हिमाचल कांग्रेस के 6 बागी नेताओं को बड़ा झटका; अयोग्य बने रहेंगे, सुप्रीम कोर्ट ने नहीं दी राहत, स्पीकर के फैसले पर रोक लगाने से इंकार
Himachal Congress Rebel MLAs Disqualification In Supreme Court
Himachal Congress Rebel MLAs: हिमाचल में कांग्रेस के 6 बागी नेताओं की विधायकी बहाल नहीं होने वाली। वे फिलहाल अयोग्य बने रहेंगे। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने भी इन सभी 6 बागी नेताओं को बड़ा झटका दे दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने आज इन बागी नेताओं की उस याचिका पर सुनवाई की। जिसमें इनहोने मांग की थी कि विधानसभा स्पीकर द्वारा उन्हें अयोग्य ठहराए जाने वाले फैसले पर रोक लगाई जाए और उनकी विधायकी बहाल की जाए। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा कुछ नहीं किया।
सुप्रीम कोर्ट ने बागी नेताओं को अयोग्य ठहराने के विधानसभा स्पीकर के फैसले पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने बागी नेताओं को सदन में वोट देने या सदन की कार्यवाही में भाग लेने की अनुमति देने से भी मना कर दिया। बता दें कि, इन बागी नेताओं की ओर से वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे पूरे मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट के समक्ष पेश हुए थे।
29 फरवरी को अयोग्य ठहराए गए थे ये 6 बागी नेता
राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के पक्ष में क्रॉस वोटिंग कर बागी रुख दिखाने और फिर बजट वोट से दूर रहने के लिए इन छह बागी कांग्रेस नेताओं को अयोग्य ठहराया गया था। कांग्रेस के इन सभी 6 बागी विधायकों पर दलबदल विरोधी कानून के तहत एक्शन लिया गया था। हिमाचल में कांग्रेस के जिन 6 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित किया गया है उनमें धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए सुधीर शर्मा, सुजानपुर से राजेंद्र राणा, लाहौल स्पीति से रवि ठाकुर, कुटलैहड़ से देवेंद्र भुट्टो, गगरेट से चेतन्य शर्मा और बड़सर से लखनपाल जैसे विधायक शामिल हैं।