चुनाव में कांग्रेस का खुलकर साथ देने वालों पर गिरेगी गाज

Those who openly supported Congress in the elections will be punished

Those who openly supported Congress in the elections will be punished

Those who openly supported Congress in the elections will be punished- चंडीगढ़। विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस का साथ देने वाले कई अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ आने वाले दिनों में कार्रवाई हो सकती है। एक के बाद एक भाजपा के कई विधायकों ने शपथ ग्रहण समारोह से पहले ही कर्मचारियों को इस बारे में संकेत देने शुरू कर दिए हैं।

विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश के कर्मचारियों ने बकायदा ओपीएस के नाम पर कांग्रेस के समर्थन में प्रचार अभियान चलाया हुआ था। बहुत से कर्मचारी नेता तो खुलकर कांग्रेस के लिए काम कर रहे थे। इस बारे में कार्यवाह सरकार को पहले भी पता लग चुका था। एग्जिट पोल के जारी होने के बाद कई आला अधिकारी भी कांग्रेस नेताओं से मुलाकात करके आए थे।

मतगणना वाले दिन पोस्टल बैलेट की गिनती में कांग्रेस ने 70 सीटों पर लीड किया। इनमें से अधिकतर पोस्टल वोट कर्मचारियों के ही थे। अब भाजपा की सरकार बनने के बाद विधायकों ने कर्मचारियों के खिलाफ सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। फरीदाबाद के बडख़ल से विधायक धनेश अदलखा, पलवल के विधायक गौरव गौतम, हांसी के विधायक विनोद भयाना समेत कई अन्य विधायकों द्वारा कर्मचारियों को चेताए जाने के बाद अब पानीपत ग्रामीण सीट से नवनिर्वाचित विधायक एवं पूर्व मंत्री महिपाल ढांडा ने गर्म तेवर दिखाए हैं। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को कड़े शब्दों में चेतावनी दी है कि उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। विधायक ने यह चेतावनी उन अधिकारियों को दी है, जिन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस की मदद की।

महिपाल ढांडा ने कहा कि प्रशासन में कुछ लोग तेवर बदल रहे थे। कुछ अधिकारी भी तेवर बदल रहे थे। मैं 15 साल में पहली बार बोल रहा हूं कि बख्शेंगे नहीं, जिन लोगों ने चीटिंग की है, बदतमीजी की है, बेईमानी की है। ऐसे लोग टिप्स पर हैं। भाजपा विधायकों की इस सक्रियता से कर्मचारी संगठनों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। सरकार के शपथ ग्रहण के बाद अगर कर्मचारियों व अधिकारियों पर कार्रवाई होती है तो प्रदेश में नया विवाद शुरू हो जाएगा।