चंडीगढ़ मांगा तो पंजाब की AAP सरकार पर अनिल विज ने तरेरी आंखें, बयानबाजी की कुछ ऐसी
Haryana Home Minister Anil Vij on Punjab Chandigarh Issue
केंद्र सरकार के एक फैसले से मामला ऐसा गरमा गया है कि अब पंजाब जोरशोर से चंडीगढ़ को मांग रहा है| उसपर अपना दावा ठोक रहा है और जब पंजाब ऐसा कर रहा है तो इधर चंडीगढ़ पर अपना भी हक जताने वाला हरियाणा चुपचाप नहीं बैठा है| पंजाब की इस डिमांड के विरोध में हरियाणा से आवाजें उठ रहीं हैं| हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर से लेके प्रदेश की राजनीति से जुड़े तमाम नेताओं के अबतक बयान सामने आ चुके हैं| वहीं, इस कड़ी में अब हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का भी बयान सामने आया है|
क्या कहा अनिल विज ने?
बतादें कि, चंडीगढ़ मांगने पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने पंजाब की AAP सरकार पर आंखें तरेरी हैं| विज ने कहा कि पंजाब में जो यह नई सरकार आई है ये 'बच्चा पार्टी' है अभी पंजाब सरकार के दूध के दांत भी नहीं टूटे हैं। इस सरकार को मुद्दों की पूरी जानकारी नहीं है| वहीं, विज ने आगे कहा कि चंडीगढ़ का मुद्दा अकेला मुद्दा नहीं है उसके साथ SYL का भी मुद्दा है, हिंदी भाषी क्षेत्र का भी मुद्दा है| फैसला होगा तो इन सबका फैसला होगा| किसी एक का नहीं|
AAP का जन्म धोखे से हुआ....
वहीं, अनिल विज ने आम आदमी पार्टी पर एक और बड़ा तंज कसा| विज ने कहा कि इस पार्टी का जन्म धोखे से हुआ है। अन्ना हज़ारे के आंदोलन में कहीं भी ये एजेंडा नहीं था कि राजनीतिक पार्टी बनाई जाएगी| आपको बतादें कि, विज राजनीति में काफी एक्टिव रहते हैं| देखने में आता है कि विपक्षी पार्टियों की बयानबाजी पर विज की तत्काल प्रतिक्रिया सामने आती है| विज आयेदिन केजरीवाल और राहुल गांधी के बयानों पर प्रतिक्रिया देते नजर आते हैं|
चंडीगढ़ के मुद्दे पर CM खट्टर क्या बोले....
इधर, इस बारे में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Chief Minister Manohar Lal Khattar) का भी बयान सामने आया है| CM खट्टर ने कहा कि पंजाब और हरियाणा दोनों की राजधानी चंडीगढ़ है और चंडीगढ़ ही रहेगी| CM खट्टर ने कहा कि अगर समझौते का कोई विषय आयेगा तो एक चंडीगढ़ ही नहीं है, चंडीगढ़ के अलावा कई अन्य मुद्दे हैं| पंजाब की तरफ से पारित इस प्रस्ताव का कोई अर्थ ही नहीं है| यह बेमानी है|
केंद्र सरकार ने हाल ही किया है कुछ ऐसा...
आपको बतादें कि, हाल ही में केंद्र सरकार ने चंडीगढ़ में अपने एक बड़े फैसले लागू किया है| फैसला यह है कि चंडीगढ़ प्रशासन के कर्मचारियों पर केंद्रीय सर्विस रूल्स होंगे| बस केंद्र सरकार के इसी फैसले से पंजाब में बौखलाहट है| इसीलिए तो पंजाब में बीते शुक्रवार को विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र बुलाया गया था| जहां पंजाब के CM भगवंत मान ने चंडीगढ़ में केंद्रीय सर्विस रूल्स का विरोध करते हुए विधानसभा में चंडीगढ़ को पंजाब को देने प्रस्ताव पेश किया| CM भगवंत मान ने कहा कि पंजाब एक बार फिर चंडीगढ़ पर अपना दावा करता है| चंडीगढ़ को पंजाब को दिया जाए|