Himachal : ऊना जिला में खूब हो रहा अवैध कटान, वन विभाग सोया कुम्भकर्णी नींद
Illegal felling in Una
Illegal felling in Una : ऊना। ऊना जिला में हर जगह अवैध कटान के समाचार मिल रहे है। लेकिन वन विभाग कुम्भकर्णी नींद से अभी तक नहीं जाग पाया है। सरकारी भूमि से सैंकड़ो खैर के पेड़ों पर कुल्हाड़ी चल रही है। बताते चले कि उपमंडल बंगाणा के कोहडरा से लेकर लाठियानी तक ओर तुतडू से लेकर अरलू मलांगड़ तक ठेकेदारों ने किसानों से मलकीयत भूमि से खैरो के पेड़ लिए हैऔर उसी की आड में ठेकेदार सरकारी भूमि से अवैध कटान करके मोटी कमाई कर रहे है। लेकिन वन विभाग बंगाणा की तरफ से कोई भी कार्यवाही अवैध कटान पर नहीं की जा रही है।
अवैध कटान दर्जनों केसों की जांच सिर्फ फाइलों तक
ज्ञात रहे 2018 से लेकर 2023 तक दर्जनों अवैध कटान करने वालों पर कानूनी चाबुक चला है और प्राथमिकियां भी दर्ज हुई है। लेकिन जांच केवल फाइलों तक ही सीमित रही है। उपमण्डल बंगाणा, ऊना, गगरेट, चिंतपूर्णी के सरकारी जंगलों से हजारो की संख्या में सरकारी खैर के पेड़ों पर कुल्हाड़ी चला कर ठेकेदारों ने मोटी रकम इक्कठी कर ली है और चालू वर्ष में तो हद हो गई है। उक्त ठेकेदारों द्वारा बीबीएमबी यानी झील के किनारे खड़े के खैरो की कटाई करके खूब कमाई की जा रही है और रात के अंधेरे का फायदा उठाकर खैर के पेड़ों की कटाई करके पंजाब और दिल्ली तक भेजा जा रहा है क्योंकि ऊना के खैरो की अच्छी कीमत मिल जाती है ।ज्ञात रहे उपमण्डल बंगाणा के ग्राम पंचायत अरलू के गांब शिव नगर में हुए अवैध कटान को लेकर कई लोगो ने पहले फारेस्ट विभाग बंगाणा फिर हमीरपुर फारेस्ट जॉन ऑफिस में शिकायत भेजी थी और हमीरपुर जॉन कंजरबेटर द्वारा बन विभाग को जांच के आदेश दिए जाते हैंऔर फारेस्ट विभाग की जांच कमेटी भी बन जाती है और जांच अधिकारी भी नियुक्त होते है । लेकिन जांच से पहले ही ऑफिसर द्वारा परमिट देकर उक्त ठेकेदार से पूरा खैर का माल उठा दिया जाता है। जब कि कुछ ठेकेदारों पर पहले भी दर्जनों अवैध कटान के मामले दर्ज है। यह हाल वन विभाग का बना हुआ है।
मुख्यमंत्री से जांच कराए जाने की मांग
सूत्रों के अनुसार अब शिकायत कर्ता सीधे मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू के साथ मिलकर शिकायत करके जांच करवाने वाले है। ताकि ठेकेदारों के साथ साथ विभाग पर भी कार्यवाई हो सके। कुछ बुद्धिजीवि लोगों का कहना है कि ये अवैध कटान वन विभाग बंगाणा और ऊना की मिलीभगत से हो रहा है और सरकार को करोड़ों का चूना लग रहा है। गौर रहे राज्य में सरकार कोई भी हो लेकिनऊना जिला में हर वर्ष करोड़ो का अवैध कटान होता आया है और किसी भी सरकार ने अवैध कटान को रोकने के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किये है।
खुरवाई सर्कल में बीते वर्ष हुए अवैध कटान की जांच की फाइल गायब
बता दे कि बीते वर्ष खुरवाई वन सर्कल में खैरो के करीव 200 अवैध कटान की कुल्हाड़ी चली थी। प्रशासन के साथ साथ पुलिस और फारेस्ट के बड़े अधिकारी भी मौके पर पँहुँचे थे और मामला भी दर्ज हुआ था। लेकिन एक वर्ष पूर्ण होने तक उक्त मामले की फाइल गुम हो गई और केवल कागजों में ही जांच पूरी हो गई। ज्ञात रहे खुरवाई फारेस्ट सर्कल में अवैध कटान को लेकर फारेस्ट विभाग के डिप्टी रेंजर एबम गार्ड पर अवैध कटान का चाबुक चला था। और उन्हें संस्पेंड किया गया था।
जिला ऊना डीएफओ मृत्युंजय माधव का कहना है कि उमण्डल बंगाणा में हो रहे अवैध कटान की कोई जानकारी नहीं है और अगर अवैध कटान हो रहा है तो इसकी जांच होगी। अगर कोई ठेकेदार गलत पाया जाता है। तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्यवाई भी की जाएगी।
-मृत्युंजय माधव, जिला ऊना डीएफओ
रेंज ऑफिसर बंगाणा सुरेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि कुछ इलाकों में कटान खुला हुआ है मगर मैं फिर भी सरकारी भूमि या अन्य जगह से कटान हो रहा है मैं जांच करने जाऊंगा।
-सुरेंद्र कुमार शर्मा, रेंज ऑफिसर बंगाणा
ये भी पढ़ें ..
अनुराग सिंह ठाकुर ने दूरदर्शन हिमाचल के 24 घंटे प्रसारण की ,शिमला के पीटरहॉफ से शुरुआत की
ये भी पढ़ें ..
Himachal : अग्निवीर सेना भर्ती प्रक्रिया के लिए आवदेन 15 मार्च तक आमंत्रित