दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: आप ने मादीपुर सीट से राखी बिड़लान को दिया मौका, क्या भाजपा कमल खिला पाएगी?

 AAP gives chance to Rakhi Birlan from Madipur seat, will BJP be able to make lotus bloom?

AAP gives chance to Rakhi Birlan from Madipur seat, will BJP be able to make lotus bloom?

 AAP gives chance to Rakhi Birlan from Madipur seat, will BJP be able to make lotus bloom?- नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 का रण जीतने के लिए राजनीतिक दलों के नेता मतदाताओं को लुभाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। इस चुनाव में मादीपुर एक महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है। मादीपुर सीट आम आदमी पार्टी (आप) 2013 से लगातार जीतती आ रही है। ऐसी संभावना है कि भारतीय जनता पार्टी इस सीट पर जीत हासिल करने के लिए पूरी ताकत लगा देगी।  

आइए जानते हैं, क्या हैं इस सीट के समीकरण। हालांकि, इस बार मादीपुर विधानसभा सीट के परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होंगे, यह जनता को तय करना है। आप नेता गिरीश सोनी मादीपुर सीट पर साल 2013 से जीत हासिल करते आ रहे थे, लेकिन आप ने 2025 विधानसभा चुनाव में मादीपुर से गिरीश सोनी का टिकट काटकर मंगोलपुरी की विधायक राखी बिड़लान को मौका दिया है। वहीं, भाजपा ने अभी इस सीट पर उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है। देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा एक बार फिर कैलाश सांकला को मैदान में उतारेगी या किसी और पर दांव लगाएगी।

मादीपुर से 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के गिरीश सोनी विजयी हुए थे। उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कैलाश सांकला को 41,721 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार जय प्रकाश पंवार को 6,788 वोट मिले थे।

मादीपुर विधानसभा में कुल मतदाताओं की संख्या एक लाख 60 हजार से अधिक है। यहां पुरुष मतदाता 88146, महिला मतदाता 79749 और थर्ड जेंडर वोटर 4 हैं। यहां कुल वोटरों की संख्या 1,67,899 है।

बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान 5 फरवरी को सिंगल फेज में होगा। चुनाव आयोग के मुताबिक कुल 83,49,645 पुरुष, 71,73,952 महिला और 1,261 थर्ड जेंडर को मिलाकर कुल 1.55 करोड़ मतदाता अपने बहुमूल्य अधिकार का प्रयोग करेंगे। नतीजे का ऐलान 8 फरवरी को होगा।

चुनाव की तारीख की घोषणा के साथ ही दिल्ली में 'आदर्श आचार संहिता' लागू हो गई है, जिसके तहत सरकारी संसाधनों का इस्तेमाल चुनाव प्रचार के लिए नहीं किया जा सकता और चुनावी रैलियों के लिए पुलिस की अनुमति अनिवार्य है।