CM केजरीवाल ने उप-राज्यपाल से मिलने का समय मांगा; कल अपने पद से इस्तीफा देंगे, आवास पर मिलने पहुंचे सिसोदिया-राघव चड्ढा

CM Arvind Kejriwal Seeks Appointment From Delhi Lieutenant Governor

CM Arvind Kejriwal Seeks Appointment From Delhi Lieutenant Governor

CM Arvind Kejriwal Resigns: दिल्ली सीएम पद से इस्तीफे के ऐलान के बाद अब अरविंद केजरीवाल ने उप-राज्यपाल (LG) वीके सक्सेना से मिलने का समय मांगा है। मुलाकात के दौरान केजरीवाल सीएम पद से इस्तीफा सौंप सकते हैं। जानकारी मिल रही है कि, उप-राज्यपाल (LG) कार्यालय की तरफ से अरविंद केजरीवाल को कल मंगलवार दोपहर बाद 4.30 बजे मुलाकात का समय दिया गया है।

ज्ञात रहे कि, केजरीवाल ने बीते रविवार को दिल्ली आम आदमी पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अचानक मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया था। केजरीवाल ने कहा था कि, अब वह तभी सीएम की ज़िम्मेदारी संभालेंगे, जब आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में जनता उनके पक्ष में वोट देकर उनकी ईमानदारी पर भरोसा जताएगी और उन्हें ईमानदार साबित करेगी। केजरीवाल का कहना था कि, अगर दिल्ली की जनता को लगता है कि केजरीवाल ईमानदार है तो जनता जमकर मेरे पक्ष में वोट करे।

आवास पर मिलने पहुंचे सिसोदिया-राघव चड्ढा

आज दोपहर को अरविंद केजरीवाल से मिलने के लिए आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा सीएम आवास पर पहुंचे थे। इस दौरान सांसद संजय सिंह भी सीएम आवास में मौजूद रहे। माना जा रहा है कि, नए सीएम को लेकर सीएम आवास पर बैठक की गई है। बैठक में नए मुख्यमंत्री के संभावित नामों पर चर्चा हुई है।

आज शाम CM आवास पर आप PAC की बैठक

आज शाम को आम आदमी पार्टी की पॉलीटिकल अफेयर्स कमिटी (PAC) की बैठक भी होनी है। पार्टी की राजनीतिक मामलों की यह समिति आम आदमी पार्टी के सबसे बड़े फैसले लेने वाली यूनिट है। सीएम आवास पर पॉलीटिकल अफेयर्स कमिटी की बैठक होगी। शाम होने वाली PAC की बैठक में अरविंद केजरीवाल के इस्तीफ़े और दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य पर चर्चा होगी और आगे राजनीतिक रणनीति बनाई जाएगी।

मनीष सिसोदिया नहीं होंगे दिल्ली के सीएम

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने साथ-साथ यह भी साफ कर दिया है कि, मनीष सिसोदिया भी अभी कोई पद नहीं संभालेंगे। सिसोदिया भी आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी ईमानदारी का सर्टीफिकेट जनता से ही लेंगे। अगर जनता को मनीष सिसोदिया की ईमानदारी पर भरोसा होगा तो जनता ने उन्हें बड़ी संख्या में वोट देकर जीत दिलाएगी और आम आदमी पार्टी की सरकार बनाएगी। इसके बाद मनीष सिसोदिया कोई पद ग्रहण करेंगे। मसलन, दिल्ली के डिप्टी सीएम रहे मनीष सिसोदिया सीएम की रेस में नहीं हैं।

दिल्ली के नए मुख्यमंत्री को लेकर इन 3 नामों पर चर्चा तेज

मनीष सिसोदिया सीएम की रेस में नहीं हैं। वहीं केजरीवाल और सिसोदिया के बाद संजय सिंह और सत्येंद्र जैन पार्टी के बड़े नेता हैं। लेकिन सत्येंद्र जैन इस समय जेल में हैं और अगर बात संजय सिंह की करी जाये तो वह इस समय राज्यसभा के सांसद हैं। इसके अलावा दिल्ली सीएम के लिए एक और नाम चर्चित है। वो नाम है केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल का। आम आदमी पार्टी की तरफ से सुनीता केजरीवाल तब उभरकर सामने आईं जब केजरीवाल जेल में थे। तभी से माना जाने लगा था कि, सुनीता केजरीवाल दिल्ली की मुख्य राजनीतिक धारा में कदम रखेंगी और अरविंद केजरीवाल की बतौर उत्तराधिकारी राजनीति करेंगी।

लेकिन कहा जा रहा है कि, दिल्ली में विधानसभा चुनाव में लगभग 5 महीने का ही समय बचा है। इस बीच दिल्ली में उपचुनाव नहीं हो सकता और दिल्ली में विधान परिषद भी नहीं हैं। ऐसे में गैर-विधायक संजय सिंह और सुनीता केजरीवाल के दिल्ली सीएम बनने के चांसेस कम नजर आ रहे हैं। फिलहाल यह माना जा रहा है कि, केजरीवाल के जेल जाने के बाद उनके पीछे से दिल्ली सरकार के अंदर जो मुख्य चेहरे रहे, जिन्होंने संकट की स्थिति में पार्टी के साथ सरकार को भी संभाला। उनमें विधायक और मंत्री आतिशी मार्लेना, सौरभ भारद्वाज और गोपाल राय शामिल हैं. इन तीनों में किसी एक को दिल्ली सीएम की बागडोर मिल सकती है। आतिशी के नाम की चर्चा ज्यादा है।