताओं की कथा श्रवण व्यक्ति के ग्रहों के दुष्प्रभाव कम करते हैं"

Listening to the Stories of Gods and Goddesses
वर्तमान में जिएं, वर्तमान का विवेक रखें : जगद्गुरु श्री वसंत विजयानंद गिरी जी महाराज
देश विदेश से पहुंचे श्रद्धालुओं तथा वैश्विक स्तर पर थॉट योगा से हनुमानजी के दिव्य शक्तिपात से कराया दैवीय दृष्टांत दर्शन का अनुभव
हल्द्वानी के विधायक हृदयेश व आईपीएस स्कूल के बल्यूटिया ने लिया आशीर्वाद
हल्द्वानी। Listening to the Stories of Gods and Goddesses: नदी बहती हुई ही अच्छी लगती है, नदी का किसी से कोई संबंध नहीं होता। इसी प्रकार भी साधु संत भी धर्म पताका लिए विचरण करते हुए सर्वमान्य अच्छे लगते हैं। यह कहा परमहंस परिव्राजकाचार्य अनन्त श्री विभूषित कृष्णगिरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु 1008 परम पूज्यपाद श्री वसन्त विजयानन्द गिरी जी महाराज ने। वे बोले, व्यक्ति को वर्तमान में जीना चाहिए। वर्तमान का ही विवेक रखना चाहिए, तभी निश्चित ही भविष्य उज्जवल बनेगा। यहां एमबीपीजी इंटर कॉलेज ग्राउंड में श्रीदेवी भागवत कथा महापुराण कथा यज्ञ पूजा महोत्सव में उन्होंने कहा कि सांसारिक व्यक्ति कितना जीता है यह मायने नहीं रखता वह कैसे जीता है यह मायने रखता है। प्रकृति के नियम को अटल बताते हुए पूज्यपाद जगद्गुरु ने कहा कि प्रकृति भी संतों का सदैव मंगल ही करती है। सत्संग के मुख्य द्वार को मनुष्य की दो आंखें बताते हुए उन्होंने कहा कि पूजा पाठ आराधना अनुष्ठान हो या सिद्ध संतों के श्रीमुख से देवी देवताओं की कथा श्रवण यह सभी व्यक्ति के ग्रहों के दुष्प्रभाव को कम करते हैं। परम प्रतापी हनुमान जी के जन्मोत्सव प्रसंग की बधाई शुभकामनाएं देते हुए पूज्य गुरुदेवश्रीजी ने कहा कि ज्ञानियों में सर्वश्रेष्ठ संस्कारी बलशाली के रूप में प्रभु श्रीराम की सेवा भक्ति का सबसे बड़ा उदाहरण केसरी नंदन को ही कहा जाता है। इस दौरान सामूहिक रूप से संगीतमय हनुमान चालीसा का पाठ हुआ। पवनसुत अंजनी कुमार के 1008 नाम से जगद्गुरु ने अतिदिव्य दैवीय दृष्टांत दर्शन का अनुभव उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं एवं वैश्विक स्तर के थॉट योगा पर यूट्यूब से लाइव देख रहे गुरु भक्तों को भी कराया। बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों ने अपने दिव्य चमत्कारिक अनुभवों को भी साझा किया।
श्री पार्श्व पद्मावती शक्तिपीठ तीर्थ धाम तमिलनाडु के हल्द्वानी उत्तराखंड चैप्टर के प्रमुख हेमंत पांडे ने बताया कि प्रतिदिन प्रात: से जप पूजा आराधना साधना के क्रम से शुरू हुए महोत्सव में शाम को काशी के विद्वान पंडितों के माध्यम से सर्व सिद्धि प्रदायक सर्व देवी देवता महायज्ञ में आहुतियां दी गई। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण यूट्यूब चैनल थॉट योगा एवं आस्था पर लाइव प्रसारित किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने बताया कि शनिवार को हल्द्वानी के कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश व आईपीएस स्कूल के चेयरमैन दीपक बल्यूटिया ने बतौर अतिथि कार्यक्रम में शामिल हुए। बेंगलूरु के गुरुभक्त अश्विन सेमलानी ने भी पूज्य गुरुदेवश्री का वंदन कर आशीर्वाद लिया। विभिन्न व्यवस्थाओं में हेमंत पांडे के साथ दिनेश पांडे, प्रमोद पांडे, पंकज पांडे, नरेश साजवानी, विजय चौधरी, महेश खुल्बे, डॉ मंजुल कांडपाल, रमेश कांडपाल, संदीप बिनवाल, हेमा पांडे, स्वाति पांडे, लीजा पांडे, नीलांश पांडे, यतिन पांडे, भुवन जोशी, धर्मेंद्र पाण्डे, छितिज पाण्डे, करन चौधरी, खष्टी नंद जोशी, डिप्टी सिंह आदि ने सहयोग किया।
श्रद्धालुओं को मिला रक्षा सूत्र अभिमंत्रित लाल धागा, हुए हनुमानजी के दर्शन
इससे पूर्व आयोजन स्थल पर आगंतुक श्रद्धालुओं को कुलदेवता, ईष्टदेवता की दिव्य कृपा प्रदायक दिव्य मंत्रों की गूंज ने अभिभूत किया। इस दौरान निःशुल्क प्रदान किए गए अभिमंत्रित लाल धागे में गांठ देकर कलाई में बांधने का विशेष मंत्र अनुष्ठान भी कराया गया। हेमंत पांडे ने बताया कि पूज्यपाद जगद्गुरु की निश्रा में शनिवार को हनुमान जयंती विशेष पूज्य गुरुदेवश्रीजी द्वारा श्री हनुमानजी के 1008 नामों का विशेष पाठ के साथ हनुमानजी की कृपा से आरोग्य, ऐश्वर्य, बल, सुख-शांति, शत्रु बाधा, भूत-प्रेत बाधा, ऋण बाधा आदि से मुक्ति का अपूर्व अवसर विशेष पूज्य गुरुदेव की दिव्य सिद्धि द्वारा भक्तों को हुआ, श्रीहनुमानजी के दिव्य प्रत्यक्ष दर्शन कर अनेक भक्तों के रोंगटे खड़े हो गए।
ऐतिहासिक चमत्कारिक भक्तिमय आयोजन की संपन्नता पर भावुक हुए श्रद्धालु
देवभूमि उत्तराखंड राज्य की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले हल्द्वानी शहर में पहली बार ऐतिहासिक रूप से अनेक दिव्य चमत्कारों के साथ भक्तिमय माहौल में 14 दिनी श्रीदेवी भागवत महापुराण कथा यज्ञ पूजा महोत्सव की संपन्नता पर स्थानीय ही नहीं देश के विभिन्न राज्यों तथा विदेशों में नेपाल मॉरीशस जापान दुबई लंदन अमेरिका आदि शहरों से आए गुरुभक्त भी भावविभोर हो गए। इस दौरान पूज्यपाद जगद्गुरु की आशीर्वादी कृपा से अनेक श्रद्धालुओं के रुके हुए अथवा बिगड़े हुए काम हुए तो वर्षों से विभिन्न दुख रोग संकटों से निजात भी मिली। भावुक हुए गुरुभक्तों ने पूज्य गुरुदेवश्रीजी के समक्ष नम आंखों से वंदनीय शीश नवा कर एवं क्षमा प्रार्थना कर गगनचुंबी जयकारे भी लगाए।
जगद्गुरु 18 को बिलासपुर एवं 23 को उज्जैन में..
हेमंत पांडे ने बताया कि पूज्य पाद जगद्गुरु श्री वसंत विजयानंद गिरी जी महाराज आगामी 18 अप्रैल को छत्तीसगढ़ राज्य के बिलासपुर प्रवास पर रहेंगे। इस दौरान श्री चक्र महामेरु पीठाधीपति श्री सच्चिदानंद तीर्थ महास्वामीजी महाराज के निमंत्रण पर राजगोपुरम स्थित श्री राजराजेश्वरी मंदिर के भूमिपूजन समारोह में दिव्य सानिध्य प्रदान करेंगे। उन्होंने बताया कि इसके बाद पूज्य गुरुदेवश्रीजी मध्य प्रदेश स्थित बाबा श्री महाकाल की नगरी उज्जैन में निर्माणाधीन श्री रत्नेश्वर महादेव मंदिर में 23 अप्रैल को विशेष समय मुहूर्त में विश्व के सबसे विशाल एवं बड़े 3200 किलो की अष्टधातु से निर्मित भगवान गणपतिजी के विग्रह प्रतिमा का प्रवेश कराएंगे। इसके बाद 29 अप्रैल तक भक्त वत्सल जगद्गुरु श्रीजी देवी अहिल्याबाई की पावन नगरी इंदौर प्रवास पर रहेंगे।