रायबरेली में लेखपाल ने खुलेआम मांगी र‍िश्‍वत, कहा-पांच लाख का लाभ लेना है तो 50 हजार देना होगा

रायबरेली में लेखपाल ने खुलेआम मांगी र‍िश्‍वत, कहा-पांच लाख का लाभ लेना है तो 50 हजार देना होगा

रायबरेली में लेखपाल ने खुलेआम मांगी र‍िश्‍वत

रायबरेली में लेखपाल ने खुलेआम मांगी र‍िश्‍वत, कहा-पांच लाख का लाभ लेना है तो 50 हजार देना होगा

रायबरेली मे ऊंचाहार तहसील क्षेत्र के एक लेखपाल के वीडियो की सोशल मीडिया पर चर्चा है। गांव के बीच बैठकर लेखपाल सिगरेट के कश मार रहा हैद्ध लोगों के बीच सरेआम कह रहा है कि अगर पांच लाख का लाभ लेना है तो लाख पचास हजार तो देने ही पड़ेंगे ,लेखपाल यह भी कह रहा है कि ये मै चोरी चुपके नहीं कह रहा हूँ बल्कि खुलकर कह रहा हूं ,ये बिल्कुल खुली बात है।

मामला तहसील क्षेत्र के अलीनगर असकरनपुर का है। यहां लेखपाल अमर सिंह यादव द्वारा अपात्रों को आवासीय पट्टा देने के नाम पर अवैध धन वसूली की जा रही है। तहसील क्षेत्र की मवई सर्किल में स्थित गांव अलीनगर असकरन पुर में भूमिहीनों को आवास के लिए शासन द्वारा सरकारी पट्टा दिया जा रहा है। ग्रामीणों की मानें तो लेखपाल द्वारा अपने निजी लाभ के चलते अपात्रों को ऐसी भूमि का पट्टा दिया जा रहा है।

भूमि पर आवंटियों के पट्टे का कागज दिखाकर लेखपाल नाप जोख करने पहुंच गया। इसका ग्रामीणों ने विरोध किया। पूर्व में भी लेखपाल को डिलौली सर्किल में भी सरकारी जमीनों पर अवैध कब्ज़ा करवाने के मामले में काफी विरोध झेलना पड़ा था। लेखपाल को मवई सर्किल की जिम्मेदारी दी गई थी। ऊंचाहार तहसील क्षेत्र के लेखपाल अमर सिंह यादव के वायरल वीडियो के बाद लेखपाल ने कहा कि मैंने तो सिर्फ यह कहा था कि जाकर हकबरारी करवा लो और जो दस बीस हजार लगे दे दो।

वीडियो का ऑपरेशन ,आखिर क्या है सच्चाई?

वायरल वीडियो में लेखपाल अमर सिंह खुलेआम बोल रहा है कि अगर मैं किसी को पांच लाख का लाभ दे रहा हूं तो उसमे से लाख पचास हजार तो निकालने ही पड़ेंगे ,यानी बात स्पष्ट है कि लेखपाल खुल कर सरकारी लाभ देकर खुद रुपए कमाने की बात कर रहा है ।वीडियो वायरल होने के बाद लेखपाल के हाथ पांव फूलने लगे हैं। उप जिलाधिकारी ऊंचाहार से वीडियो के बारे में जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में नहीं है। वीडियो अभी तक मैंने नहीं देखा है। वीडियो आने के बाद जांच कर कार्रवाई होगी।