हरियाणा में पूर्व राज्यमंत्री ने कांग्रेस जॉइन की; कर्णदेव कंबोज को मना नहीं पाई BJP, टिकट न मिलने से आहत होकर दिया था इस्तीफा
Haryana Politics Former Minister Karan Dev Kamboj Joins Congress
Karan Dev Kamboj Joins Congress: हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज है। इस बीच नेता अपना पाला बदल रहे हैं। हरियाणा बीजेपी ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रहे और पूर्व राज्यमंत्री कर्णदेव कंबोज ने अब कांग्रेस का दामन थाम लिया है। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान की मौजूदगी में कर्णदेव कंबोज की कांग्रेस में जॉइनिंग हुई। कर्णदेव कंबोज के साथ उनके कई समर्थकों ने भी कांग्रेस में एंट्री ली। कंबोज के साथ हुड्डा ने सबकी जॉइनिंग कराई।
हुड्डा ने कहा- सभी को सम्मान मिलेगा
पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पूर्व राज्यमंत्री कर्णदेव कंबोज और उनके समर्थकों की जॉइनिंग पर कहा- बीजेपी ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री कर्ण देव कंबोज ने अपने सैंकड़ों समर्थकों के साथ कांग्रेस पार्टी का दामन थामा है। वहीं कर्ण देव कंबोज के साथ शामिल होने वालों में मुख्य रूप से बलविंद्र दिमान (BJP ओबीसी जिला अध्यक्ष, जींद), विपिन (चेयरमैन ब्लॉक समिति, रादौर), लवलीन टुटेजा (राज्य संयुक्त सचिव, आप), चरण चौधरी (प्रधान सरपंच एसोसिएशन, बावल) जैसे नेताओं ने भी कांग्रेस का दामन थामा है।
इसके अलावा देवेंद्र सिंह अरनेजा (पार्षद नगर पालिका, बावल), ऋषिपाल कंबोज (पूर्व चेयरमैन ब्लॉक समिति, इंद्री), रण सिंह (सरपंच, झाबुआ), भरत सिंह बावल (BJP), मुकेश डागर (AAP लोकसभा अध्यक्ष, गुरुग्राम) आदि पदाधिकारी, नेता व कार्यकर्ताओं ने भी कांग्रेस में जॉइनिंग की है। हुड्डा ने कहा कि, सभी का कांग्रेस पार्टी में स्वागत है। कांग्रेस में सभी को सम्मान मिलेगा।
कांग्रेस आ रही है, भाजपा जा रही है!
BJP OBC मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री कर्ण देव कंबोज ने अपने सैंकड़ों समर्थकों के साथ कांग्रेस पार्टी का दामन थामा। शामिल होने वालों में मुख्य रूप से -
बलविंद्र दिमान (BJP ओबीसी जिला अध्यक्ष, जींद)
विपिन (चेयरमैन ब्लॉक समिति,… pic.twitter.com/M0GbDRGbd3
कर्णदेव कंबोज के कांग्रेस में जाने से बीजेपी को बड़ा झटका
कर्णदेव कंबोज हरियाणा में एक बड़ा ओबीसी चेहरा हैं। ऐसे में कंबोज के कांग्रेस में शामिल होने से बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। कर्णदेव कंबोज के कांग्रेसी होने से बीजेपी का ओबीसी वोट बैंक बिखर सकता है। जबकि बीजेपी ओबीसी को अपना कोर वोट बैंक मानती है। अगर कर्णदेव कंबोज के चलते ओबीसी वोटर का झुकाव कांग्रेस की तरफ हुआ तो फिर ऐसे में बीजेपी को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। बता दें कि, बीजेपी ने कर्णदेव कंबोज को मनाने की बहुत कोशिश की। लेकिन बीजेपी कंबोज को मना नहीं पाई।
हाल ही सीएम नायब सैनी खुद कर्णदेव कंबोज को मनाने पहुंचे थे। इस दौरान का एक वीडियो खूब चर्चा में रहा था। वीडियो में देखा गया था कि, सामने से आ रहे कर्णदेव कंबोज से जब सीएम सैनी हाथ मिलाने के लिए आगे बढ़ते हैं तो कर्णदेव कंबोज हाथ नहीं मिलाते और आगे बढ़ जाते हैं। इस वीडियो ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं। तभी यह साफ हो गया था कि कर्णदेव कंबोज बीजेपी से काफी ज्यादा नाराज हैं।
दरअसल, कर्णदेव कंबोज इंद्री विधानसभा सीट से टिकट न मिलने को लेकर आहत हुए। कर्णदेव कंबोज इंद्री विधानसभा से टिकट चाहते थे। मगर बीजेपी ने उन्हें यहां से उम्मीदवार नहीं बनाया और उनकी जगह राम कुमार कश्यप को कैंडिडेट घोषित कर दिया। जिसके बाद कर्णदेव कंबोज ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था। कर्णदेव कंबोज इंद्री विधानसभा से 2014 में विधायक और हरियाणा के खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले एवं वन विभाग के पूर्व राज्यमंत्री थे।
कर्णदेव कंबोज ने कही थी गद्दारों को तव्वजो देने की बात
पूर्व राज्यमंत्री कर्णदेव कंबोज ने अपना जो इस्तीफा पत्र जारी किया। उसमें उन्होंने बीजेपी पर मुखर होकर बड़ी गंभीर बातें कहीं। कर्णदेव कंबोज ने अपने इस्तीफे में लिखा- मैं बीजेपी ओबीसी मोर्चा और सभी अन्य पदों से अपना त्यागपत्र देता हूं क्योंकि भारतीय जनता पार्टी पंडित दीन दयाल उपाध्याय तथा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी वाली भाजपा नहीं रहीं। अब पार्टी में नुकसान करने वाले गद्दारों को तव्वजो दी जाती है। जबकि वर्षों तक मैने तथा मेरे पूरे परिवार ने भाजपा की तन मन धन से सेवा की।