हरियाणा सरकार के बुलडोजर एक्शन पर ब्रेक; हाईकोर्ट ने रोक लगाई, नूंह में हिंसा के बाद मिट्टी में मिलाए जा रहे थे अवैध निर्माण
High Court Stay on Nuh Bulldozer Action
High Court Stay on Nuh Bulldozer Action: हिंसा के बाद नूंह में हरियाणा सरकार का बुलडोजर गरज रहा था। तमाम अवैध निर्माण बारी-बारी से ध्वस्त कर मिट्टी में मिला दिए जा रहे थे। लेकिन अब सरकार के इस बुलडोजर एक्शन पर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी है। वहीं हाईकोर्ट से रोक का आदेश जारी होते ही सरकार ने अपना बुलडोजर एक्शन जहां का तहां थाम लिया है।
बुलडोजर एक्शन में अब तक कई अवैध निर्माण ध्वस्त
बता दें कि, हिंसा होने के बाद नूंह जिले के अलग-अलग इलाकों में सरकार के आदेश पर प्रशासन ने अवैध निर्माण चिन्हित किए थे। यह माना गया कि, अवैध निर्माण बनाकर रह रहे लोग हिंसा में शामिल रहे और पथराव व आगजनी कर नुकसान किया। सरकार के बुलडोजर एक्शन के तहत जिला प्रशासन द्वारा अब तक कई अवैध निर्माण ध्वस्त किए जा चुके थे। बुलडोजर ने कई घरों, झुग्गियों, इमारतों दुकानों को ध्वस्त कर दिया। नूंह में रोहिंग्या मुसलमानों की अवैध बस्तियों पर भी बुलडोजर चलाया गया।
रविवार को ही गिराई गई एक 4 मंजिला इमारत
नूंह में बुलडोजर एक्शन के तहत बीते रविवार को ही एक 4 मंजिला ध्वस्त कर दी गई। इस इमारत में होटल और रेस्टोरेंट का संचालन हो रहा था। प्रशासनिक अधिकारी का कहना था कि, यह इमारत अवैध रूप से बनाई गई थी और खास बात यह है कि इस इमारत से हिंसा के दौरान दंगाइयों द्वारा पत्थर बरसाए गए।
लोगों ने कहा- हरियाणा में योगी जैसा CM चाहिए
आपको बता दें कि, नूंह हिंसा को लेकर हरियाणा सरकार की ताबड़तोड़ किरकिरी हो रही है। लोग गुस्से में हैं। उनका कहना है कि, नूंह हिंसा हरियाणा सरकार के फेल सिस्टम का नतीजा है। हरियाणा सरकार की नाकामी के चलते ही नूंह में हिंसा ने रौद्र रूप लिया। सरकार समय रहते स्थिति का आकलन नहीं कर पाई और यही कारण रहा कि नूंह में हिंसा संभव हुई. अगर सरकार पहले ही सब भांप लेती तो शायद नूंह में हिंसा रुक सकती थी।
लोग अब बार-बार एक ही बात दोहरा रहे हैं कि हरियाणा में योगी सरकार होनी चाहिए। क्योंकि किसी प्रदेश में जब योगी जैसी सरकार होगी तभी शांति कायम रह सकती है। लोगों का कहना है कि, अन्य प्रदेशों की सरकारें योगी सरकार की तरह सख्त रवैया अपनाने में ढीली हैं। लोगों ने कहा कि CM योगी ने उस प्रदेश में शांति कायम कर रखी है जहां अक्सर हिंसा देखने को मिलती थी। ये सब योगी की सख्ती की वजह से हो पाया है। इसलिए हम यही चाहते हैं कि, CM योगी जैसा काम हर प्रदेश में किया जाए. अगर CM योगी की तरह काम किया जाएगा तो ही हिंसा भी रुकेगी और हिंदुओं का सुधार भी होगा। हमारी दिलीय इच्छा है कि हरियाणा में भी योगी जैसा CM हो।
नूंह हिंसा के बाद 200 से ज्यादा गिरफ्तारियां
नूंह हिंसा के बाद अब तक 100 से ज्यादा एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं। जबकि 200 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके अलावा 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर का कहना है कि, नूंह की घटना के हर एक अपराधी को कानून के माध्यम से उनके अंजाम तक पहुंचाया जाएगा और वहां हुए हर एक नुकसान की भरपाई दंगाइयों से ही होगी और उन्हीं से उसकी वसूली भी करवाई जाएगी।
हिंसा के बाद नूंह के SP-DC हटे
मालूम रहे कि, नूंह में सांप्रदायिक हिंसा के बाद यहाँ के SP वरुण सिंघला की छुट्टी कर दी गई है। वरुण सिंघला अब नूंह के SP नहीं रहेंगे। सिंघला का ट्रांसफर भिवानी कर दिया गया है। वह अब भिवानी एसपी का चार्ज संभालेंगे। वहीं भिवानी एसपी नरेंद्र बिजारनिया अब नूंह के नए SP बनाए गए हैं। बता दें कि, नूंह हिंसा के बाद जिला उपयुक्त पर भी गाज गिरी है। नूंह के उपायुक्त प्रशांत पंवार को हटा दिया गया है। उनकी जगह धीरेंद्र खड़गटा नूंह के नए डिप्टी कमिश्नर होंगे। खड़गटा पहले भी नूंह में डीसी रह चुके हैं।
हिंदुओं की धार्मिक बृजमंडल यात्रा के दौरान हुई हिंसा
नूंह में हिंसा उस वक्त हुई जब यहां से 31 जुलाई को हिंदुओं की धार्मिक बृजमंडल यात्रा निकाली जा रही थी। यात्रा में शामिल लोगों पर दूसरे समुदाय की तरफ से अचानक पथराव शुरू हो गया। देखते ही देखते हालात इस कदर बिगड़ गए कि, जमकर पत्थरबाजी हुई और आगजनी की गई। यात्रा में शामिल कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। वहीं कई गाड़ियां पथराव में बुरी तरह से क्षतिग्रस्त की गईं। पत्थरबाजों ने पुलिस फोर्स पर भी पथराव किया और उनकी गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया।