हरियाणा मुख्यमंत्री शपथ अप डेट: 15 को विधायकों को बुलाया,अमित शाह व मोहन यादव पर्यवेक्षक नियुक्त 16 को बैठक, 17 को शपथ

हरियाणा मुख्यमंत्री शपथ अप डेट: 15 को विधायकों को बुलाया,अमित शाह व मोहन यादव पर्यवेक्षक नियुक्त 16 को बैठक, 17 को शपथ

Haryana Chief Minister Oath Update

Haryana Chief Minister Oath Update

अर्थ प्रकाश संवाददाता
चंडीगढ़, 13 अक्टूबर। Haryana Chief Minister Oath Update: 
हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद सरकार बनाने की कवायद शुरू हो चुकी है। पंचकूला में 17 अक्टूबर को होने वाले  शपथग्रहण समारोह का समय और जगह तय होने के बाद अब 16 अक्टूबर को हरियाणा विधायक दल की बैठक बुलाई है। इस बैठक के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री मोहन यादव पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। सूत्रों से के मुताबिक मुख्यमंत्री के साथ 10 मंत्री शपथ ले सकते हैं। इसके अलावा अबकी बार कैबिनेट में महिलाओं की संख्या 2 से 3 हो सकती है। केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में एक बार फिर विधायक दल के नेता के रूप में नायब सिंह सैनी के नाम पर मुहर लगाई जाएगी। इस बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने सभी 48 विधायकों को 16 और 17 अक्तूबर को दोनों दिन चंडीगढ़ में रहने के लिए निर्देश दिए हैं। विधायकों के ठहरने के लिए चंडीगढ़ स्थित एमएलए हॉस्टल में व्यवस्था की जाएगी। विधायक दल की बैठक में सैनी को विधायक दल का नेता चुनने के बाद वे राज्यपाल से मुलाकात करके सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 17 अक्तूबर को राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय नायब सैनी और मंत्रियों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। मंत्रिमंडल में महिलाओं के साथ जातीय और क्षेत्रीय समीकरण पर फोकस रहेगा। इसके अलावा 2 से 3 मंत्री पद ओपन रखे जाएंगे, जिन्हें बाद में भरा जाएगा। चुनावी प्रचार के दौरान पार्टी लाइन से हटकर बयानबाजी करने वाले विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया जाएगा। मंत्रिमंडल में 2 से 3 महिलाओं को शामिल किया जा सकता है। इसमें महिला आबादी और साथ में जाति साधने के लिए चयन किया जा सकता है। भाजपा ने घोषणा पत्र में भी महिलाओं पर फोकस किया था। कैबिनेट बनाते समय जातिगत समीकरण का भी ध्यान रखा जाएगा। जिस जाति से जितने ज्यादा विधायक जीतकर आए हैं उनको उसी हिसाब से मंत्रिमंडल में स्थान मिलेगा।

शपथ ग्रहण समारोह में कई प्रदेशों के मुख्यमंत्री भी शिरकत करगें। इनमें असम, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों की स्वीकृति आ चुकी है, जबकि कई अन्य को भी निमंत्रण भेजा गया है। इनके केंद्रीय मंत्रियों का कार्यक्रम मंगलवार तक पहुंचेगा। इनमें मनोहर लाल, राव इंद्रजीत सिंह समेत कृष्ण पाल गुर्जर के शामिल होने की संभावना है। लोकसभा और जिला अनुसार नाम तय किए जाएंगे। यह प्रयास किया जाएगा कि हर लोकसभा से कम से कम एक नाम मंत्रिमंडल में जरूर आए।

अनुभवी और विश्वास पात्र को स्पीकर पद

 भाजपा स्पीकर का पद किसी विश्वासपात्र और अनुभवी व्यक्ति को देना चाहती है। इसके लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ बैकग्राउंड देखा जाएगा। इसके लिए सबसे आगे हरविंद्र कल्याण, अनिल विज और कृष्ण बेदी का नाम है। सबसे अहम बात है कि पूर्ण बहुमत की सरकार आने पर इस बार डिप्टी सीएम का पद खाली रखा जाएगा। जरूरत के हिसाब से ही इस पद पर कोई फैसला होगा।

ये हो सकते हैं मंत्रिमंडल में नए चेहरे

हरियाणा में रणबीर गंगवा बड़ा ओबीसी चेहरा हैं। कुम्हार समाज से आते हैं। कृष्णपाल पंवार दलित समाज से आने वाले दूसरे बड़े नेता हैं। महिपाल ढांडा पानीपत ग्रामीण से लगातार तीसरी बार विधायक बने हैं। जाट समाज से आते हैं। 

सुनील सांगवान चरखी दादरी में कमल खिलाने वाले सुनील सांगवान पुराने राजनीतिक परिवार से हैं। विपुल गोयल फरीदाबाद से विधायक चुने गए हैं। मनोहर लाल के पहले कार्यकाल में उद्योग मंत्री रहे। अरविंद शर्मा 2019 में रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा को हराकर सांसद बने थे। इस बार के लोकसभा चुनाव में उन्हें हार मिली, लेकिन पार्टी ने उन्हें विधानसभा चुनाव में गोहाना से टिकट दी और जीत हासिल की। कृष्ण बेदी वाल्मीकि समाज से आते हैं। 2014 में शाहबाद से विधायक चुनने के बाद मनोहर सरकार के पहले टर्म में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग मंत्री बने। लक्ष्मण यादव रेवाड़ी से विधायक बने हैं। कांग्रेस नेता चिरंजीव राव को हराया। बिमला चौधरी राव इंद्रजीत के नजदीकी होने व महिला होने का फायदा बिमला चौधरी को मिल सकता है। वह रिजर्व सीट से विधायक चुनी गई हैं। बिमला चौधरी राव इंद्रजीत के नजदीकी होने व महिला होने का फायदा बिमला चौधरी को मिल सकता है। श्याम सिंह राणा यमुनानगर की रादौर विधानसभा से जीते हैं। राजपूत जाति के कोट से मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।