हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला व् संजय टंडन ने शहीदों के सम्मान व् हास्य कवि सम्मेलन में लिया भाग वीर सपूतों की जननी है रास्थान की पावन धरा : संजय टंडन

Martyrs' Honouring and Humorous Kavi Sammelan

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चंडीगढ़ 16 मार्च,2025 : Martyrs' Honouring and Humorous Kavi Sammelan: राजस्थान परिषद चंडीगढ़ द्वारा सेक्टर 18 स्थित टैगोर थिएटर में देश के शहीदों के सम्मान और हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमे हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल महामहिम शिव प्रताप शुक्ला ने मुख्यातिथि के रूप में भाग लिया जबकि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं हिमाचल प्रदेश भाजपा के सह प्रभारी संजय टंडन ने विशिष्ट अतिथि के तौर पर कार्यक्रम में भाग लिया |  इस कार्यक्रम में पदम् श्री पुरस्कार से सम्मानित आर के साबू , शांति लाल सेतिया, डी पी खंडेलिया, बी एल राम सिसरिया और सुरेश सिंघल ने भी भाग लिया | कार्यक्रम में विश्वविख्यात कवि राजेश चेतन, सुदीप भोला, गौरी मिश्रा, महेश दुबे, शम्भू शिखर और राजेश अग्रवाल ने अपनी अपनी कविताओं से हास्य रस की छटा बिखेरी | 

Martyrs' Honouring and Humorous Kavi Sammelan

कार्यक्रम की जानकारी प्रदान करते हुए राजस्थान परिषद के संरक्षक व कार्यक्रम संयोजक राज किशोर ने बताया कि परिषद की तरफ से अध्यक्ष राम पंसेरी ने मुख्यातिथि महामहिम राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला व् विशिष्ट अतिथि संजय टंडन का पुष्प गुच्छ आदि भेंट कर स्वागत किया और तदुपरांत दीप प्रज्वल्लित कर कार्यक्रम का आगाज किया | देश के शहीदों की याद में उनके सम्मान में श्रद्धासुमन भी अर्पित किये गए | 

Martyrs' Honouring and Humorous Kavi Sammelan

हास्य कवि सम्मेलन में अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से सभी गणमान्य कवियों ने वर्तमान में विभिन्न विषयों को लेकर चुटकी ली और हास्य रस से ओत प्रोत कविताओं की प्रस्तुति से समय बाँधा | 
इस अवसर पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने उपस्थित सभी लोगों को सम्बोधित किया और कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए राजस्थान परिषद के सभी पदाधिकारियों और सदस्यों को बधाई प्रदान की | 

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विशिष्ट अतिथि संजय टंडन ने अपने उद्बोधन में सर्वप्रथम देश के शहीदों को श्रद्धांजलि प्रस्तुतु करते हुए कहा कि हमारे देश के वीर सेनानियों ने अपने शौर्य के बल से देश की आन बान और शान के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए और देश पर आंच तक नहीं आने दी | राजस्थान की पावन धरा तो वैसे भी रणबांकुरों और वीर सपूतों की जननी है |  ऐसा माना जाता है कि यहाँ की धरती पर जन्म लेते ही उसको पहला  पाठ देश की रक्षा का ही पढ़ाया जाता है | देश की रक्षा में राजस्थान की धरती ने न जाने कितने वीरों को जन्म दिया आज हम सभी देश के सभी वीरों को शत शत नमन करते हैं |