भारत दौरे को लेकर पाक मंत्री बिलावल भुट्टो से इमरान खान का बड़ा सवाल
Bilawal Bhutto India Visit
इस्लामाबाद: Bilawal Bhutto India Visit: पाकिस्तान आर्थिक स्तर पर जबर्दस्त चुनौती का सामना कर रहा है. इसे कई तरीकों से अपने खर्चों पर नियंत्रण करना पड़ रहा है. आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रही शाहबाज शरीफ की सरकार पर विपक्ष हमला कर रहा है. अब पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने लगातार विदेश यात्रा करने के लिए अपने नेताओं पर निशाना साधा है.
अखबार डान की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (Pakistan Tehreek-e-Insaf, PTI) के अध्यक्ष इमरान खान ने देश में बने ‘संकटपूर्ण’ स्थिति के बीच कल शनिवार को प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी की लगातार विदेश यात्राओं पर निशाना साधा. इमरान की ओर से यह निशाना ऐसे समय में साधा गया है, जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ किंग चार्ल्स III की ताजपोशी में शामिल होने के लिए ब्रिटेन के दौरे पर हैं.
भुट्टो ने किया था भारत का दौरा (Bhutto had visited India)
जबकि विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने गोवा में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए 3 दिन पहले गुरुवार को भारत का दौरा किया था. पूर्व पीएम इमरान खान ने लाहौर में अपने गाड़ी के अंदर से ही पीटीआई की एक रैली को संबोधित करते हुए देश के दोनों शीर्ष नेताओं पर उनकी फिजूलखर्ची को लेकर हमला किया. पीटीआई की ओर से लाहौर में यह रैली संविधान, सुप्रीम कोर्ट और पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस उमर अता बांदियाल के साथ समर्थन और एकजुटता दिखाने को लेकर आयोजित की गई थी.
इमरान खान ने उड़ाई खुल्ली (Imran Khan opened the blow)
इमरान खान ने कहा, “पूरी दुनिया में पाकिस्तान की लगातार बेइज्जती हो रही है. ऐसे में हम सवाल हैं, बिलावल आप पूरी दुनिया घूम रहे हैं, लेकिन जाने से पहले आप हमें पहले यह बताएं, कि आपने किसी से यह पूछा है कि आप यात्रा के लिए देश का जो पैसा खर्च कर रहे हैं, इससे कुछ फायदा होगा क्या?” डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, पीटीआई प्रमुख इमरान खान ने यह सवाल भी दागा कि भारत की यात्रा से बिलावल को किस तरह का फायदा हुआ.
एस जयशंकर ने उठाया मुद्दा (S Jaishankar raised the issue)
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गोवा में आयोजित एससीओ की बैठक में पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा, “सीमापार आतंकवाद समेत इसके सभी रूपों में आतंकवाद को रोका जाना चाहिए.” उन्होंने यह भी कहा कि हम मानते हैं कि आतंकवाद का कोई औचित्य नहीं हो सकता है और इसे किसी भी रूप या अभिव्यक्ति के रूप में रोका जाना चाहिए.”
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