झूठे लेखों के विरोध में सैकड़ों लोग एक विशाल विरोध प्रदर्शन रामोजी राव का फूंकते स्वयंसेवक

झूठे लेखों के विरोध में सैकड़ों लोग एक विशाल विरोध प्रदर्शन रामोजी राव का फूंकते स्वयंसेवक

Massive Protest

Massive Protest

'इनाडु' की आधारहीन खबरों के खिलाफ स्वयंसेवकों का विरोध जान से खिलवाड़ नहीं है *

(अर्थप्रकाश / बोम्मा रेडड्डी)

अमरावती :: (आंध्र प्रदेश) Massive Protest: के रेवेन्यू मंडल मुख्यालय के देवरापल्ली जो जिलाअनाकापल्ली को लेकर  झूठे लेख छापने(printing false articles) वाले इनाडु समाचार पत्र के समूह प्रधान व प्रमुकं संपादक रामोजी राव ने स्वयंसेवकों(volunteers) किआगे से झूठे लेखन से बचने हिदायत देते हुए इस तरह के लेख आपकी जिंदगी भर लिखते रहे  गधे और भ्रष्टाचारी नेता को अब तक समर्थन देकर आपने उसको अपने झूले में भरने की फिरकत जिंदगी भर पेशकिया(Spinning throughout life) वा बनाया लेकिन अब आगे नहीं चलेगा 

       इन सब तरह के नारों को लेकर सड़क पर उतरे इनाडु अखबारों में छपे गलत खबरों को खंडन(denial of news) करते हुए उनका पुतला जलाने की स्थिति आ गई खबर हमेशा यथार्थ होना चाहिए बनावटी नहीं होना चाहिए विकास को और वर्तमान सरकार कर रही गरीबों के हित पिछड़ों के हित आदिवासियों के हित अनेक तरह के योजनाएं जो देश में पहली बार आंध्रप्रदेश में ही लागू हुआ उन खबरों का गलत प्रस्तुत करके तेलुगू देशम सरकार को समर्थन करने की नियत से हमेशा गलत खबर छपते रहे कई बार इनको हिदायतें समाचार पत्र के माध्यम से देने के बाद भी खंडन भी नहीं छपते हैं और गलत खबर की चिंता भी नहीं करते हैं 

Massive Protest

       जबकि इनका अखबार जब निम्न स्तर पर सरकुलेशन होने के बावजूद आजम जमाने की सरकुलेशन को दिखाकर नंबर वन बताते हैं यह एक सबसे बड़ी झूठ लिखते हुए रामोजी राव निभा रहे हैं कहा आज इनकी अखबारों की संख्या इतनी निर्दयता पूर्वक गिर गई है तथा कई एडिशन बंद भी करना पड़ा फिर भी शर्म नहीं है   इस तरह की बातों को बैनर तले जनता कर्मचारी आवाज उठाते हुए इनका पुतले का दहन किया गया  
  
अगर वह नहीं सुधरे तो अन्यथा उन्हें उचित कीमत चुकानी होगी. ग्राम सचिवालय  के स्वयंसेवकों ने सोमवार को अनाकापल्ली जिले के।  देवरपाल्ली में  'ईनाडु' दैनिक समाचार पत्र में में उनके ऊपर झूठे लेखों के विरोध में सैकड़ों लोग एक विशाल विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि आधारहीन खबरों से उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाना इनकी आदत बन चुकी है और आधारहीन सम खबरों को जहर की तरह फैला रहे हैं आंध्रप्रदेश में इनके चैनलों में भी यही हाल है इनके समाचार पत्रों में भी यही हाल हमें तंग आकर सड़क पर उतरना पड़ा कहते हुए चेतावनी दी है। 
         हम गंभीरता से सोचते हैं कि पत्र लिखने के पीछे मानदेय से गांवों में निस्वार्थ सेवा करने वालों को बदनाम करने की क्या मंशा है यह स्पष्ट करना होगा।

         इससे पहले रामोजीराव के पुतले के साथ सरकारी कार्य याला से आरटीसी बस स्टैंड तक परिसर तक एक विशाल विरोध रैली आयोजित की गई। आरटीसी परिसर में एक विरोध प्रदर्शन भी किया गया और 'स्वयंसेवकों पर झूठे लेखन से  निजात पाने के लिए कोई और दूसरा रास्ता नहीं है यही जनता के अधिकार क्षेत्र के हक हमारा बनता है कहकर नारे लगा रहे थे

 कोई व्यक्ति या कर्मचारी गलत करता है तो गलत छापना भी जरूरी है सही करता है तो सही छापना भी जरूरी है लेकिन सरकार की अच्छी योजनाओं को खराब बताने के लिए अच्छा काम करने वाले को टारगेट करते हुए गलत खबर छापना प्रजातंत्र का सबसे बड़ा हत्या है कहकर नारे लगाया ,हम स्वयंसेवकों के मनोबल को ठेस पहुंचेते रहे जो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे, रामोजी राव को बिना शर्त माफी मांगनी की शर्त रखते हुए धरना दिया।' उन्होंने रामोजी राव - डाउन डउन, ""रामोजी राव डाउन डाउन "" ' के नारे से सड़कें गूंज उठी। उसके बाद उनका पुतला फूंका गया और अखबारों को उसमें दहन भी किया गया रामोजी राव का पुतला फूंका गया। इस अवसर पर बोलते हुए कई  सरकार और जनता के बीच सेतु का काम करने वालों का अपमान करना उचित नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि क्या यह सच है कि अन्य राज्यों द्वारा स्वयंसेवी प्रणाली की प्रशंसा की जा रही है। स्वयंसेवकों ने आप गलत बता रहे हैं और जिसका फायदा तेलुगू देशम को देने के लिए आप एक नाटक रचना बंद कर दो वरना आगे और बड़ी कदम उठाने वाले हैं यह भी चेतावनी दिया 

 यदि उन्होंने ऐसी गलत कहानियां छाप छाप कर सरकार से दुश्मनी है तो हमें टारगेट करना आपकी गलती है और आप जिंदगी भर यही करते रहे गलत कहानियां कहानियाँ प्रकाशित छापना बंद करो वरना और भारी कीमत चुकाना पड़ेगा कहा

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