हरियाणा विधानसभा चुनाव: बीवी-बच्चों के हाथ प्रत्याशियों की चुनावी बागडोर

Election reins of candidates in the hands of wives and children

Election reins of candidates in the hands of wives and children

Election reins of candidates in the hands of wives and children- चंडीगढ़ (साजन शर्मा)I हरियाणा विधानसभा चुनावों में विभिन्न हलकों से पार्टियों के प्रत्याशी चुने जाने के बाद उनके परिजन भी चुनाव प्रचार में उतर गये हैं। किसी की बीवी तो किसी के बच्चों ने प्रचार का जिम्मा संभाल रखा है। फिलहाल पार्टी प्रत्याशी भले ही अलग-अलग  तरह की औपचारिकताओं में उलझा हो लेकिन प्रत्याशियों के परिजनों ने सीधे जनता से संवाद बनाना शुरू कर दिया है।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी तो पूरे हरियाणा में दौरा कर रहे हैं और रुठों का मनाने में लगे हैं लेकिन उनके लिये उनकी पत्नी सुमन सैनी चुनावी जंग में सक्रिय हो चुकी हैं। मुखयमंत्री लाडवा विधानसभा क्षेत्र से चुनावी समर में उतरे हैं। यहां प्रचार की कमान उनकी पत्नी सुमन सैनी ने संभाल रखी है और वह जगह-जगह बैठकें कर रही हैं व लाडवा विधानसभा सीट पर उनके लिए समर्थन मांग रही हैं। सैनी टिकट से वंचित नेताओं और कार्यकर्ताओं को मनाने में व्यस्त हैं और अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी कार्यक्रमों में भी भाग ले रहे हैं, लिहाजा सुमन सैनी और अन्य स्थानीय नेता उनके लिए प्रचार कर रहे हैं। लोगों से बातचीत करते हुए सुमन सैनी भाजपा सरकार द्वारा किए गए कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं और मतदाताओं से भगवा पार्टी का समर्थन करते रहने की अपील कर रही हैं।

थानेसर के विधायक सुभाष सुधा के लिए उनकी पत्नी उमा सुधा और बहू सक्रिय रूप से प्रचार कर रही हैं। संयुक्त संघर्ष पार्टी के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी, जो भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के प्रमुख भी हैं, के लिए भी उनकी पत्नी बलविंदर कौर और बेटे पिहोवा विधानसभा क्षेत्र में प्रचार कर रहे हैं। वे अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में कई कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं और मतदाताओं से उनका समर्थन करने का आग्रह कर रहे हैं। सीएम नायब सिंह सैनी की पत्नी सुमन सैनी का कहना है कि लोगों ने मुख्यमंत्री को दिन-रात काम करते देखा है और वह हमेशा जनता के लिए उपलब्ध रहते हैं। भाजपा सरकार ने ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। हम पार्टी की स्थिति मजबूत करने के लिए घर-घर जा रहे हैं। हम लोगों से हरियाणा में तीसरी बार भाजपा को विजयी बनाने की अपील करते हैं।

बलविंदर कौर, जो पिहोवा में अपने पति गुरनाम सिंह चढ़ूनी के लिए प्रचार कर रही हैं, लोगों से बातचीत करती हैं और गुरनाम सिंह चढ़ूनी द्वारा किसानों और मजदूरों के लिए किए गए संघर्ष को लोगों से सांझा कर रही हैं और चुनाव में उनके लिए समर्थन मांग रही हैं। उनका कहना है कि हमें सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है क्योंकि चढ़ूनी 30 वर्षों से अधिक समय से किसानों और मजदूरों के अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। आंदोलन करने के कारण वे जेलों में भी रहे। जनता ने भाजपा और कांग्रेस को मौका दिया लेकिन कुछ नहीं बदला। हम लोगों को गुरनाम सिंह द्वारा किए गए प्रयासों से अवगत करा रहे हैं। बलविंदर कौर ने कहा कि हम उन्हें यह भी बता रहे हैं कि अगर उन्हें राज्य विधानसभा में भेजा जाता है तो वह जनता के लिए और अधिक काम कर सकते हैं।

इसी तरह, तीसरी बार सीट बरकरार रखने की कोशिश कर रहे राज्यमंत्री और थानेसर के विधायक सुभाष सुधा के लिए उनकी पत्नी उमा सुधा और बहू सुगंधा सुधा मतदाताओं से भाजपा का समर्थन जारी रखने की अपील कर रही हैं। पिछले 10 वर्षों में विकास और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए मोदी सरकार द्वारा किए गए कार्यों के नाम पर वोट मांग रही उमा सुधा, सुभाष सुधा के लिए वोट मांग रही हैं। उमा सुधा जनसभाओं में कह रही हैं कि भाजपा सरकार ने समाज के सभी वर्गों के लिए काम किया है। केंद्र में भाजपा की सरकार है और लोग हरियाणा में भी भाजपा की सरकार देखना चाहते हैं। केंद्र और राज्य दोनों में एक ही पार्टी की सरकार होने से जन कल्याण योजनाओं का सुचारू तरीके से कार्यान्वयन सुनिश्चित होगा। अंबाला कैंट विधानसभा हलके से अभी कांग्रेस प्रत्याशी की घोषणा नहीं हुई है लेकिन यहां चित्रा सरवारा के लिये पूर्व मंत्री निर्मल सिंह व चित्रा के पिता निर्मल सिंह और माता नायब कौर भी मैदान में उतर गये हैं। वैसे निर्मल सिंह अंबाला शहर विधानसभा क्षेत्र से भी खुद की किस्मत आजमाने के मूड में हैं।

इसकी खास वजह भी है। पहले अंबाला शहर विधानसभा क्षेत्र के बहुत से हिस्से नग्गल विधानसभा क्षेत्र में होते थे। डीलिमिटेशन के बाद यह अंबाला शहर विधानसभा क्षेत्र में आ गए। यहां निर्मल सिंह का अच्छा होल्ड रहा है। पूर्व गृहमंत्री अनिल विज के भाई कपिल विज व अन्य परिजन भी चुनाव मैदान में उनकी नैया पार लगवाने के लिये उतर चुके हैं। उन्हें पूरा भरोसा है कि अंबाला कैंट में कई हजार करोड़ के किये गए विकास कार्य विज की जीत का आधार रखेंगे। इसी तरह कालका विधानसभा क्षेत्र से पूर्व उपमुखयमंत्री चंद्रमोहन की टिकट कांग्रेस ने हालांकि घोषित नहीं की है लेकिन उनके बेटे ने उनके लिये प्रचार करना शुरू कर दिया है। कालका विधानसभा क्षेत्र से शक्ति रानी के पुत्र कार्तिकेय जो सांसद भी हैं उनके साथ हर जगह साथ दिखाई दे रहे हैं। उनके लिये प्रचार भी कर रहे हैं। शक्ति रानी के पति और पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा भी उनके लिये चुनाव प्रचार में उतर चुके हैं।