हरियाणा में सूरजमुखी पर 'संग्राम'; MSP को लेकर सड़कों पर किसान, पुलिस से जबरदस्त टकराव, इधर राकेश टिकैत ने कर डाला यह बड़ा ऐलान
Haryana Farmers Protest on Sunflower MSP
Haryana Farmers Protest on Sunflower MSP: हरियाणा में सूरजमुखी पर MSP की मांग को लेकर किसानों ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया है। किसानों के इस विरोध प्रदर्शन में भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार गुरनाम सिंह चढ़ूनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। मतलब, प्रदर्शन का नेतृत्व गुरनाम सिंह चढ़ूनी के हाथ ही है। गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने हरियाणा सरकार के खिलाफ सूरजमुखी पर संग्राम छेड़ दिया है। गुरनाम सिंह चढ़ूनी किसानों के साथ सड़कें जाम कर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान पुलिस इन्हें खदेड़ती हुई भी दिख रही है। इधर, बुधवार सुबह कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में DSP रणधीर सिंह और SDM कपिल कुमार ने किसानों से बात भी की है।
वहीं इस बीच गुरनाम सिंह चढ़ूनी के ट्विटर अकाउंट से एक एक ट्वीट भी किया है। जिसमें कहा गया है कि, साथियों गुरनाम सिंह चढ़ूनी जी और अन्य 700 किसानों पे कल मुक़द्दमे दर्ज किए है और प्रधान जी को आज कोर्ट में प्रशासन द्वारा पेश किया जाएगा. साथियों एमएसपी पूरे देश का मुद्दा है इस आंदोलन में सभी किसान साथी साथ दें! हरियाणा के साथ जिस भी राज्य में जाम लगा सकते है लगाए!
मंगलवार को एक वीडियो जारी कर चढ़ूनी ने कही थी यही बात
बतादें की, बीते मंगलवार को गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने एक वीडियो जारी कर पूरा हरियाणा जाम करने की बात कही थी।चढूनी ने कहा था कि, 'सूरजमुखी का 6400 रुपये भाव है और सरकार उसको 5200 रुपये ले आई है। एक हजार भावांतर मिलेगा। 4 हजार के आसपास बिकेगी। 1200 से 1400 रुपये का नुकसान होगा। सवाल सूरजमुखी का नहीं है, सवाल सभी फसलों के एमएसपी का है। एक के बाद एक इस तरह से करते रहेंगे और हमें तोड़ते रहेंगे। साथियों पुलिस बल प्रयोग कर सकती है। मेरा हरियाणा और पंजाब के किसान भाइयों, संगठन लोगों और जनता से अनुरोध है कि अगर लाठी चार्ज का प्रयोग होता है तो तुरंत सारा हरियाणा जाम हो जाना चाहिए।
इधर, किसान नेता राकेश नेता ने कहा कि, हरियाणा के कुरुक्षेत्र में धरना दे रहे किसानों पर हरियाणा पुलिस के द्वारा बल प्रयोग करना निंदनीय कार्रवाई है. गिरफ्तार किए गए किसानों व किसान नेताओं को पुलिस तत्काल रिहा करे। टिकैत ने कहा कि, MSP पर देश में बड़ा आंदोलन होगा। दिल्ली में हुए किसान आंदोलन से भी बड़ा आंदोलन आंदोलन करेंगे किसान।