हरियाणा BJP अध्यक्ष का ऐलान; विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे मोहन लाल बडौली, अभी सोनीपत में राई विधानसभा सीट से विधायक
Haryana BJP President Mohan Lal Badoli Not Contest Vidhan Sabha Chunav 2024
Mohan Lal Badoli: हरियाणा में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडौली ने विधानसभा चुनाव न लड़ने का ऐलान कर दिया है। आज मीडिया से बातचीत करते हुए बडौली ने कहा कि, वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। बल्कि प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते वह पार्टी को चुनाव लड़वाने पर पूरा फोकस करेंगे। बडौली ने बताया कि, उन्होंने पार्टी हाईकमान के सामने चुनाव न लड़ने की अपनी इच्छा व्यक्त कर दी है। मालूम रहे कि, 9 जुलाई 2024 को बीजेपी हाईकमान ने मोहन लाल बडौली को नायब सैनी की जगह बीजेपी हरियाणा का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया था।
हरियाणा में बीजेपी की तीसरी बार सरकार बनेगी
वहीं मोहन लाल बडौली ने हरियाणा में तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनने का दावा किया है। बडौली ने कहा कि, हरियाणा में बीजेपी को स्पष्ट बहुमत मिलने जा रहा है। पार्टी अकेले दम पर अपने कार्यकर्ताओं की मेहनत और जनता के आशीर्वाद से हरियाणा में सरकार बनाएगी। वहीं आरएलडी के साथ गठबंधन को लेकर बडौली ने कहा कि, उन्हें इस बारे में मालूम नहीं है। उनसे आरएलडी की तरफ से कोई सीट नहीं मांगी है और न ही गठबंधन के बारे में उन्हें कोई जानकारी मिली है।
अभी सोनीपत में राई विधानसभा सीट से विधायक
2019 में पहली बार मोहन लाल बडौली बीजेपी की टिकट पर सोनीपत जिले की राई विधानसभा सीट से विधानसभा चुनाव लड़े। यह सीट कांग्रेस के लिए एक निश्चित सीट मानी जाती थी। लेकिन मोहन लाल बडौली इस सीट पर जीत हासिल करने में कामयाब रहे। बडौली ने 2,663 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। वह इस राई सीट से विधानसभा चुनाव जीतने वाले पहले बीजेपी उम्मीदवार थे।
वहीं 2020 में बडौली को बीजेपी सोनीपत का जिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया। इसके अलावा, 2021 में, उन्हें प्रदेश महामन्त्री के पद के साथ हरियाणा भाजपा की कोर टीम में शामिल किया गया। बाद में उन्हें 2024 में दूसरी बार प्रदेश महामन्त्री (महासचिव भाजपा) नियुक्त किया गया। लोकसभा 2024 चुनाव से पहले मोहन लाल बडौली को बीजेपी हरियाणा राज्य चुनाव समिति में भी शामिल किया गया था।
सोनीपत लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा, हार गए
मोहन लाल बडौली लोकसभा चुनाव-2024 में भी मैदान में उतरे थे और सोनीपत लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार थे। लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। बडौली 5,26,866 वोट हासिल करने के बाद 21,816 के मामूली अंतर से हार गए। इस लोकसभा चुनाव में बीजेपी हरियाणा की कुल 10 सीटों में 5 सीटें जीत पाई थी। 5 सीटें काँग्रेस को मिली थीं।
हरियाणा में 1 फेज में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग
हरियाणा में 16 अगस्त को विधानसभा चुनाव-2024 को लेकर शेड्यूल जारी किया जा चुका है। हरियाणा में विधानसभा चुनाव एक फेज में होगा। हरियाणा में 5 सितंबर को नामांकन के लिए अधिसूचना जारी की जाएगी। जिसमें नामांकन की लास्ट डेट 12 सितंबर होगी। वहीं चुनाव के लिए दाखिल नामांकनों की छटनी 13 सितंबर को की जाएगी. जबकि 16 सितंबर तक उम्मीदवार अपना नामांकन वापस ले सकेंगे। वहीं हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 1 अक्टूबर को होगी। जबकि हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव का रिजल्ट एकसाथ 4 अक्टूबर को डिक्लेयर किया जाएगा।
हरियाणा में कितने पोलिंग स्टेशन और कितने वोटर
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जानकारी दी है कि, हरियाणा के 22 जिलों में कुल 90 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इन 90 सीटों में 73 जनरल, 0 ST और 17 SC सीटें हैं। वहीं हरियाणा में कुल वोटरों की संख्या 2.01 करोड़ है। इन कुल वोटरों में 1.06 करोड़ पुरुष और 0.95 करोड़ महिला वोटर शामिल हैं।
वहीं हरियाणा में युवा वोटरों (उम्र-20 से 29) की संख्या 40.95 लाख है। जबकि फ़र्स्ट टाइम वोटरों (उम्र-18 से 19) की संख्या 4.52 लाख है। इसके साथ ही पीडबल्यूएस, बुजुर्ग और थर्ड जेंडर वोटर भी शामिल हैं। इसके अलावा हरियाणा में 10 हजार 495 लोकेशन पर 20 हजार 629 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। जहां लोग वोट डालने के लिए आएंगे।
हरियाणा में इस बार जल्दी विधानसभा चुनाव
हरियाणा में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 को समाप्त होने वाला है। यानि हरियाणा में मौजूदा सरकार का कार्यकाल 3 नवंबर, 2024 को समाप्त हो जाएगा। हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटों पर पिछला विधानसभा चुनाव साल 2019 में हुआ था। तब चुनाव आयोग ने 27 सितंबर को चुनावी नामांकन के लिए अधिसूचना जारी की थी और 4 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल किए गए थे। वहीं 7 अक्टूबर नामांकन वापस लेने की तिथि थी। जबकि 2019 में हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 21 अक्टूबर को हुई थी। जिसके बाद 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव में पड़े वोटों की गिनती की गई और रिजल्ट डिक्लेयर कर दिया गया था।
किसी भी पार्टी को नहीं मिला था बहुमत
2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत हासिल नहीं हुआ था। हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों में बहुमत के लिए किसी पार्टी को अकेले दम पर 46 सीटों की जरूरत होती है। लेकिन रिजल्ट के बाद सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने 40 सीटें जीतीं, कांग्रेस ने 31 सीटें, जेजेपी ने 10 और अन्य ने 9 सीटें हासिल की थी। जिसके बाद बीजेपी और जेजेपी ने आपस में गठबंधन किया और राज्य में सीएम मनोहर लाल के नेतृत्व में गठबंधित सरकार चलाई। इस दौरान जेजेपी प्रधान महासचिव दुष्यंत चौटाला हरियाणा के डिप्टी सीएम रहे।
लेकिन यह गठबंधित सरकार इस साल लोकसभा चुनाव से पहले बिखर गई। 12 मार्च को बीजेपी ने जेजेपी से गठबंधन तोड़ लिया और इसके साथ ही मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद उसी दिन नायब सिंह सैनी ने सरकार बनाने के लिए तय विधायकों की संख्या के हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस समय नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा में बीजेपी सरकार है। वहीं इस बार के हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में बीजेपी कांग्रेस, जेजेपी और आप के बीच चौतरफा मुकाबला होने की संभावना है। उधर इनेलो भी इस बार पूरी दमखम के साथ मैदान में है।
इनेलो और मायावती की बीएसपी पार्टी गठबंधन के साथ चुनाव मैदान में उतरे हैं। इस बार देखना यह होगा हरियाणा की जनता किस पार्टी को सत्ता में बैठाती है। ज्ञात रहे कि, हरियाणा लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ा झटका लग चुका है। 2019 के लोकसभा चुनाव में जहां बीजेपी ने राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटें जीतीं थीं तो वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 5 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। ये सीटें कांग्रेस के खाते में गईं। जिसे 2019 में एक भी लोकसभा सीट नहीं मिली थी।