एक्सईएन की गिरफ्तारी से नाराज अधिकारियों ने दी प्रदेश में पानी-बिजली समेत सेवाएं बंद करने की चेतावनी

Angry with the arrest of XEN

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एक्सईएन अमित के विरुद्ध रद्द हो मामला, गिरफ्तारी करने वाले पुलिस अधीकारियों पर हो कार्रवाई 

 पलवल। दयाराम वशिष्ठAngry with the arrest of XEN: शहर के पुराना जीटी रोड स्थित पीएनजी पाइप लाइन में लगी आग से हुई मौत के मामले में जन स्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन की गिरफ्तारी का मामला तूल पकडता जा रहा है। गुरुवार को प्रदेश भर से विभिन्न विभागों के एसई, एक्सईएन, एसडीओ इंजीनियर्स फेडरेशन ऑफ़ हरियाणा के तत्वाधान में पलवल में एकत्रित हुए और पुलिस प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। आरोप लगाया कि पुलिस ने साजिश के तहत एक्सईएन को गलत फंसाया है। 

अधिकारियों ने चेतावनी दी कि यदि एक्सईएन अमित के विरुद्ध केस रद्द नहीं हुआ और इस मामले में गलत गिरफ्तारी करने वाले पुलिस अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं हुई तो पूरे प्रदेश में विभिन्न विभागों द्वारा पानी-बिजली समेत अन्य सेवाओं की आपूर्ति रोक दी जाएगी। 

उल्लेखनीय है कि बीती 12 नवंबर को शहर के पुराना जीटी रोड पर काम कर जेसीबी मशीन द्वारा खोदाई के दौरान पास से ही गुजर रही अडानी  पीएनजी पाइप लाइन टूट गई थी। इसके बाद पाइप लाइन से गैस रिसने लगी और अचानक तेज धमाका हुआ था। इस दौरान पास की ही दुकान में चाय बेचने वाले हरिचंद सिंगला की झुलसने से मौत हो गई थी। हादसे में चार दुकानें और लाखों का सामान जलकर ख़ाक हो गया था। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मृतक के भाई लक्ष्मण की शिकायत के आधार पर जन स्वास्थ्य विभाग, अदानी गैस और अन्य के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस द्वारा गांव बघौला के रहने वाले जन स्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन अमित, अदानी गैस के सुपरवाइजर विशाल, दो टेक्नीशियन कर्मचारी शमशाद तथा शैलेंद्र को गिरफ्तार किया था। आरोपियों को बुधवार को अदालत में  पेश कर जेल भेज दिया गया था। इस गिरफ्तारी के बाद अधिकारी आग-बबूला हो गए।

बृहस्पतिवार को प्रदेश भर के विभिन्न विभागों के एसई, एक्सईएन, एसडीओ पलवल में एकत्रित हुए और विरोध प्रदर्शन किया। इसके उपरांत जिला उपायुक्त को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा गया। 
 इंजीनियर्स फेडरेशन ऑफ़ हरियाणा के अध्यक्ष आरके शर्मा ने कहा कि पुलिस ने जन स्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन अमित को जानबूझकर मामले में फंसाया है। शहर के ओल्ड जीटी रोड पर जिस जेसीबी मशीन से यह हादसा हुआ, वह जन स्वास्थ्य विभाग की थी ही नहीं। दरअसल जन स्वास्थ्य विभाग ने हादसे से पहले ही पाइप लाइन ठीक कर कार्य निपटा दिया था। सभी कर्मचारी मौका स्थल से चले गए थे।  इसके बाद आसपास के किसी व्यक्ति ने पानी की लाइन से अवैध कनेक्शन लेने के लिए जेसीबी से खोदाई कराई और उसी दौरान यह हादसा हो गया।  जबकि जन स्वास्थ्य विभाग इसके लिए जिम्मेदार नहीं है। पुलिस ने मामले में साजिश के तहत जानबूझकर जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को गिरफ्तार किया। मामले को  ठंडा करने के लिए यह गलत गिरफ्तारी की गई। जबकि बिना सरकार की अनुमति के एक्सईएन स्तर के अधिकारी की गिरफ्तारी हो ही नहीं सकती है। इसके बाद उसे बेइज्जत करने के लिए नीचे बैठाकर उसकी गिरफ्तारी का फोटो जारी किया गया।  इसके लिए पुलिस प्रशासन जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि एक्सईएन के विरुद्ध दर्ज मुकदमे को तुरंत प्रभाव से रद्द किया जाए। इसके अलावा एक्सईएन को झूठे मामले में फंसाने वाले और गिरफ्तारी की फोटो जारी करने के जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई हो। यदि ऐसा नहीं हुआ तो पूरे प्रदेश के विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी आंदोलन करेंगे। प्रदेश में पानी-बिजली जैसी सेवाएं बंद कर दी जाएंगी। 

इस दौरान फेडरेशन के महासचिव राजेश चोपड़ा,अलोक बनवाला, मंजीत हुड्डा, सिहाग, एसई राजीव बत्रा,एसई  राजीव गुप्ता आदि मौजूद थे।