How Far Is The Moon From Earth : यह तो आप जानते है की चांद धरती से दूर है! पर क्या आपको इसकी दुरी का अंदाज़ा है?
- By Sheena --
- Thursday, 15 Jun, 2023
How Far Is The Moon From Earth ?
How Far Is The Moon From Earth : धरती की एक ही प्राकृतिक उपग्रह और आपने तो शायद इसके बारे में किताबों में पढ़ा ही होगा की चंद्रमा कैसे हमारे प्लेनेट के पास घूमता है। आपको तो पता ही होगा की वैज्ञानिक युग ने हमारे दुनिया को बदल कर रख दिया और अपने बेहद शानदार प्रयोग से दुनिया को आश्चर्य में डाला है। अब ये सवाल हर एक व्यक्ति के मन में आ जाता है की इतनी मुश्किल चीज़े कैसे संभव हो जाती है तो इसका सीधा-सा उदाहरण हमारे वैज्ञानिक ही है। जिन्होंने हमे धरती से बाहर के प्लैनेट्स के बारे में बताया है।
कुदरत का खूबसूरत हिस्सा चांद है हर कोई चांद के लिए अपनी खूबसूरत और ठंडी प्यारी चाह या भावनाएं कह सकते है की रखते है। सभी के मन में चांद के लिए बहुत से सवाल है, पर उनमे से एक बात जो सभी जाननी है वो है चांद धरती से कितना दूर है ? ये आप भी जानना चाहते है और में भी, तो चलिए देर न करते हुए गहराई से जानते है इसके बारे मे....
How To Become A Film Director : फिल्मी दुनिया में पांव रखने से पहले जाने कैसे बने फिल्म डायरेक्टर?
चांद धरती से कितना दूर है? (Chand Dharti Se Kitna Dur Hai)
क्योंकि चांद पर बहुत से गाने बने है और कई कविताएं लिखी गई है इसलिए चंदा मामा के कई नाम भी जिसे शुद्ध हिनी में चन्द्रमा कहते है। चांद जिसे शुद्ध हिंदी में चन्द्रमा भी कहा जाता है, धरती का एक प्राकृतिक उपग्रह है। रात के समय जब यह चमचमाता है तो इससे निकलने वाला प्रकाश अंधेरे को चीरता हुआ धरती पर उजियारा फैलाता है। यह देखने में काफी सुन्दर है एवं पुरे महीने इसके अलग-अलग आकार हमें देखने को मिलते हैं। अब ये जानते है कि हम चंदा मामा धरती से कितनी दूर रहते है। चांद की धरती से दूरी लगभग 384,399 किलोमीटर (238,854 मील) है। यह एक सेमि मेजर एक्सिस वैल्यू है। इसके अलावा चांद से धरती की समय औसत दुरी 385,000.6 किलोमीटर (239,228.3 मील) है। जब चांद धरती की परिक्रमा करता है तो यह दूरी बदलती रहती है। इसमें 50,200 किलोमीटर (31,200 मील) का अंतर रहता है। अर्थात जब चंद्रमा धरती से सबसे निकटतम होता है तो यह दूरी 356,500 किलोमीटर (221,500 मील) एवं सबसे दूरतम होने पर यह अंतराल 406,700 किलोमीटर (252,700 मील) का होता है।
Biparjoy Cyclone Space Pictures : अंतरिक्ष से दिखा चक्रवात 'बिपारजॉय' का भयानक रूप, भारत से अब पाकिस्तान की और बढ़ रहा है तूफान
चांद के बारे में रोचक तथ्य (Chand Dharti Se Kitna Dur Hai)
चंद्रमा एक आकर्षक खगोलीय पिंड है जिसने सदियों से मानव कल्पना को मोहित किया है। यहां जानते है इसके बारे में कुछ रोचक तथ्य। जिन्हें आप शायद नहीं जानते होंगे।
1. पृथ्वी से दूर जा रहा है चंद्रमा: हर साल हमारे पृथ्वी से लगभग 3.8 सेमी दूर।
2. चंद्रमा का कोई वातावरण नहीं है
3. चंद्रमा हमेशा पृथ्वी को एक ही चेहरा दिखाता है
4. चांद पर अब तक केवल 12 लोग ही गए हैं
5. चंद्रमा पांचवां सबसे बड़ा प्राकृतिक उपग्रह है
6. चंद्रमा तब बना जब एक चट्टान पृथ्वी से टकराई
7. चंद्रमा का आकार नींबू के आकार जैसा है
8. चंद्रमा के भी अपने भूकंप होते हैं, जिन्हें मूनक्वेक कहा जाता है
9. पृथ्वी से चांद पर जाने में कितना समय लगता है?
आपको बतादें कि वैज्ञानिकों मिशनों के माध्यम से पृथ्वी से चंद्रमा की दूरी नापी गई है और चंद्रमा के प्राकृतिक वातावरण और आपदा के बारे में भी जानकारी हासिल की गई है। अपोलो-11 को पृथ्वी से चंद्रमा तक पहुंचने में 4 दिन लगे और चंद्रयान-2 को 48 दिन लगे पर लेकिन चंद्रमा तक पहुंचने के लिए विमान की गति पर निर्भर करता है। चंद्रमा पर कदम रखने वाले पहले व्यक्ति अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग हैं। उन्होंने अपोलो-11 चंद्र मॉड्यूल से बाहर निकलकर चंद्रमा की सतह पर अपना पहला कदम रखा। उस जगह का नाम “शांति का सागर” है।
चांद पर पानी है या नहीं?
अगर वैज्ञानिकों ने चांद और पृथ्वी के बीच की दूरी का पता लगा लिया है तो बताएं कि चांद पर पानी है या नहीं? जी हां, NASA ने इस बात की पुष्टि की है, चांद के ध्रुवों पर पानी की बर्फ मौजूद है। लोग चाँद पर रह सकते हैं, क्योंकि वहां ऑक्सीजन और पानी है, चांद का पानी इंसानों के लिए पिने लायक है। चंद्रमा की सतह पर भी तापमान होता है, जैसे पृथ्वी, दिन और रात का तापमान अलग-अलग होता है। चंद्रमा का अधिकतम दिन का तापमान 127 डिग्री सेल्सियस और रात का तापमान शून्य से -193 डिग्री सेल्सियस नीचे होती है। कुछ गहरे गड्ढों में तापमान हमेशा माइनस 240 डिग्री सेल्सियस रहता है।
पहला भारतीय कौन था जो चांद पर गए था
अभी तक कोई भी भारतीय अंतरिक्ष यात्री चांद पर नहीं उतरा है। विंग कमांडर राकेश शर्मा, एक पूर्व पायलट और भारतीय वायु सेना है। उन्होंने सोवियत इंटरकॉसमॉस कार्यक्रम के हिस्से के रूप में सोयुज टी -11 अंतरिक्ष यान को अंतरिक्ष में उड़ाये थे। यह मिशन को 3 अप्रैल 1984 को अंतरिक्ष यान को उड़ाया गया था।