विश्व मोटापा दिवस: मोटापा कई बीमारियों को दे रहा है दावत
World Obesity Day 2025
विश्व मोटापा दिवस: मोटापा कई बीमारियों को दे रहा है दावत
बढ रही है डायबिटिज और ब्लड प्रैशर के रोगियों की संख्या
फरीदाबाद। दयाराम वशिष्ठ: World Obesity Day 2025: मोटापा इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन है।बढते मोटापा के चलते डायबिटिज, ब्लैड प्रैशर, कोलोस्टोर समेत कई बीमारियां युवाओं तक को अपनी चपेट में ले रही हैं। बीते वर्ष की हम बात करें तो मोटापा के चलते बीमारी की चपेट में आने वाले बुजुर्गों के अलावा युवा व स्कूल कॉलेज जाने वाले छात्रों की संख्या काफी हद तक बढी है।
विशेषज्ञों का मानना है कि मोटापा बढने का मुख्य कारण गतिहीन जीवनशैली व जंकफूड का बढता प्रचलन है। अगर समय रहते इस पर नियंत्रण नहीं किया गया तो मोटापा के परिणाम बेहद घातक साबित हो सकते हैं।
एनसीआर के फरीदाबाद व पलवल में बढते शहरीकरण, औद्योगिकरण व घटते कृर्षि क्षेत्र का सबसे प्रतिकूल प्रभाव यहां के निवासियों की सेहत पर पड़ा है। पर्याप्त मात्रा में पार्कों व खेल मैदान की सुविधा न मिलने के चलते बच्चे, युवा व बुजुर्ग घरों में कैद रहने के लिए मजबूर हैं। इसके चलते बच्चे अब मैदान पर खेलने की बजाय मोबाइल या कंप्यूटर पर अधिक समय बिताते हैं।कृषि क्षेत्र कम होने से बडों की जीवन सैली बदल गई है। बच्चों का शारीरिक श्रम बहुत ही कम हो गया है। इससे बच्चों को सुस्त करने के साथ मोटापा भी बढ़ा रहा है। 10-12 वर्ष की आयु में बच्चे मोटे हो रहे हैं। इससे बच्चों में डायबिटीज, बीपी, हड्डियों में दर्द जैसी समस्याओं को दे रहे हैं। सुबह देर तक सोना और देर रात तक जागना आम बात हो चली है। भूख लगने पर पौष्टिक आहार लेने की बजाय जंक फूड खाने से मोटापे की परेशानी बढ़ी है।
पुलिस पर भी मोटापा का पड रहा है असर
पुलिस विभाग में बढते मोटापा को लेकर गत दिनों महानिदेशक ने निर्देश जारी किए थे कि दस दिन के भीतर-भीतर मोटे पुलिसकर्मियों की पहचान की जाए। इसके बाद 40 दिन का फिटनेस प्रोग्राम भी शुरू किया गया। इस कार्यक्रम के तहत, वे पुलिसकर्मी जिनका पेट निकला है या वे फिट नहीं है। उन्हें सुबह एक दिनचर्या का पालन करना होगा। इसमें योग, जिम और दौड़ शामिल होगी। इसके तहत ट्रैनिंग प्रोग्राम भी कराया गया।
जागरूकता ही पर्याप्त नहीं है - मोटापे से निपटने के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण की आवश्यकता है: डॉ़ यामिनी अत्री
· एसएसबी हॉर्ट एंड मल्टीस्पेशिलिटी अस्पताल की डाइटिटिक्स हेड यामिनी अत्री ने कहा कि बढते मोटापा को कम करने के लिए हमें नियमित व्यायाम करने के साथ साथ खान पान में बदलाव करने की जरूरत है। गतिहीन जीवनशैली व जंकफूड का बढते प्रचलन के चलते बढ रहे मोटापा से लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। हर साल 4 मार्च को मनाया जाने वाला विश्व मोटापा दिवस इस बढ़ती हुई समस्या से निपटने के लिए एक चेतावनी है। पोषण विशेषज्ञ या आहार विशेषज्ञ एक भोजन योजना तैयार करने में मदद कर सकता है जो वजन घटाने को बढ़ावा देता है और यह सुनिश्चित करता है कि सभी पोषण संबंधी ज़रूरतें पूरी हों। कैलोरी का सेवन कम करना और फलों, सब्जियों और लीन प्रोटीन जैसे संपूर्ण खाद्य पदार्थों पर ध्यान केंद्रित करना दीर्घकालिक वजन को कंट्रोल करता है। इसलिए समय समय पर डायटिशियन से परामर्श करने की जरूरत है। डाक्टर यामिनी अत्री कहते हैं कि पैदल चलने से कैलोरी बर्न होती है। मोटापे से बचने के लिए एक स्वस्थ व्यक्ति को पैदल चलने व नियमित व्यायाम करने का लक्ष्य रखना चाहिए। इससे मोटापे की संभावना कम रहती है। इसके अलावा प्रत्येक व्यक्ति को अपने लिए आधा घंटा समय अवश्य निकालना चाहिए। इसमें वह जिम, योग व आसन कर सकता है।
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