Haryana JJP MLAs Resigns- हरियाणा JJP में इस्तीफों की झड़ी; अब बरवाला विधायक का मोह भंग, 3 दिन में 5 विधायकों का इस्तीफा

हरियाणा चुनाव की घोषणा के बाद JJP में इस्तीफों की झड़ी; अब एक और विधायक का मोह भंग, 3 दिन में 5 विधायकों का इस्तीफा

Haryana JJP MLAs Resigns After Announced Vidhan Sabha Chunav 2024

Haryana JJP MLAs Resigns After Announced Vidhan Sabha Chunav 2024

Haryana JJP MLAs Resigns: हरियाणा में विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही जननायक जनता पार्टी (JJP) में इस्तीफों की झड़ी लग गई है। जेजेपी के एक और विधायक का पार्टी से मोह भंग हो गया है। बरवाला से विधायक जोगीराम सिहाग ने जेजेपी से इस्तीफा दे दिया है। सिहाग से पहले जेजेपी के 4 विधायक पार्टी को अलविदा कह चुके हैं।

जिनमें पूर्व मंत्री और उकलाना से विधायक अनूप धानक (Anoop Dhanak), टोहाना से विधायक और पूर्व मंत्री देवेंद्र सिंह बबली (Devendra Singh Babli), शाहबाद से विधायक रामकरण काला (Ramkaran Kala) और गुहला से विधायक ईश्वर सिंह (Ishwar Singh) शामिल हैं।

16 अगस्त को चुनाव की घोषणा के बाद सबसे पहले अनूप धानक का इस्तीफा सामने आया था। जिसके बाद इस्तीफों की कतार लग गई। तीनों दिनों के भीतर JJP के 5 विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इसके अलावा कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से जेजेपी के उम्मीदवार रहे पाला राम सैनी ने भी रविवार को जेजेपी का साथ छोड़ दिया है। पार्टी से विधायकों के मोह भंग होने की असली वजह क्या है यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है।

अलबत्ता, जेजेपी की तरफ से बैठकों का दौर लगातार जारी है। ये इस्तीफे ऐसे समय पर सामने आए हैं जब चुनाव की घोषणा होने पर जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने कहा था कि मेरा सभी कार्यकर्ताओं, समर्थकों और मतदाताओं से निवेदन है कि आपसी मन-मुटाव को भूल कर यह समय एक नई शुरुआत का, नये मनोबल के साथ आगे बढ़ने का है।

पार्टी से जाने के बाद जेजेपी विधायकों के बारे में चर्चाएं

पार्टी से जाने वाले जेजेपी विधायकों में देवेंद्र बबली, ईश्वर सिंह और रामकरण काला के कांग्रेस में जाने की चर्चाएं हैं। वहीं अनूप धानक और जोगीराम सिहाग बीजेपी जॉइन कर सकते हैं। पार्टी में शेष 5 विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा, राम कुमार गौतम, बढ़ाड़ा से नैना चौटाला, उचाना से उनके बेटे और जेजेपी के प्रधान महासचिव दुष्यंत चौटाला और जुलाना से अमरजीत ढांडा हैं। इनमें से भी दो विधायकों के पार्टी से जाने को लेकर चर्चाएं ज़ोरों पर हैं।

हरियाणा में 1 फेज में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग

हरियाणा में विधानसभा चुनाव एक फेज में होगा। हरियाणा में 5 सितंबर को नामांकन के लिए अधिसूचना जारी की जाएगी। जिसमें नामांकन की लास्ट डेट 12 सितंबर होगी। वहीं चुनाव के लिए दाखिल नामांकनों की छटनी 13 सितंबर को की जाएगी। जबकि 16 सितंबर तक उम्मीदवार अपना नामांकन वापस ले सकेंगे। वहीं हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 1 अक्टूबर को होगी। जबकि हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव का रिजल्ट एकसाथ 4 अक्टूबर को डिक्लेयर किया जाएगा।

हरियाणा में कितने पोलिंग स्टेशन और कितने वोटर

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जानकारी दी है कि, हरियाणा के 22 जिलों में कुल 90 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इन 90 सीटों में 73 जनरल, 0 ST और 17 SC सीटें हैं। वहीं हरियाणा में कुल वोटरों की संख्या 2.01 करोड़ है। इन कुल वोटरों में 1.06 करोड़ पुरुष और 0.95 करोड़ महिला वोटर शामिल हैं।

वहीं हरियाणा में युवा वोटरों (उम्र-20 से 29) की संख्या 40.95 लाख है। जबकि फ़र्स्ट टाइम वोटरों (उम्र-18 से 19) की संख्या 4.52 लाख है। इसके साथ ही पीडबल्यूएस, बुजुर्ग और थर्ड जेंडर वोटर भी शामिल हैं। इसके अलावा हरियाणा में 10 हजार 495 लोकेशन पर 20 हजार 629 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। जहां लोग वोट डालने के लिए आएंगे।

रियाणा में इस बार जल्दी विधानसभा चुनाव

हरियाणा में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 को समाप्त होने वाला है। यानि हरियाणा में मौजूदा सरकार का कार्यकाल 3 नवंबर, 2024 को समाप्त हो जाएगा। हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटों पर पिछला विधानसभा चुनाव साल 2019 में हुआ था। तब चुनाव आयोग ने 27 सितंबर को चुनावी नामांकन के लिए अधिसूचना जारी की थी और 4 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल किए गए थे। वहीं 7 अक्टूबर नामांकन वापस लेने की तिथि थी। जबकि 2019 में हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 21 अक्टूबर को हुई थी। जिसके बाद 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव में पड़े वोटों की गिनती की गई और रिजल्ट डिक्लेयर कर दिया गया था।

किसी भी पार्टी को नहीं मिला था बहुमत

2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत हासिल नहीं हुआ था। हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों में बहुमत के लिए किसी पार्टी को अकेले दम पर 46 सीटों की जरूरत होती है। लेकिन रिजल्ट के बाद सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने 40 सीटें जीतीं, कांग्रेस ने 31 सीटें, जेजेपी ने 10 और अन्य ने 9 सीटें हासिल की थी। जिसके बाद बीजेपी और जेजेपी ने आपस में गठबंधन किया और राज्य में सीएम मनोहर लाल के नेतृत्व में गठबंधित सरकार चलाई। इस दौरान जेजेपी प्रधान महासचिव दुष्यंत चौटाला हरियाणा के डिप्टी सीएम रहे।

लेकिन यह गठबंधित सरकार इस साल लोकसभा चुनाव से पहले बिखर गई। 12 मार्च को बीजेपी ने जेजेपी से गठबंधन तोड़ लिया और इसके साथ ही मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद उसी दिन नायब सिंह सैनी ने सरकार बनाने के लिए तय विधायकों की संख्या के हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस समय नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा में बीजेपी सरकार है। वहीं इस बार के हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में बीजेपी कांग्रेस, जेजेपी और आप के बीच चौतरफा मुकाबला होने की संभावना है। उधर इनेलो भी इस बार पूरी दमखम के साथ मैदान में है।

इनेलो और मायावती की बीएसपी पार्टी गठबंधन के साथ चुनाव मैदान में उतरे हैं। इस बार देखना यह होगा हरियाणा की जनता किस पार्टी को सत्ता में बैठाती है। ज्ञात रहे कि, हरियाणा लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ा झटका लग चुका है। 2019 के लोकसभा चुनाव में जहां बीजेपी ने राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटें जीतीं थीं तो वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 5 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। ये सीटें कांग्रेस के खाते में गईं। जिसे 2019 में एक भी लोकसभा सीट नहीं मिली थी।