अमृत अभियान के तहत स्वास्थ्य मूल्यांकन शिविर

अमृत अभियान के तहत स्वास्थ्य मूल्यांकन शिविर

अमृत अभियान के तहत स्वास्थ्य मूल्यांकन शिविर

अमृत अभियान के तहत स्वास्थ्य मूल्यांकन शिविर

चंडीगढ़, 26 मई शर्मा)।  अमृत महोत्सव अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से निर्माण स्थल धनास में गुरुवार को स्वास्थ्य मूल्यांकन शिविर का आयोजन किया गया।  इसमें कुल 56 लाभार्थियों के स्वास्थ्य का मृूल्यांकन किया गया। 3-6 वर्ष की आयु के दो बच्चे सामान्य रूप से कुपोषित पाए गए और माता-पिता को आहार परामर्श और चिकित्सा नुस्खे प्रदान किए गए। इसके अलावा 44 बच्चों, 3 गर्भवती महिलाओं, 5 नर्सिंग माताओं और 2 किशोरियों का भी चिकित्सकीय मूल्यांकन किया गया। अमृत अभियान प्रशासक के सलाहकार द्वारा एक्यूट कुपोषण हटाने के माध्यम से एकीकृत तकनीक शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य गंभीर रूप से तीव्र कुपोषण बच्चों की प्रारंभिक पहचान और ट्रैकिंग द्वारा चंडीगढ़ कुपोषण मुक्त बनाना, उपचार की प्रारंभिक शुरुआत करना था और बाद के चरण में जटिलताओं के जोखिम को कम करना।

पूरक पोषण कार्यक्रम के तहत सैम बच्चों को प्रतिदिन डबल डाइट यानी 20.01 ग्राम प्रोटीन और 806.75 कैलोरी प्रदान की जाती है। एसएएम के 01 से 03 वर्ष की आयु के बच्चों को रेडी टू ईट टेक होम राशन यानि भुना हुआ चना, भुना बाजरा, भुना हुआ काला गेहूं दलिया, गुड़ और मुरमुरा मिश्रण प्रदान किया जा रहा है। एसएएम के 3 से 6 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों को गर्म पका हुआ भोजन यानी मुरमुरा मिश्रण, कढ़ी चावल, हलवा, ग्रेवी के साथ आलू न्यूट्री, मूंग दाल और चावल, मीठा काला गेहूं दलिया, घिया चना दाल और चावल प्रदान किया जा रहा है।

क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं के कठोर प्रयासों से अभियान के तहत कुल 254 गंभीर रूप से तीव्र कुपोषित बच्चों की पहचान की गई और उनका प्रबंधन किया गया और पिछले 6 महीनों के दौरान 72 गंभीर रूप से गंभीर कुपोषित बच्चों को सामान्य श्रेणी में सुधार किया गया है।