हरियाणा और तेलंगाना ने की योजनाओं की जानकारी साझा
Shared Information about Schemes
विस अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता से मिली तेलंगाना की महिला एवं बाल विकास से संबंधित कमेटी
सदन की कार्यवाही और नियमों को लेकर व्यापक विचार विमर्श
हरियाणा में तेलंगाना से 25 फीसदी ज्यादा दी जा रही विधवा पैंशन
चंडीगढ़, 12 अक्तूबर
Shared Information about Schemes: तेलंगाना विधान सभा की महिला एवं बाल विकास से संबंधित कमेटी अपने अध्ययन दौरे के दौरान बुधवार को हरियाणा विधान सभा पहुंची। कमेटी में शामिल सदस्यों और अधिकारियों ने विश्व धरोहर विधान भवन का अवलोकन किया और विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता से मुलाकात कर दोनों प्रदेशों की जानकारी एक-दूसरे से साझा की।
तेलंगाना की कमेटी की चेयरपर्सन अजमीरा रेखा ने बताया कि उनके प्रदेश में किसी भी किसान की असामयिक मृत्यु होने पर परिवार को 5 लाख रुपये की राहत राशि प्रदान की जाती है। रायतु बंधु योजना के तहत किसानों को प्रति एकड़ 10 हजार रुपये सालाना दिए जाते हैं। इसी प्रकार दलित बंधु योजना के अंतर्गत प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र में 1500 परिवारों को 10 लाख रुपये प्रदान दिए जाते हैं। इन परिवारों का चयन स्थानीय विधायकों की अनुशंसा पर होता है। तेलंगाना के विधायकों को अपने विधान सभा क्षेत्र में विकास कार्य करवाने के लिए सांसदों की तर्ज पर हर वर्ष एक करोड़ रुपये की स्वेच्छिक अनुदान भी मिलती है।
प्रतिनिधि मंडल में शामिल तेलंगाना विधान परिषद के सदस्य कुरा राघुथम रेड्डी ने बताया तेलंगाना के विधायकों को मिलने वाले वेतन और भत्तों की जानकारी दी। विधायकों का वेतन 20 हजार रुपये तथा 2 लाख 30 हजार रुपये भत्ते तथा फ्लैट नहीं लेने पर 25 हजार रुपये एचआरए मिलता है। उन्होंने बताया कि तेलंगाना में हर घर तक सरकार द्वारा मिनरल युक्त पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है।
हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कमेटी को प्रदेश में चल रही विकास योजनाओं की जानकारी दी। इस दौरान हरियाणा और तेलंगाना के सदनों की कार्यवाही और नियमों को लेकर व्यापक चर्चा हुई। दोनों प्रदेशों की विधान सभा की कमेटियों की कार्य प्रणाली को लेकर भी जानकारी साझा की गई। हरियाणा और तेलंगाना के विधायकों के विशेषाधिकारों व उन्हें मिलने वाली सुविधाओं पर भी चर्चा हुई।
ज्ञान चंद गुप्ता ने बताया कि हरियाणा में विधायकों के सम्मान को लेकर वे काफी गंभीर हैं। यहां किसी भी स्तर पर विधायकों की अवमानना सहन नहीं जाती। उन्होंने बताया कि विधायक कई लाख लोगों के जन-प्रतिनिधी होते हैं, इसलिए समाज वे समाज में विशेष सम्मान के हकदार हैं। गुप्ता के कमेटियों के कार्यप्रणाली को प्रभावी बनाने के टिप्स भी तेलंगाना के प्रतिनिधिमंडल को दिए।
उन्होंने कहा कि कमेटियों की बैठकें खानापूर्ति के लिए नहीं होनी चाहिए, बल्कि इनमें जनता से जुड़ी समस्याओं और विकास के मसलों पर गंभीर चिंतन होना चाहिए। जनता को यह विश्वास होना चाहिए कि हमने जिन लोगों को अपना प्रतिनिधी चुना है, वे ईमानदारी से उनके हितों की रक्षा कर रहे हैं। उन्होंने प्रदेश में महिला और बाल विकास को लेकर चल रही योजनाओं की जानकारी भी कमेटी सदस्यों के साथ साझा की। ज्ञान चंद गुप्ता ने बताया कि हरियाणा में बुजुर्गों और विधवा महिलाओं को 2500 रुपये पैंशन दी जा रही है। तेलंगाना के प्रतिनिधियों ने बताया कि उनके यहां विधवा, तलाकशुदा एवं अकेली रह रही महिलाओं को 2000 रुपये पैंशन दी जाती है। इस प्रकार हरियाणा में तेलंगाना से 25 फीसदी अधिक पैंशन दी जा रही है।