आ रही है Basant Panchami तो भूलकर भी न कर लेना ये गलतियां वरना हो सकता है नुकसान, और जाने कैसे इस बसंत पंचमी पर बनाएं ये व्यंजन
In this Basant Panchami 2023 make sure to not do these mistakes.
Basant Panchami 2023 Special: भारत में बसंत पंचमी का त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है क्योंकि इस दिन हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। बता दें कि बसंत का अर्थ है बसंत और पंचमी का मतलब है पांचवा यानि बसंत का पांचवा दिन, जिस दिन यह त्योहार मनाया जाता है। इस दिन बसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। इस पर्व को हिंदू धर्म में बसंत पंचमी के नाम से जाना जाता है। साल के कुछ विशेष शुभ काल में से एक होने के कारण इसे अभूझ मुहूर्त भी कहते है। पुरातन कथाओं ये बताया गया है कि पीले वस्त्रों के पहनने से माता सरस्वती प्रसन्न होती हैं और अपनी कृपा दृष्टि भक्तों पर बनाए रखती हैं। वहीं ऐसी भी मान्यता है कि इस दिन आपको कुछ कामों से बचना चाहिए नहीं तो इसका बुरा असर आपके भविष्य पर भी हो सकता है। तो आइए ये जानते है कि बसंत पंचमी के दिन आपको कौन से काम नहीं करने चाहिए और कौन से काम आपके लिए शुभ हो सकते है इसके साथ ही ये भी जानते है कि कौन- कौन सी मिठाइयां घर पर बनानी चाहिए।
काले या नीले पहन कर न करें पूजा
हिन्दू धर्म में ऐसा माना जाता है कि बसंत पंचमी के दिन आपको पूजा करने के दौरान भूलकर भी काले या नीले वस्त्र नहीं पहनने चाहिए। क्योंकि काले रंग के कपड़ो में पूजा करने से पूर्ण फल नहीं मिलता है और इसका बुरा असर हमारे भविष्य पड़ सकता है। इस दिन आपको पूजा के समय पीले या सफ़ेद वस्त्र ही धारण करने चाहिए।
इस दिन मास और शराब का न करें सेवन
भारत में बसंत पंचमी के दिन को अच्छा और पवित्र माना जाता है क्योंकि इस दिन देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। इसलिए इस दिन लोगो को चाहिए वे मास और शराब आदि का सेवन न करें और न ही घर में लेकर आए। अगर कोई व्यक्ति ऐसे करता है तो माता सरस्वती उससे नाराज हो सकती हैं और भी बिगड़ सकते हैं। बसंत पंचमी के दिन जहां तक संभव हो सात्विक भोजन का ही सेवन करें।
भूलकर भी पेड़ पौधे न काटें
बसंत पंचमी के दिन आपको पेड़ पौधों की कटाई छंटाई नहीं करनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि यदि आप इस दिन पेड़ों की कटाई करते हैं तो आपके जीवन में इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता है क्योंकि बसंत पंचमी के दिन से ही बसंत ऋतु की शुरुआत होती है और इस दिन इस दिन पौधे लगाने चाहिए न की काटने चाहिए।
पीले फूल करें अर्पित
इस दिन यदि आप सरस्वती पूजा में माता को पीले फूल अर्पित करती हैं तो आपके जीवन में सदैव समृद्धि बनी रहती है। इस दिन पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके पूजा की शुरुआत करें और पूजा सूर्योदय की बाद ढाई घंटे या सूर्यास्त के बाद ढाई घंटे में ही करे। माता सरस्वती को पीले और सफ़ेद पुष्प अवश्य अर्पित करें।
तिल का बनाएं पराठा
इस परांठे को बनाने के लिए सबसे पहले सॉफ्ट आटा गूंथ लें। इसके लिए एक परात में गेहूं का आटा छानकर इसमें 2 चुटकी नमक डालकर अच्छी तरह से मिला लें और साथ ही इसमें 1/2 कटोरी- तिल (भुना हुआ) भी डाले। इसमें हमें गुड़ भी डालना है। इसके लिए हम गुड़ को पहले थोड़ा-सा पिघला लेंगे। साथ ही, सूखे मेवे, नारियल का बूरा और बाकी सामग्री डालकर मिक्स करें। अब धीरे-धीरे पानी डालकर एक अच्छा आटा गूंथकर इसे 15 मिनट के लिए सेट करके रखें। एक तवे को गर्म करने रखें और उसमें घी को ग्रीस करें। आटे की लोइयां बनाकर उसे अपने हिसाब से बेल लें। पराठा गर्म तवे पर डालकर उसे अच्छी तरह से दोनों ओर से सेक लें। आप हल्की आंच पर पराठे को पकाएं ताकि जले नहीं। इसे प्लेट में निकालें और ऊपर सफेद मक्खन डालकर इसे कड़क अदरक वाली चाय के साथ सर्व करें। यह आपके बच्चों की सर्दी-जुकाम की समस्या को दूर कर इम्यूनिटी को भी बूस्ट करेगा।