...तो ऐसे बिगड़ा हिमाचल में भाजपा का खेल; 19 सीटों पर कांग्रेस का हिसाब भी चुकता, सत्तापलट पर सारा खेला पढ़िए
How BJP Lose in Himachal
How BJP Lose in Himachal : हिमाचल में रवायत फिर कायम रही और राज बदल गया| बात हो रही है हिमाचल में सत्तापलट की| हिमाचल में अब कांग्रेस का आगाज हो गया है और बीजेपी का राज चला गया है| खास बात यह है कि, इस चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा से पिछला हिसाब भी चुकता कर लिया|
दरअसल, पिछले चुनाव में कांग्रेस भाजपा से 19 सीटें हारी थी और इस चुनाव में कांग्रेस 19 सीटें जीती है और भाजपा को अपनी 19 सीटें हारनी पड़ी हैं| बतादें कि, प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने 40 सीटें जीतकर बहुमत को पार कर लिया| जबकि भाजपा 44 से 25 सीटों पर सिमट गई। वहीं 3 सीटों पर निर्दलियों ने जीत दर्ज की| जबकि आम आदमी पार्टी का खाता तक नहीं खुला|
हिमाचल में कैसे बिगड़ा भाजपा का खेल
बतादें कि, पिछले चुनाव की अपेक्षा भाजपा को इस चुनाव में 6% कम वोट मिले। जिसका नतीजा यह रहा है कि कांग्रेस को इससे बड़ा फायदा हो गया| पार्टी ने सीधे तौर पर भाजपा की झोली से 19 सीटें खींच लीं| वहीं, पिछले चुनाव के भाजपा के ये 6% वोटर्स निर्दलियों और आम आदमी पार्टी में भी बंट गए|
लोगों की नाराजगी
बतादें कि, कई मुद्दों को लेकर प्रदेश के लोगों में भाजपा के प्रति नाराजगी झलख रही थी और शायद भाजपा ने भी इस चीज को कहीं न कहीं भांप लिया था और यही कारण रहा है कि पार्टी ने प्रदेश के अंदर अपनी रणनीतियों में फेरबदल भी किया| मगर पार्टी अपनी रणनीतियों से जनता की नाराजगी से निपटने में नाकामयाब रह गई|
अपनों की बगावत, चेहरे सही नहीं
वहीं, भाजपा को उसकी अंदरखाते बगावत भी ले डूबी| भाजपा हाईकमान ने अपने चुनावी आकलन के अनुसार, पिछले कई उम्मीदवारों का टिकट काट दिया था और ऐसे में इन उम्मीदवारों ने बगावत कर दी| जिसका नुकसान भाजपा को बखूबी उठाना पड़ा| इसके साथ ही चुनावी मैदान में भाजपा ने जिन चेहरों को जनता के सामने रखा| उन्हें भी जनता ने नकार फेंका| आलम यह रहा है कि हिमाचल की जनता ने मंत्रियों को भी हार का आइना दिखा दिया| भाजपा सरकार के 10 में से 8 मंत्री चुनाव हार गए।
जयराम खुद बोले- मुद्दों ने नतीजों की दिशा बदल दी
इधर, भाजपा की हार और सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद जयराम ठाकुर ने भी यह स्वीकार किया कि उनकी पार्टी कुछ मुद्दों के चलते हार गई| ठाकुर ने कहा कि हमें चीजों का विश्लेषण करने की जरूरत है। कुछ मुद्दे ऐसे थे जिन्होंने नतीजों की दिशा बदल दी। बतादें कि, 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 44, कांग्रेस ने 21 और अन्य ने तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी।