''मैं बगावती नहीं हुआ हूं''; हरियाणा में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत का बयान, CM बनने के लिए शक्ति प्रदर्शन करने की चर्चा, विज भी पीछे हटे
Haryana BJP Union Minister Rao Indrajit CM Post Claims Politics News
Rao Inderjit Haryana BJP: हरियाणा में विधानसभा चुनाव के बाद लगातार तीसरी बार बीजेपी सत्ता में बैठने जा रही है। लेकिन नई सरकार के गठन से पहले हरियाणा बीजेपी के खेमे में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। एक तरफ जहां तमाम विधायक मंत्री बनने के लिए लॉबिंग में लगे हुए हैं तो वहीं हरियाणा CM पद को लेकर केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह बेहद चर्चा में हैं। राव इंद्रजीत गुरुग्राम से सांसद हैं और अहीरवाल बेल्ट से आते हैं।
इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी को इस बेल्ट से 11 में से 10 सीटों पर जीत मिली है। यानि आज बीजेपी की जो सरकार बनने जा रही है उसमें इस अहीरवाल बेल्ट का अहम रोल माना जा रहा है। इसी कारण से यह चर्चा तेज है कि, राव इंद्रजीत सीएम पद को लेकर पूरी दावेदारी में हैं और सीएम बनने के लिए उनके शक्ति प्रदर्शन करने और बागी होने की चर्चा ज़ोरों पर है। हालांकि, राव इंद्रजीत ने अब खुद ऐसी चर्चाओं का खंडन किया है।
हरियाणा में अपने साथी विधायक जुटाने और शक्ति प्रदर्शन को लेकर राव इंद्रजीत ने सफाई दी है कि, ऐसा कुछ भी नहीं है। मुझे बगावती दिखाया जा रहा है। जो कि गलत है। राव इंद्रजीत ने सोशल मीडिया पर लिखा- कुछ मीडिया चैनलों पर तथ्यहीन खबरें चलाई जा रही हैं, जिनमे मुझे नौ विधायकों के साथ बगावती दिखाया जा रहा है। यह सब तथ्यहीन, आधारहीन समाचार है। मैं और सभी साथी विधायक भारतीय जनता पार्टी के साथ मजबूती से खड़े हुए हैं।
बता दें कि, चुनाव के दरमियान राव इंद्रजीत ने हरियाणा सीएम बनने की इच्छा कई बात व्यक्त की थी। वहीं विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आने के बाद राव इंद्रजीत ने अपना शक्ति प्रदर्शन भी शुरू कर दिया था। कहा जा रहा था कि, राव इंद्रजीत ने अपने खेमे के 8 से 9 विधायक इकट्ठा कर लिए हैं और उनसे मुलाकात की है और सबको एकजुट रहने को कहा है।
CM पद का दावा छोड़ रहे राव इंद्रजीत
राव इंद्रजीत के इस बयान से यह माना जा रहा है कि, वह सीएम बनने की इच्छा को किनारे करते हुए सीएम पद अपना दावा छोड़ रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, राव इंद्रजीत के खेमे से 2 मंत्री बनाए जा सकते हैं। बिमला चौधरी व लक्ष्मण यादव को मंत्री बनाया जा सकता है। इसके अलावा अन्य विधायकों में श्याम सिंह राणा, अरविंद शर्मा, कृष्ण बेदी, कृष्णलाल पंवार, महीपालम ढाडा, रणबीर गंगवा, विपुल गोयल, सुनील सांगवान मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
यानि हरियाणा कैबिनेट के लिए 10 मंत्री शपथ ग्रहण कर सकते हैं। जिनके संभावित नाम ऊपर आप पढ़ चुके हैं। यह मालूम रहे कि, हरियाणा मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत अधिकतम कुल 14 मंत्री ही रह सकते हैं।
हरियाणा में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 17 को
हरियाणा में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 17 अक्टूबर को होने जा रहा है। इससे पहले शपथ ग्रहण के लिए 15 अक्टूबर की तारीख सामने आई थी। जबकि पहले 12 अक्टूबर की तारीख भी तय की गई थी। लेकिन अब फाइनल तारीख 17 अक्टूबर है। इस दिन पंचकूला में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह सुबह 10 बजे से होगा। जहां सीएम समेत तमाम मंत्री शपथ ग्रहण करेंगे। हरियाणा में नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी, अमित शाह समेत कई केंद्रीय मंत्री और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होने के लिए आएंगे।
नायब सैनी ही होंगे CM, 2 डिप्टी CM बनाए जा सकते
हरियाणा में नायब सैनी ही अगले सीएम बनने जा रहे हैं। सैनी लगातार दूसरी बार हरियाणा सीएम पद की शपथ लेंगे। नायब सैनी इस समय हरियाणा के कार्यवाहक CM की ज़िम्मेदारी संभाल रहे हैं। नायब सैनी के साथ 2 डिप्टी सीएम भी बनाए जा सकते हैं। डिप्टी CM के लिए अनिल विज का नाम भी चर्चा में है। वहीं अनिल विज का नाम विधानसभा स्पीकर बनाए जाने को लेकर भी चर्चा में आ रहा है।
CM पद पर दावे से पीछे हटे अनिल विज
चुनाव के दरमियान हरियाणा सीएम पद को लेकर दावेदारी करते दिखे अनिल विज अब कह रहे हैं कि, उन्होंने कभी सीएम पद के लिए दावा नहीं किया। अनिल विज ने एक पत्रकार के सवाल पर यह बयान दिया। दरअसल, जब अनिल विज से पूछा गया कि, अब हरियाणा में बीजेपी की सरकार बन गई है। इस बीच उन्हें डिप्टी सीएम बनाए जाने की चर्चा है। जबकि वह सीएम पद के लिए दावा कर चुके हैं। तो क्या वह विधायक दल की बैठक में सीएम पद के लिए दावा पेश करेंगे। इस पर विज का कहना था कि, उन्होंने कभी दावा करने की बात नहीं की और वह कहीं भी दावा करने नहीं जा रहे हैं।
हरियाणा में BJP को 48 सीटें, बहुमत पार
हरियाणा का चुनावी रिजल्ट चौंकाने वाला है। कांग्रेस लहर के दावे और तमाम एग्जिट पोल फेल साबित हुए हैं। बीजेपी ने कांग्रेस को 37 सीटों पर समेट दिया। जबकि बीजेपी ने बहुमत पार कर 48 सीटों पर अपना कब्जा जमाया है। हरियाणा में किसी भी पार्टी को अपनी सरकार बनाने के लिए कुल 46 सीटों की जरूरत होती है। बता दें कि, बीजेपी और कांग्रेस के अलावा इनेलो ने 2 सीटों पर जीत हासिल की है। जबकि 3 सीटों पर आजाद उम्मीदवार जीते हैं।