म्यूचुअल फंड का दीवाना हुआ इंडिया, सिर्फ दो महीनों में जुड़े 81 लाख नए निवेशक
Mutual Funds Folio
Mutual Funds Folio: म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री ने वित्त वर्ष 2024-25 के पहले दो महीनों (अप्रैल और मई) में ही 81 लाख से ज्यादा इनवेस्टर्स जोड़ लिए हैं. लगातार मार्केटिंग, सेलिब्रिटी से प्रचार करवाकर और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क के बेहतर प्रदर्शन करने के चलते यह उछाल आया है. स्टॉक मार्केट के शानदार प्रदर्शन के चलते निवेशकों का रुख म्युचुअल फंड (Mutual Funds) की ओर ज्यादा हो रहा है. साथ ही निवेशकों में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) को लेकर भी धारणा बदल रही है. एफडी अब म्युचुअल फंड के बराबर रिटर्न नहीं दे पा रही है.
इंडस्ट्री के म्यूचुअल फंड फोलियो की संख्या मई के अंत में 18.6 करोड़
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के अनुसार, इंडस्ट्री के म्यूचुअल फंड फोलियो की संख्या मई के अंत में 18.6 करोड़ थी. यह आंकड़ा मार्च के अंत तक 17.78 करोड़ से 4.6 फीसदी या 81 लाख ज्यादा है. इंडिविजुअल इन्वेस्टर अकाउंट्स को दी जाने वाली संख्या होती है. AMFI के अनुसार, एक निवेशक के कई फोलियो हो सकते हैं.
म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में आगे भी ऐसी ही तेजी जारी रहने की पूरी उम्मीद
स्टॉक ट्रेडिंग मंच ट्रेडजिनी (Tradejini) के सीओओ त्रिवेश डी ने कहा कि म्यूचुअल फंड मार्केट के लिए संभावनाएं मजबूत हुई हैं. शेयर मार्केट में चल रही तेजी, बेहतर रिस्क मैनेजमेंट, इनवेस्टर एजुकेशन और बेहतर मार्केटिंग ने ज्यादा से ज्यादा निवेशकों को म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री से जोड़ा है. आगे भी ऐसी ही तेजी जारी रहने की पूरी उम्मीद है. निवेशकों को म्यूचुअल फंड में लॉन्ग टर्म ग्रोथ दिखाई दे रही है. पीजीआईएम इंडिया म्यूचुअल फंड के सीबीओ अभिषेक तिवारी ने कहा कि भारत की प्रति व्यक्ति आय बढ़ने के साथ ही निवेशक महंगाई को मात देने और पूंजी बनाने के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश बढ़ाएंगे. इससे म्यूचुअल फंड की पहुंच बढ़ेगी.
डिजिटल चैनल के जरिए आ रहे निवेशकों में युवाओं की संख्या ज्यादा
AMFI के अनुसार, ज्यादातर नए निवेशक डिजिटल चैनल के जरिए आ रहे हैं. इनमें कम उम्र के युवाओं की संख्या बहुत ज्यादा है. कुल 81 लाख फोलियो में से लगभग 61 लाख इक्विटी आधारित म्युचुअल फंड में आए हैं. इसके चलते ऐसे फोलियो की संख्या 12.89 करोड़ हो गई है. पिछले कुछ सालों में स्टॉक मार्केट के शानदार प्रदर्शन के चलते यह संख्या बढ़ी है. इसके अलावा सेक्टोरल और थीमेटिक फंड की वृद्धि भी शानदार रही है.