विधायक आदित्य सुरजेवाला ने हरियाणा विधानसभा सत्र में उठाई आवाज

MLA Aditya Surjewala Raised his Voice

MLA Aditya Surjewala Raised his Voice

आदित्य सुरजेवाला के सदन में तीखे सवालों से घिरी भाजपा सरकार, 

आदित्य ने कहा कि भाजपा ने 11 साल में 600% ज़्यादा कर्ज लिया यानी ₹2,92,525 करोड़।

चंडीगढ, 20 मार्च 2025: MLA Aditya Surjewala Raised his Voice: कैथल से कांग्रेस विधायक आदित्य सुरजेवाला ने हरियाणा विधानसभा सत्र में अपने अभिभाषण में भाजपा सरकार व मुख्यमंत्री नायब सैनी पर हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी ने इस बजट को "भविष्य सक्षम बजट" कह पेश किया है, पर असल में यह "भविष्य अक्षम बजट" है यानी "भविष्य पर ग्रहण लगाने वाला बजट है। बजट का मतलब ही होता है, प्रदेश के लिए एक नई सोच, एक नया रास्ता, नई दृष्टि,नई उमंग और नई उम्मीद। लेकिन 3 घंटे में हमे तो मिला सिर्फ़ भाषण, कागज, बड़बोली बातें, और उपदेश। आख़िर में बजट का सार निकला ख़ाली झोला बजट। 

आदित्य ने कहा कि इस बजट में न किसान और खेत मज़दूर को कुछ मिला, न दुकानदार और व्यापारी को, न दलित और पिछड़ों को कुछ मिला, और न ही कर्मचारी को। सबसे बड़ा प्रहार युवाओं पर किया गया है। क्योंकि लगता है कि सरकार का डीएनए ही "युवा विरोधी" है।

आदित्य सुरजेवाला ने कहा कि साल 2018 में जो गुरुग्राम की फूल मंडी का वादा मुख्यमंत्री खट्टर साहब ने किया था, आज वही वादा सैनी सरकार ने 2025 के बजट में छाप दिया। ऐसे ही खेलो हरियाणा ऐप है जो 2021 में लॉन्च करनी थीं, वो आज 2025 में भी एक घोषणा ही बन कर रहे गई है। और तो और, गुरुग्राम और नूह में अन्तर राष्ट्रीय स्तर की जंगल सफारी जो 2023 में घोषणा की, वो 2025 में वापस आ गई मुझे तो लगता है की ये हमे ही किसी सफारी पर लेके जाने की कोशिश कर रहे है ताकि हम इनकी पुनर्नवीनीकरण योजनाएँ में ध्यान ना दे।

उन्होंने कहा कि कर्ज के जंजाल ने हरियाणा प्रदेश बेहाल कर दिया है। बजट पर चर्चा में बेतहाशा कर्ज की काफ़ी चर्चा हुई। असल में पांव के नाखून से सर के बाल तक भयंकर कर्ज में डूबा हमारा हरियाणा "आर्थिक आपातकाल" से गुज़र रहा है। इस सरकार की तो एक ही नीति है आमदनी चवन्नी, खर्चा 100 रुपैया, कर्जा ले ले कर घी पियो भैया।"

उन्होंने कहा कि 01 नवंबर, 1966 जब हरियाणा बना तब से 31 मार्च, 2014 तक, यानी 49 साल में हरियाणा का कुल कर्ज ₹60,293 करोड़ था। साल 2014-15 से साल 2025-26, यानी 11 साल में क़र्ज़ बढ़ कर ₹3,52,818 करोड़ था। अब 11 साल में भाजपा सरकार ने 600% ज़्यादा कर्ज लिया यानी ₹2,92,525 करोड़। यानी खट्टर साहेब-सैनी जी की सरकारें पिछले 11 साल से प्रतिदिन ₹73 करोड़ कर्ज़ लेती हैं, यानी 11 साल से हर घंटे ₹3 करोड़ का कर्ज़। इस सरकार ने 11 साल में हरियाणा को दिवालिया बना दिया है। और सवाल यह भी है कि ये ₹2,92,525 करोड़ कहाँ गया, इससे क्या बनाया, कौन सा बिजली घर बनाया, कौन सा थर्मल पावर प्लांट बनाया, कौन सा सिंचाई प्रोजेक्ट बनाया, कौन सा स्टेट हाइवे बनाया, कौन सी यूनिवर्सिटी बनाई, कौन सा हाईटेक सेंटर बनाया? जवाब एक ही है वो है सिर्फ जीरो।

आदित्य सुरजेवाला ने कहा कि बजट के मुताबिक ही सरकार 35% बजट का पैसा कर्जा लेकर चुका रही है। आप सोचिए, कर्जा लेकर घर चलाने के लिए अगर पूरा घर ही गिरवी रख देंगे तो आज की पीढ़ी और भविष्य की हरियाणा की पीढ़ी का क्या होगा? या फिर मंशा यह है कि सबकुछ लुटाकर और झोला उठाकर पतली गली से निकल जाएंगे। हरियाणा का वर्तमान और भविष्य रहे या ना रहे।

आदित्य सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा सरकार से ढाँचागत विकास की कोई आस नहीं है। भाजपा सरकार बड़ी बड़ी डींगें तो मारती है कि बजट का साइज़ 2 लाख करोड़ से ऊपर हो गया है, पर सच्चाई यह है कि "बुनियादी विकास", यानी ढाँचागत तरक्की में इस बजट का 10% भी नहीं किया जाता और वो 10% भी खर्च नहीं किया जाता।

उन्होंने कहा कि पूंजीगत खर्च को देखें तो एक आम परिवार के लिए उनकी गाड़ी, भेंस और घर होता है। ऐसी एकमुश्त खरीद जो सालो उनके साथ रहती है और घर चलाने में मदद करती हैं। सरकार के लिए पूंजीगत खर्च हुआ नए थर्मल प्लांट बनाना, नए पुल और सड़क बनाना, नई यूनिवर्सिटी कॉलेज बनाना, नए इंडस्ट्रियल हब बनाना। वह एकमुश्त खरीद जिस पर किसी भी प्रदेश की तरक्की और ढाँचागत विकास पर निर्भर है।

उन्होंने कहा कि 2004-14 के बीच कांग्रेस सरकर ने केएमपी बनाया, मानेसर और गुरुग्राम को इंडस्ट्रियल और फाइनेंशियल हब बनाया, रेवाड़ी रोहतक लिंक, जो झज्जर से जाती है, वो बनायी। पानीपत एलिवेटेड एक्सप्रेसवे बनाया। और BJP के सामने 152 डी, जम्मू कटरा दोनों NHAI के खर्चे पे बने है और जो हमारे असली "स्टेट हाइवे" है, उन्मे दो-दो फीट के गड्ढे बने हुए है।मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कई मल्टी लेवल पार्किंग की घोषणा की लेकिन मेरे ही कैथल में हम 11 साल से मल्टी लेवल पार्किंग की माँग उठा रहे है। कांग्रेस सरकार ने 2014 में मल्टी लेवल पार्किंग के लिए जमीन भी सौंपी थी- लेकिन आज भी वो प्लॉट ऐसे का ऐसा पड़ा हुआ है बिल्कुल ख़ाली।

आदित्य ने कहा कि 11 साल से तो हिसार का एयरपोर्ट भी बन ही रहा है। और बिना बने एयरपोर्ट से हुए "फ़र्ज़ी  डिवलेपमेंट" के नाम पर बड़ी बड़ी जमीन की डील की जा रही है। जो बिजली बढ़ोतरी स्थिति पर कांग्रेस सरकार हरियाणा इनको सौंप के गई थी। आज हरियाणा की कुल स्थापित क्षमता 3000 मेगावाट से गिर चुकी है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा में मौजूदा सरकार ने ढाँचागत विकास को कूड़ेदान में डाल दिया है। यह मैं नहीं कह रहा, सरकार के आंकड़े कह रहे हैं। साल 2022-23 में हरियाणा के पूंजीगत खर्च" में ₹11,878 करोड़ खर्च ही नहीं किए गए। साल 2023-24 में हरियाणा के बजट में "पूंजीगत खर्च" में ₹22,658 करोड़ आबंटित किए, पर खर्च केवल ₹19,976 करोड़ किए गए यानी ₹2,682 करोड़ खर्च ही नहीं किए गए। साल 2024-25 में पूंजीगत खर्च" में ₹21,376 करोड़ आबंटित किए, पर जनवरी 2025 तक संशोधित अनुमान सिर्फ ₹16,097 करोड़ ही बना। यानी ₹5,279 करोड़ कम। यह दर्शाता है कि यह सरकार हरियाणा में ढांचागत विकास करना ही नहीं चाहती। यह भाजपा की हर साल की कहानी है। 2015-16, में भाजपा के पहले बजट से 2022-23 तक का औसत कर लो, तो हमें 14% का फ़रक मिलेगा - जितना ये भाजपा सरकार वायदा करती है पूंजीगत खर्च करने का और जितना  पूंजीगत खर्च वे सच में खर्च करती है। सवाल यह है अगर हर सेक्टर में ये सरकार पैसे घटा रही है, तो हमारे हरियाणा के निवासियों का पैसा जा कहाँ रहा है? क्या ये सरकार इतनी अयोग्य है? या इनके वादे, इनकी नीतियों की तरह इतने खोखले है?

आदित्य सुरजेवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी ने "लाडो लक्ष्मी योजना" कि घोषणा की, जिसके तहत महिलाओं को ₹2,100 रुपये हर महीने मिलेंगे। परंतु, इन्होंने केवल ₹5,000 करोड़ आबंटित किए है। इसका मतलब है, हमारे पप्रदेश की 17 साल की उम्र से बड़ी औरतें – लगभग 1 करोड़ महिलाओं में से सिर्फ 20 लाख से भी कम औरतों को इसका फायदा मिलेगा। अगर ये सरकार सबके लिए काम करना चाहती, तो ये ₹25,000 करोड़ आबंटित करती।