अडानी टॉप 20 अरबपतियों की लिस्ट से बाहर; इतने अरब डॉलर से ज्यादा घट गई दौलत, अमेरिका से रिश्वत की खबर से शेयरों का बुरा हाल
Gautam Adani Out Top 20 Billionaires List
Adani Bribe Case: हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद अमेरिका की एक और रिपोर्ट ने भारतीय अरबपति गौतम अडानी को मुश्किल में डाल दिया है। अडानी पर अमेरिका में सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने और अमेरिकी निवेशकों को गुमराह करने का आरोप लगाया गया है। साथ ही अडानी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी हुआ है।
ऐसे में अडानी पर गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी है। जिसके बाद एक तरफ जहां भारत में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है तो वहीं दूसरी तरफ अमेरिका से रिश्वत की खबर आने से अडानी की अलग-अलग कंपनियों के सभी शेयरों का भी बुरा हाल हो गया है। अडानी के शेयर ताश के पत्तों की तरह बिखर गए हैं और भारी गिरावट झेल रहे हैं।
अरबपतियों की लिस्ट में लुढ़के अडानी
अमेरिका से रिश्वत और धोखाधड़ी की खबर फैलने के बाद गौतम अडानी को इस कदर झटका लगा है कि, कुछ ही घंटों में अडानी समूह का मार्केटकैप गिरता चला गया। वहीं अडानी के शेयरों में गिरावट और मार्केट कैप धड़ाम होने के चलते गौतम अडानी की दौलत चंद घंटों में 12 अरब डॉलर से ज्यादा गिर गई। आलम यह है कि, इतने बड़े घाटे के साथ गौतम अडानी अरबपतियों की लिस्ट नीचे लुढ़क गए हैं।
अडानी टॉप 20 अरबपतियों की लिस्ट से बाहर हो गए हैं। जो अडानी बिलेनियर्स की लिस्ट में कभी दूसरे-तीसरे या चौथे-पांचवें पायदान पर रहा करते थे। वहीं गौतम अडानी आज अमेरिका रिश्वतकांड की वजह से दौलत गिरते ही अरबपतियों की लिस्ट में इस कदर नीचे खिसक गए कि 25वें पायदान पर पहुंच गए हैं। फोर्ब्स रियल टाइम बिलेनियर इंडेक्स में गौतम अडानी अमेरिका से रिश्वत की खबर से पहले 17वें नंबर पर थे।
फिलहाल अडानी की दौलत गिरकर 57.7 अरब डॉलर रह गई है। हालांकि, गौतम अडानी भारत के अरबपतियों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर कायम हैं। वह अभी भी मुकेश अंबानी के बाद देश के दूसरे सबसे अमीर उद्योगपति बने हुए हैं।
गौतम अडानी पर क्या है आरोप?
दरअसल, अमेरिका में भारतीय अरबपति और अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी और अडानी ग्रुप के सात अन्य लोगों पर 'अरबों डॉलर' हासिल करने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को अरबों रुपये की रिश्वत देने और अमेरिकी और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों व लेनदारों से इसे छिपाने और उन्हें गुमराह कर उनके साथ धोखाधाड़ी का गंभीर आरोप लगा है। अडानी के अलावा 7 अन्य लोगों में गौतम अडानी के भतीजे सागर अडानी का भी नाम है।
आरोप में कहा गया है कि, गौतम अडानी और सात अन्य लोगों ने अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड को सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट दिलाने के लिए लगभग 250 मिलियन डॉलर से ज्यादा (करीब 2000 करोड़ रुपये से ज्यादा) की रिश्वत भारतीय सरकारी अधिकारियों को देने की योजना बनाई। झूठे और भ्रामक तरीके से अमेरिकी निवेशकों और अंतरराष्ट्रीय लेनदारों-कर्जदाताओं को धोखा भी दिया। जिनसे फंड इकट्ठा किया जा रहा था और रिश्वत देने के लिए इस फंड के इस्तेमाल की योजना बनाई गई।
आरोप में कहा गया है कि, अडानी और अन्य लोगों को यह उम्मीद थी कि कॉन्ट्रैक्ट हासिल होने के बाद वे दो दशकों में करीब 2 बिलियन डॉलर (करीब 16000 करोड़ रुपये से ज्यादा) का मुनाफा हासिल कर लेंगे। वहीं अडानी ग्रीन एनर्जी के लिए निवेशकों और कर्जदाताओं से भ्रष्टाचार छिपाकर 3 बिलियन डॉलर से ज्यादा की रकम जुटाने की योजना बनाई गई।