मानव रचना यूनिवर्सिटी ने गूगल क्लाउड और लार्सन एंड टुब्रो के साथ मिलकर डिजिटल शिक्षा और तकनीकी प्रशिक्षण को नया आयाम दिया

Manav Rachna University in Collaboration with Google Cloud
* गूगल क्लाउड के सहयोग से डिजिटल कैंपस में उन्नत डिजिटल लर्निंग और एआई दक्षताओं का विस्तार
* रोबोटिक्स और एआई, चिप डिज़ाइन, स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग और ऑटोमेशन, तथा ईवी ट्रेनिंग में L&T के साथ उद्योग-संबद्ध अभ्यास
फरीदाबाद। दयाराम वशिष्ठ: Manav Rachna University in Collaboration with Google Cloud: मानव रचना यूनिवर्सिटी ने गूगल क्लाउड और लार्सन एंड टुब्रो के साथ महत्वपूर्ण साझेदारी की है। इसका उद्देश्य छात्रों को नवीनतम तकनीकी और उद्योग-समर्थित पाठ्यक्रमों के माध्यम से भविष्य के लिए तैयार करना है।
इस अवसर पर मानव रचना एजुकेशनल इंस्टिट्यूशंस के मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ, राजीव कपूर ने कहा, "भविष्य उन्हीं का है जो नवाचार करते हैं, अनुकूलित होते हैं और उद्योग की प्रवृत्तियों से आगे रहते हैं। हम एक परिवर्तनकारी शिक्षा प्रणाली बना रहे हैं, जहां छात्र व्यावहारिक अनुभव, उद्योग प्रमाणन और वास्तविक चुनौतियों का प्रत्यक्ष अनुभव करने का अवसर प्राप्त करेंगे।"
मानव रचना यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर, प्रो. दीपेंद्र कुमार झा ने कहा, "जैसे-जैसे उद्योग विकसित हो रहे हैं, वैसे-वैसे हमारी शिक्षा प्रणाली को भी विकसित होना आवश्यक है। यह पहल छात्रों को उन कौशलों और व्यावहारिक ज्ञान से सशक्त बनाएगी, जो उन्हें उभरते क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने में मदद करेंगे, जिससे वे केवल करियर के लिए तैयार नहीं होंगे बल्कि भविष्य के उद्योग अग्रणी बनेंगे।"
गूगल क्लाउड के साथ यह सहयोग डिजिटल शिक्षा और कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए ‘डिजिटल कैंपस फॉर गूगल क्लाउड (DCGC)’ कार्यक्रम के तहत किया गया है। यह पहल बी.टेक (कोर सीएसई और जेन एआई विशेषज्ञता), बीसीए (क्लाउड कंप्यूटिंग), बीबीए (बिजनेस एनालिटिक्स) और एमबीए (बिजनेस एनालिटिक्स) के छात्रों को लाभान्वित करेगी। उन्हें गूगल वर्कस्पेस फॉर एजुकेशन प्लस तक पहुंच मिलेगी, जिससे शैक्षणिक प्रक्रियाएं सरल होंगी, संकाय और छात्रों के बीच संवाद बेहतर होगा, और सभी सीएसई छात्रों के लिए रियल-टाइम सहयोगी टूल उपलब्ध होंगे।
गूगल वर्कस्पेस के क्षेत्रीय प्रमुख, संजय कथूरिया ने कहा, “यह साझेदारी छात्रों को क्लाउड कंप्यूटिंग और एआई में वास्तविक अनुभव और उद्योग-मान्यता प्राप्त प्रमाणपत्र दिलाने में मदद करेगी।”
गूगल क्लाउड के साथ यह साझेदारी डिजिटल शिक्षा और कौशल विकास को बढ़ावा देगी। डिजिटल कैंपस फॉर गूगल क्लाउड कार्यक्रम के तहत, बीटेक (सीएसई और जनरल एआई), बीसीए (क्लाउड कंप्यूटिंग), बीबीए और एम बी ए (बिजनेस एनालिटिक्स) के छात्रों को उन्नत क्लाउड तकनीकों और प्रमाणन कार्यक्रमों तक पहुंच मिलेगी। इसके अलावा, एक वार्षिक 12-घंटे का हैकाथॉन आयोजित किया जाएगा, जिसमें छात्र गूगल टेक्नोलॉजी का उपयोग कर समस्याओं का समाधान करेंगे।
व्यावहारिक शिक्षा अनुभव को और मजबूत करते हुए, मानव रचना यूनिवर्सिटी एक क्रोम और एआई लैब स्थापित करेगी, जो एआई-सक्षम शोध, सहयोग और कौशल विकास के लिए एक समर्पित स्थान प्रदान करेगी। यह पहल छात्रों और संकाय दोनों को लाभान्वित करेगी, जिससे वे तकनीकी नवाचारों में अग्रणी बने रहेंगे।
एलएंडटी के साथ साझेदारी इंजीनियरिंग और तकनीक से जुड़े क्षेत्रों में उद्योग-अनुकूल शिक्षा को बढ़ावा देगी। यह कार्यक्रम ई-लर्निंग, वर्चुअल सेशंस और ऑन-कैंपस प्रैक्टिकल ट्रेनिंग का संयोजन होगा। छात्रों को एलएंडटी एडुटेक के लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम (एल एम् एस) और वर्चुअल लैब की सुविधा मिलेगी, जिससे वे उन्नत सॉफ़्टवेयर टूल्स और प्रोजेक्ट-आधारित लर्निंग का लाभ उठा सकेंगे।
एल एंड टी एडुटेक की हेड, फेबिन एम. एफ. ने कहा, "यह सहयोग छात्रों को वास्तविक औद्योगिक अनुभव देगा और उन्हें आधुनिक इंजीनियरिंग चुनौतियों के लिए तैयार करेगा।”
इसके अलावा, ई-मोबिलिटी लैब में छात्रों को ईवी टेक्नोलॉजी, बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम और पावर इलेक्ट्रॉनिक्स पर विशेषज्ञता हासिल करने का अवसर मिलेगा।
स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग की डीन, प्रो. दीपाली बंसल ने कहा, "इंजीनियरिंग शिक्षा को किताबों से आगे बढ़कर वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों से जोड़ना आवश्यक है।"
इस साझेदारी के जरिए मानव रचना यूनिवर्सिटी छात्रों को अत्याधुनिक तकनीकों और उद्योग-उन्मुख कौशल से लैस कर रही है, जिससे उनके करियर की संभावनाएं मजबूत होंगी।