देश में दिहाड़ीदार मजदूरों की बढ़ती आत्महत्या की चिंताजनक घटनाओं के लिए भाजपा जिम्मेदार :आप
Increasing Suicides of Daily Wage Workers
-8 साल में दिहाड़ीदार मजदूरों की आत्महत्या के मामलों में तीन गुना हुई वृद्धि, क्या यही है भाजपा का 'सबका साथ,सबका विकास'? मलविंदर सिंह कंग
- आत्महत्या के मामले 2014 में 15,735 से बढ़कर 2021 में 42,004 हो गए: कंग
- केंद्र सरकार अपने कॉर्पोरेट मित्रों के बजाए गरीबों के कल्याण के लिए करे काम: कंग
चंडीगढ़, 21 दिसंबर: Increasing Suicides of Daily Wage Workers: आम आदमी पार्टी (AAP) ने देश में मजदूरों की बढ़ती आत्महत्याओं की घटनाओं पर गहरा दुख व्यक्त किया है और इसके लिए केंद्र की भाजपा सरकार(BJP government) को जिम्मेदार ठहराया है।
बुधवार को जारी एक बयान में 'आप' पंजाब के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि भाजपा के शासन के दौरान मजदूरों की आत्महत्या(Sucide) के मामले 2014 के मुकाबले 15,735 से बढ़कर 2021 में 42,004 हो गए।
यह बेहद चिंता का विषय है कि पिछले आठ वर्षों की तुलना में मजदूरों द्वारा आत्महत्या के सबसे अधिक मामले 2021 में 42,004 दर्ज किये गए। जबकि 2018 में 30127, 2019 में 32,563 और 2020 में 37,666 मजदूरों ने आत्महत्या की थी।
कंग ने ट्विटर पर एक न्यूज क्लिपिंग शेयर करते हुए लिखा, 'सबका साथ, सबका विकास' का नारा देने वाली भाजपा सरकार के 8 साल के शासन में मजदूरों की आत्महत्या के मामलों में 3 गुना बढ़ोतरी हुई है। मजदूरों की दुर्दशा पर भाजपा सरकार को शर्म आनी चाहिए। उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि क्या यही मोदी सरकार का 'सबका साथ, सबका विकास' है कि अमीर और अमीर हो रहे हैं और गरीब मजदूर आत्महत्या करने को मजबूर हैं।
कंग ने आगे कहा कि केंद्र सरकार को दिहाड़ीदार मजदूरों के प्रति अधिक संवेदनशील होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को अपने कॉर्पोरेट मित्रों को अमीर बनाने के बजाय गरीब मजदूरों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए ठोस नीतियां बनानी चाहिए,ताकि देश में आत्महत्या की घटनाओं में कमी आ सके।
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