मोदी राज में भाजपा ने अनुसूचित समाज के हितों-हक़ों की रक्षा की: सिकंदर कुमार
Lok Sabha Elections 2024
हिमाचल में धूमल जी ने एससी समाज के उत्थान में दिया उल्लेखनीय योगदान:सिकंदर कुमार
20 मई 2024, हिमाचल प्रदेश: Lok Sabha Elections 2024: हिमाचल प्रदेश से राजसभा सांसद श्री सिकंदर कुमार ने आज कहा कि मोदी जी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार में आजादी के बाद पहली बार एससी और एसटी समुदाय को उनका सही हक और सम्मान मिला है जिससे प्रसन्न होकर हमारे एससी और एसटी भाई बहन आज पूरी तरह से मोदी जी और भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में आ गए हैं। कांग्रेस ने आजादी से लेकर आज तक एससी और एसटी को सिर्फ छलने का काम किया है और मात्र वोट बैंक के रूप में देखा है।
श्री सिकंदर कुमार ने कहा, “पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का अधिकतम लाभ हमारे एससी एसटी भाइयों बहनों को मिला है। मोदी जी ने उनके जीवन में बेहद सार्थक बदलाव लाए हैं। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में एससी समाज कल्याण के लिए प्रतिवर्ष मात्र ₹40 हजार करोड़ का बजट आवंटित किया जाता था। आज, भाजपा सरकार में एससी समुदाय के कल्याण का बजट ₹1 लाख 40 हजार करोड़ से अधिक है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में, सामाजिक न्याय मंत्रालय के बजट में अनुसूचित जातियों पर विशेष ध्यान देने के साथ 90% की पर्याप्त वृद्धि देखी गई है। कांग्रेस ने सदा अनुसूचित जाति का हक़ मारा और उन्हें हाशिए पर धकेलने का काम किया। आज एससी समाज का कांग्रेस से पूरी तरह मोहभंग हो चुका है और हर दिन सैकड़ों एससी परिवार भाजपा से जुड़ रहे हैं।"
श्री सिकंदर कुमार ने कहा कि आज कांग्रेस वाले अपनी स्पष्ट हार को देखते हुए संविधान का नाम लेकर झूठ और भ्रम फैला रहे हैं। लेकिन सच्चाई ये है की कांग्रेस ने हमेशा भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के योगदान को कम करके आंका है। कांग्रेस ने तो संविधान सभा के लिए बीआर अंबेडकर के चुनाव का भी विरोध किया था। इतिहास में दर्ज है कि कांग्रेस के दौर में संसद के अंदर बीआर अंबेडकर जी की तस्वीर लगाने के लिए भी जगह की कमी हो गई थी। जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी ने खुद को भारत रत्न से सम्मानित किया, लेकिन बीआर अंबेडकर जी को उनके निधन के बाद भी भारत रत्न नहीं दिया।”
श्री सिकंदर कुमार ने आगे कहा, “बाबा साहेब अंबेडकर जी को भारत रत्न से तब सम्मानित किया गया जब जनता दल की सरकार भाजपा के समर्थन से सत्ता में थी। आज मोदी जी ने बाबा साहब को उनका उचित सम्मान दिया है। मोदी जी ने मऊ, नागपुर, मुंबई, दिल्ली और लंदन में पंच तीर्थ का निर्माण किया, संविधान दिवस मनाना शुरू किया और उनकी जयंती पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया।”
श्री सिकंदर कुमार ने आगे बताया कि भारतीय जनता पार्टी हिमाचल में भी एससी समुदाय के उत्थान के लिए दशकों से कार्य करती आ रही है। “1998 में जब भारतीय जनता पार्टी की प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल जी के नेतृत्व में सरकार बनी तब उस समय अनुसूचित जाति उप योजना का बजट मात्र 11% था जबकि अनुसूचित जाति की जनसंख्या 25% थी। इसे देखते हुए प्रोफेसर धूमल जी ने अनुसूचित जाति का बजट 11% से बढ़ाकर 25% कर दिया था। यही नहीं धूमल जी ने प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक अंबेडकर भवन का भी निर्माण कराया था और उस समय अनुसूचित जाति के 2000 मेधावी छात्रों के लिए डॉक्टर अंबेडकर मेधावी छात्रवृत्ति योजना प्रारंभ की थी। इसमें प्रतिवर्ष प्रति विद्यार्थी को ₹10,000 मिलते थे। धूमल जी ने उस समय अनुसूचित जाति के बीपीएल परिवारों के लिए माता शबरी महिला सशक्तिकरण योजना का शुभारंभ किया था जिसके अंतर्गत उन्हें फ्री गैस चूल्हा दिया गया। धूमल जी ने अनुसूचित जाति वर्ग की बस्तियों में गुरु रविदास सार्वजनिक सुविधा उन्नयन योजना के अंतर्गत गलियों, नालियों और उचित रोशनी के प्रबंधन हेतु विशेष तौर पर ₹10 लाख तक का अनुदान देना भी प्रारंभ किया था।”
श्री सिकंदर कुमार ने आगे कहा, “प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जम्मू और कश्मीर से धारा 370 के निरस्त होने के बाद आज वहां अनुसूचित जाति के लोगों को आरक्षण मिल रहा है। किसान सम्मान निधि योजना जिससे 12 करोड़ से अधिक किसान लाभान्वित हुए, उसमें 1.5 करोड़ किसान एससी समुदाय से हैं। उज्ज्वला योजना के तहत 35% तक दलित महिलाओं को गैस कनेक्शन मिले हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के 71% लाभार्थी एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय के हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के 80% लाभार्थी छोटे और सीमांत किसान हैं जो एससी, एसटी और ओबीसी से आते हैं। आज 58% स्कॉलरशिप हमारे एसटी और एससी छात्रों को मिला है। मुद्रा योजना का 18% से ज्यादा लाभ हमारे एससी भाइयों बहनों को मिला है। आवास योजना के अंतर्गत लगभग 54 से 55% लाभ हमारे एससी और एसटी भाइयों बहनों को मिला है। मोदी जी पीएम विश्वकर्म योजना लेकर आए जिसका सबसे बड़ा लाभ एससी-एसटी और ओबीसी समुदाय को मिल रहा है। यही नहीं, नरेंद्र मोदी जी ने भगवान वाल्मीकि जी के नाम पर अयोध्या का एयरपोर्ट भी बनाया है और आज महान संत रविदास जी की भव्य प्रतिमा वाराणसी में बन रही है एवं उनका भव्य धाम मध्य प्रदेश में बन रहा है।”
श्री सिकंदर कुमार ने बताया, “श्री अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दौरान लोकसभा के पहले दलित अध्यक्ष के रूप में श्री जीएमसी बालीयोगी की ऐतिहासिक नियुक्ति हुई थी। भाजपा ने श्री रामनाथ कोविन्द को भारत का पहला दलित राष्ट्रपति और श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को पहली आदिवासी राष्ट्रपति नियुक्त कर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल में नए मंत्रिमंडल में गरीबों को, पीड़ितों को, शोषितों को, वंचितों और समाज के दबे कुचले लोगों का प्रतिनिधित्व दिया। मंत्रिपरिषद में रिकॉर्ड 12 अनुसूचित जाति (एससी) समुदाय के मंत्री शामिल हैं जिसमें 2 कैबिनेट मंत्री हैं। भारतीय जनता पार्टी ने इस बार भी रिकॉर्ड स्तर पर एससी, एसटी उम्मीदवारों को टिकट दिए हैं।”