Haryana Chunav- हरियाणा में BJP की मांग- चुनाव आगे बढ़ाया जाए; वोटिंग डेट बदलने के लिए इलेक्शन कमीशन को लिखा लेटर

हरियाणा में BJP की मांग- चुनाव आगे बढ़ाया जाए; वोटिंग डेट बदलने के लिए प्रदेश अध्यक्ष बडौली ने इलेक्शन कमीशन को लिखा लेटर

Haryana Vidhan Sabha Chunav 2024 Date Changed Demand BJP News Update

Haryana Vidhan Sabha Chunav 2024 Date Changed Demand BJP News

Haryana Vidhan Sabha Chunav: हरियाणा में 16 अगस्त को विधानसभा चुनाव-2024 को लेकर शेड्यूल जारी किया जा चुका है। इलेक्शन कमीशन ने 1 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग की घोषणा की थी। लेकिन अब बीजेपी की तरफ से इस वोटिंग डेट को बदलने की मांग की जा रही है. हरियाणा बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बडौली ने इलेक्शन कमीशन (ECI) को इस संबंध में बकायदा लेटर भी लिखा है और मांग की है कि चुनाव आगे बढ़ाया जाए। प्रदेश अध्यक्ष बडौली ने इसके पीछे छुट्टियों और बिश्नोई समाज के धार्मिक अनुष्ठान जैसे कारण बताए हैं।

डेट बदलने से वोटिंग परसेंटेज बढ़ेगा

हरियाणा बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बडौली का कहना है कि, मैंने इलेक्शन कमीशन (ECI) को लेटर लिखकर विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग डेट चार से पांच दिन बढ़ाने की अर्जी लगाई है। क्योंकि इलेक्शन कमीशन ने वोटिंग की जो डेट घोषित की है। उसके आसपास वीकेंड के साथ छुट्टियां आ रहीं हैं। जिसके कारण लोग प्रदेश से बाहर भी रह सकते हैं। इसके साथ ही उस दौरान बिश्नोई समाज का धार्मिक अनुष्ठान भी है इसका इफेक्ट भी वोटिंग पर पड़ेगा। वोटिंग परसेंटेज में गिरावट होगी। जबकि इलेक्शन कमीशन की भी प्राथमिकता होती है कि 100% वोटिंग हो।

बडौली ने कहा कि यह सब देखते हुए मैंने इलेक्शन कमीशन से चुनाव आगे बढ़ाने और वोटिंग डेट बदलने की मांग की है। अगर चुनाव की तारीख 4 से 5 दिन आगे बढ़ती है तो ज्यादा से ज्यादा लोग वोट करने के लिए मतदान केंद्र पहुंच सकेंगे। जिससे वोटिंग परसेंटेज बढ़ेगा। बडौली ने कहा कि मैंने इलेक्शन कमीशन (ECI) को लेटर लिख दिया है और आशा है कि कमीशन द्वारा इस पर संज्ञान लिया जाएगा।

हरियाणा में 1 फेज में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग

हरियाणा में विधानसभा चुनाव एक फेज में होगा। हरियाणा में 5 सितंबर को नामांकन के लिए अधिसूचना जारी की जाएगी। जिसमें नामांकन की लास्ट डेट 12 सितंबर होगी। वहीं चुनाव के लिए दाखिल नामांकनों की छटनी 13 सितंबर को की जाएगी। जबकि 16 सितंबर तक उम्मीदवार अपना नामांकन वापस ले सकेंगे। वहीं हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 1 अक्टूबर को होगी। जबकि हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव का रिजल्ट एकसाथ 4 अक्टूबर को डिक्लेयर किया जाएगा।

हरियाणा में कितने पोलिंग स्टेशन और कितने वोटर

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जानकारी दी है कि, हरियाणा के 22 जिलों में कुल 90 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इन 90 सीटों में 73 जनरल, 0 ST और 17 SC सीटें हैं। वहीं हरियाणा में कुल वोटरों की संख्या 2.01 करोड़ है। इन कुल वोटरों में 1.06 करोड़ पुरुष और 0.95 करोड़ महिला वोटर शामिल हैं।

वहीं हरियाणा में युवा वोटरों (उम्र-20 से 29) की संख्या 40.95 लाख है। जबकि फ़र्स्ट टाइम वोटरों (उम्र-18 से 19) की संख्या 4.52 लाख है। इसके साथ ही पीडबल्यूएस, बुजुर्ग और थर्ड जेंडर वोटर भी शामिल हैं। इसके अलावा हरियाणा में 10 हजार 495 लोकेशन पर 20 हजार 629 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। जहां लोग वोट डालने के लिए आएंगे।

रियाणा में इस बार जल्दी विधानसभा चुनाव

हरियाणा में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 को समाप्त होने वाला है। यानि हरियाणा में मौजूदा सरकार का कार्यकाल 3 नवंबर, 2024 को समाप्त हो जाएगा। हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटों पर पिछला विधानसभा चुनाव साल 2019 में हुआ था। तब चुनाव आयोग ने 27 सितंबर को चुनावी नामांकन के लिए अधिसूचना जारी की थी और 4 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल किए गए थे। वहीं 7 अक्टूबर नामांकन वापस लेने की तिथि थी। जबकि 2019 में हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 21 अक्टूबर को हुई थी। जिसके बाद 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव में पड़े वोटों की गिनती की गई और रिजल्ट डिक्लेयर कर दिया गया था।

किसी भी पार्टी को नहीं मिला था बहुमत

2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत हासिल नहीं हुआ था। हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों में बहुमत के लिए किसी पार्टी को अकेले दम पर 46 सीटों की जरूरत होती है। लेकिन रिजल्ट के बाद सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने 40 सीटें जीतीं, कांग्रेस ने 31 सीटें, जेजेपी ने 10 और अन्य ने 9 सीटें हासिल की थी। जिसके बाद बीजेपी और जेजेपी ने आपस में गठबंधन किया और राज्य में सीएम मनोहर लाल के नेतृत्व में गठबंधित सरकार चलाई। इस दौरान जेजेपी प्रधान महासचिव दुष्यंत चौटाला हरियाणा के डिप्टी सीएम रहे।

लेकिन यह गठबंधित सरकार इस साल लोकसभा चुनाव से पहले बिखर गई। 12 मार्च को बीजेपी ने जेजेपी से गठबंधन तोड़ लिया और इसके साथ ही मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद उसी दिन नायब सिंह सैनी ने सरकार बनाने के लिए तय विधायकों की संख्या के हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस समय नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा में बीजेपी सरकार है। वहीं इस बार के हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में बीजेपी कांग्रेस, जेजेपी और आप के बीच चौतरफा मुकाबला होने की संभावना है। उधर इनेलो भी इस बार पूरी दमखम के साथ मैदान में है।

इनेलो और मायावती की बीएसपी पार्टी गठबंधन के साथ चुनाव मैदान में उतरे हैं। इस बार देखना यह होगा हरियाणा की जनता किस पार्टी को सत्ता में बैठाती है। ज्ञात रहे कि, हरियाणा लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ा झटका लग चुका है। 2019 के लोकसभा चुनाव में जहां बीजेपी ने राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटें जीतीं थीं तो वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 5 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। ये सीटें कांग्रेस के खाते में गईं। जिसे 2019 में एक भी लोकसभा सीट नहीं मिली थी।