“कम्प्लायन्स रिडक्शन और डी-रेगुलेशन” बैठक में आईएमटी एसोसिएशन के प्रधान राणा ने दिए 12 महत्वपूर्ण सुझाव

Compliance Reduction and De-Regulation

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चंडीगढ़/फरीदबाद। दयाराम वाशिष्ठ: Compliance Reduction and De-Regulation: चंडीगढ स्थित हरियाणा निवास में आयोजित “कम्प्लायन्स रिडक्शन और डी-रेगुलेशन” बैठक में आईएमटी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन फरीदाबाद के प्रधान प्रमोद राणा और चेयरमैन  तेज चौधरी ने हिस्सा लिया। बैठक की अध्यक्षता श्रीमती वंदना गुरानी (सचिव, कोऑर्डिनेशन, कैबिनेट सचिवालय, भारत सरकार) ने की। बैठक में डी. सुरेश राजा (प्रिंसिपल सचिव, वाणिज्य विभाग) सहित अन्य उच्च अधिकारी भी उपस्थित थे।

प्रमोद राणा ने हरियाणा में “कम्प्लायन्स रिडक्शन और ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस” को बढ़ावा देने के लिए 12 प्रमुख सुझाव प्रस्तुत किए, जिनका उद्देश्य राज्य में औद्योगिक विकास को गति देना और व्यापारिक प्रक्रियाओं को सरल बनाना है। इनमें. सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम को मजबूत बनाना्, सभी स्वीकृतियों को 100 फीसदी डिजिटल बनाने और समयबद्ध मंजूरी प्रक्रिया लागू करने का प्रस्ताव, विभिन्न श्रम कानूनों को एक वार्षिक रिटर्न में समाहित करने का सुझाव दिया। इसी तरह औद्योगिक बुनियादी ढांचे में सुधार का सुझाव देते हुए :24x7 बिजली आपूर्ति, कचरा प्रबंधन और परिवहन कनेक्टिविटी को सुदृढ़ बनाने औद्योगिक कचरे के निपटान और निर्बाध बिजली आपूर्ति की व्यवस्था किए जाने का सुझाव दिया गया। मजदूर आवास परियोजनाएं लागू करने के साथ  उद्योगों के साथ साझेदारी में किफायती और सुरक्षित आवासीय परिसरों का विकास कराना तथा पानी, बिजली और स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का सुझाव दिया।  कराधान और वित्तीय प्रोत्साहन के तहत एमएसएमईएस  के लिए जीएसटी अनुपालन को सरल बनाने व  भूमि एवं संपत्ति कर में सुधार और कर दरों में छूट का प्रावधान  करने की बात कही। तेजी से भूमि और सीएलयू अनुमोदन:के तहत सभी सीएलयू आवेदनों को 60 दिनों के भीतर निपटाने का लक्ष्य निर्धारित करने व डिजिटल पोर्टल पर आवेदन और स्वीकृति प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने का सुझाव रखा। इसके अलावा. औद्योगिक सुरक्षा और कानून प्रवर्तन:के तहत औद्योगिक क्लस्टरों में समर्पित पुलिस बल की तैनाती। सुरक्षा मानकों का पालन और औद्योगिक सुरक्षा बल की नियुक्ति करने का सुझाव रखा। कौशल विकास और रोजगार सृजन:के तहत पीपीपी मॉडल पर औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करना व युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्रदान करने के लिए कौशल विकास कार्यक्रम शुरू करने की बात कही। इसी तरह  औद्योगिक क्लस्टर और सामान्य सुविधाओं के तहत आईएमटी फरीदाबाद में औद्योगिक क्लस्टर का विकास करना व पार्किंग, फायर सेफ्टी और कम्यूनिटी हॉल जैसी सामान्य सुविधाओं का निर्माण कराया जाए। इसके अलावा प्रमोद राणा ने. औद्योगिक एक्सपो और व्यापार नेटवर्किंग को बढ़ावा:देने व एमएसएमई ऋण समर्थन का सुझाव रखते हुए  बगैर जमानत के लघु अवधि के ऋण और ब्याज सब्सिडी योजना का प्रावधान करने व  ऋण स्वीकृति प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने का सुझाव रखा।. व्यापार सुगमता में सुधार:डिजिटल अवसंरचना में निवेश बढ़ाना और नियामक प्रक्रियाओं को सरल बनाए जाने का सुझाव भी रखा गया।