Hyderabad : जिस शहर में 5 लाख लावारिस कुत्ते हों, वहां एक मासूम को नोचने से कैसे बचाया जा सकता है?
हैदराबाद में घट चुकी घटना ने देश को चौंकाया
Hyderabad Dog Attack News: हैदराबाद : कुत्ते मासूम जानवर होते हैं, उनसे यह उम्मीद नहीं की जाती कि वे किसी पर हमला कर उसकी जान ले लेंगे। लेकिन बीते कुछ समय से ऐसी घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं, जब कुत्तों का व्यवहार बेहद हिंसक हुआ है और उनके हमलों में जहां बुजुर्ग, युवा, बच्चे घायल हुए हैं, बल्कि कई की मौत भी हुई है। हैदराबाद में अभी कुछ दिन पहले एक चार साल के मासूम को चार-पांच लावारिस कुत्तों ने जिस प्रकार से शिकार करने की मुद्रा में घेर कर नोच खाया, वह भयानक और बेहद दुखद है। अमूमन पूरे देश में शहरों के अंदर लावारिस कुत्ते मिलते हैं, स्थानीय निकाय प्रशासन उन्हें पकड़ने की मुहिम भी चलाता है, लेकिन ज्यादा कुछ रोकथाम नहीं हो पाती।
सीसीटीवी फुटेज ने दहलाए दिल
लोग यह जानकर हैरान होंगे कि हैदराबाद में जहां पर चार साल के मासूम प्रदीप को नोच कर लावारिस कुत्तों ने खा लिया, वहां इन लावारिस कुत्तों की तादाद 5.50 लाख है। इसका खुलासा खुद स्थानीय निकाय प्रशासन के अधिकारियों ने किया है। जब एक चार साल के बच्चे पर कुत्ते के हमले का सीसीटीवी फुटेज सामने आया तो उन भयावह तस्वीरों के कारण लोगों में आक्रोश फैल गया, जिसके बाद नगर निगम के अधिकारियों ने लावारिस कुत्तों के खतरे की जांच के लिए युद्ध स्तर पर कदम उठाने का फैसला किया।
सरकार ने दिए निर्देश- लावारिस कुत्तों के खतरे को कंट्रोल करो
विशेष मुख्य सचिव, नगरपालिका प्रशासन और शहरी विकास, अरविंद कुमार ने अधिकारियों को ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) की सीमा में लावारिस कुत्तों के खतरे को नियंत्रित करने के लिए विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। जीएचएमसी जोनल आयुक्तों और पशु चिकित्सा अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए, उन्होंने अधिकारियों से जीएचएमसी और राज्य में अन्य नगर पालिकाओं की सीमा में युद्ध स्तर पर कार्य योजना तैयार करने को कहा। जीएचएमसी के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि वर्तमान में जीएचएमसी क्षेत्र में 5.50 लाख लावारिस कुत्ते हैं। उन्होंने कहा कि 2011 में यह आंकड़ा 8.50 लाख था, लेकिन पहले किए गए नसबंदी ऑपरेशन से उनकी आबादी कम हो गई। अरविंद कुमार ने जीएचएमसी के अधिकारियों को निर्देश दिया कि एबीसी (पशु जन्म नियंत्रण) नसबंदी ऑपरेशन तुरंत किया जाए।
सड़क पर खाद्य कचरा डालने से प्रतिबंधित करें
नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वह जीएचएमसी सीमा के भीतर होटल, रेस्तरां, समारोह हॉल, चिकन और मटन केंद्रों को सड़कों पर डंपिंग कचरे से प्रतिबंधित करें। शहर में आवारा कुत्तों की संख्या में संभावित वृद्धि को देखते हुए कचरे के इस डंपिंग को तत्काल रोकने के लिए उचित उपाय करने का आदेश दिया गया। उन्होंने सुझाव दिया कि शहर के सरकारी और निजी स्कूलों में भी छात्रों के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए। अधिकारियों को जागरूकता पैदा करने के लिए पैम्फलेट और होडिर्ंग तैयार करने का आदेश दिया गया।
स्वयं सहायता समूहों की ली जाएगी हेल्प
धिकारियों को शहर और पड़ोसी नगरपालिकाओं की सीमा के भीतर स्लम विकास संघों, नगर विकास संघों और निवासी कॉलोनी कल्याण संघों की मदद से नियंत्रण के उपाय करने की सलाह दी गई। राज्य में अन्य नगर पालिकाओं में स्वयं सहायता समूहों की सहायता से नियंत्रण उपाय किए जाएंगे। अरविंद कुमार ने अधिकारियों को शहर और आसपास की नगर पालिकाओं में पालतू जानवरों के पंजीकरण के लिए एक अलग मोबाइल ऐप तैयार करने की भी सलाह दी। पंजीकरण के अनुसार संबंधित स्वामियों को पहचान पत्र जारी किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि माई जीएचएमसी ऐप नंबर 040-21111111 के माध्यम से शिकायत दर्ज करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।
जहां ज्यादा मामले, वहां तत्काल हो कार्रवाई
सरकार के निर्देश हैं कि जिन इलाकों में सबसे ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं, उनकी पहचान कर वहां तत्काल कार्रवाई की जाए। अधिकारियों को उन क्षेत्रों में पशु चिकित्सा टीमों को स्थानांतरित करने और उचित उपाय करने और परिवहन की कमी वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया है। हैदराबाद के बाग अंबरपेट इलाके में रविवार को लावारिस कुत्तों ने एक चार साल के बच्चे को नोच-नोच कर मार डाला। इस भयानक घटना का सीसीटीवी फुटेज मंगलवार को सामने आया, जिससे लोगों में आक्रोश फैल गया। बच्चे के पिता बच्चे प्रदीप को अस्पताल ले जाते उससे पहले ही उसकी मौत हो गई।
दिल दहला देने वाली घटना कार सर्विसिंग सेंटर में हुई जहां लड़के के पिता गंगाधर चौकीदार के रूप में कार्यरत थे। एक साल से भी कम समय में हैदराबाद में इस तरह की यह दूसरी घटना है। अप्रैल, 2022 में गोलकुंडा के बड़ा बाजार इलाके में आवारा कुत्तों ने एक दो साल के बच्चे को नोच-नोच कर मार डाला था।
तेलंगाना हाईकोर्ट ने की है नगर निकाय की खिंचाई
गौरतलब है कि तेलंगाना हाईकोर्ट ने रविवार को लावारिस कुत्तों के हमले में चार साल के एक बच्चे की दर्दनाक मौत के मामले में गुरुवार को हैदराबाद नगर निकाय की खिंचाई की। अदालत ने घटना पर मीडिया रिपोर्ट का स्वत: संज्ञान लेते हुए जनहित याचिका पर सुनवाई शुरू की। मुख्य न्यायाधीश उज्जल भुइयां की अध्यक्षता वाली एक खंडपीठ ने ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) द्वारा बच्चे की मौत के लिए जीएचएमसी की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया और पूछा कि लावारिस कुत्तों के हमलों की घटनाओं को कम करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। जीएचएमसी को यह भी बताने के लिए कहा गया है कि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो और यह सुनिश्चित करे लिए वह क्या कदम उठाएगा। बच्चे की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए अदालत ने कहा कि वह उसके परिवार के लिए मुआवजे के मामले को देखेगी।