आईटी कर्मीर्यों को ड्रग्स के आरोप में भारी खुलासा व गिरफ्तारीयां
आईटी कर्मीर्यों को ड्रग्स के आरोप में भारी खुलासा व गिरफ्तारीयां
( अर्थ प्रकाश/ बोम्मा रेडड्डी )
हैदराबाद :: ( तेलंगाना ) दोनों राज्यों में सनसनीखेज ड्रग्स मामले में आईटी कर्मचारियों को ड्रग्स लेने के आरोप में पकड़ लिया गया है. आईटी कंपनियों ने 13 कर्मचारियों की छंटनी की अन्य 50 सॉफ्टवेयर कर्मचारियों को नोटिस जारी किए गए। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए ड्रग तस्करों के पास से सॉफ्टवेयर इंजीनियरों का लॉग मिला था। एक पुलिस जांच से पता चला है कि सॉफ्टवेयर पेशेवरों के पेडलर्स ड्रग्स और मारिजुआना बेचते हैं। पुलिस ने Amazon, Infosys, Microsoft, Mahindra और Qusoft के कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। उसने प्रेमककुमार, टोनी और लक्ष्मीपति से ड्रग्स और गांजा खरीदा। पुलिस सॉफ्टवेयर इंजीनियरों की पार्टियों की जासूसी कर रही है। सूची में नामों के साथ, ड्रग्स लेने वाले आईटी कर्मचारियों को लत का शिकार हुवे थे। आईटी कंपनियों ने ड्रग्स लेते पाए गए 13 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। पुलिस ने कंपनियों को पत्र लिखे जब यह पता चला कि उन्होंने सॉफ्टवेयर को ड्रग्स बेचेते थे। ऐसा लगता है कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर वीकेंड पर ड्रग पार्टियों में जाते रहे हैं। हैदराबाद ड्रग मामले, पब सभी तरह से विजाग से जुड़ते हैं। हैदराबाद नारकोटिक विंग ने इस दौरान अरकू घाटी में तलाशी खोजबीन करें है ।
आंध्र प्रदेश की पुलिस ने कल दो लोगों सुरेश और नरेश को गिरफ्तार किया था। उनके लक्ष्मीपति गिरोह से संबंध हैं, जिन्होंने हैदराबाद में एक बीटेक लड़के की मौत का कारण बना हुआ था । नरेश के तेलुगु राज्यों में कई संबंध हैं। पहाड़ी जंगली इलाका अरकू से हैदराबाद को हैश ऑयल की आपूर्ति की जाती है। मारिजुआना से बने हैश ऑयल की युवाओं में काफी मांग है। उस व्यवसाय में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों का अनुभव कहता है कि हैश ऑयल ट्रांसपोर्ट करना बहुत आसान है। पुलिस का अनुमान है कि दोनों राज्यों में हैश ऑयल के हजारों ग्राहक हैं। किलो हैश ऑयल 5 लाख रु. सिगरेट के लिए हैश ऑयल के वजह से युवा नशे में धुत हो रहे हैं। पुलिस नशे पर नकेल कसने में जुटी है। इस बीच पुडिंग पब मामले में फरार किरण राज और अर्जुन के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। बंजाराहिल्स ने आरोपियों को विदेश न ना जाने कथा ना भागने के लिए लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है। अनिल और अभिषेक को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। अधिकारियों को संदेह है कि शेयर एक हलवा पब से दो पुलिस अधिकारियों के पास जा रहे थे। पुलिस को इस बात के सबूत मिले हैं कि पाब्लो को रोजाना ड्रग्स सप्लाई किया जा रहा था। अभिषेक और अनिल ने एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया और ग्राहकों को जानकारी दी। कहां से दवाएं आ रही हैं, इसकी जांच की जा रही है।