गुरु रविदास ने जातिवाद और सामाजिक भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाई : संजय टंडन

गुरु रविदास ने जातिवाद और सामाजिक भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाई : संजय टंडन

Guru Ravidas Jayanti 2025

Guru Ravidas Jayanti 2025

गुरु रविदास की गिनती भक्ति आंदोलन के प्रमुख संतों में होती थी : संजय टंडन

चंडीगढ़ 12 फ़रवरी,2025 : Guru Ravidas Jayanti 2025: " संत रविदास के जन्म के दौरान हमारे देश में रूढ़िवादिता, अंधविश्वास, आडंबर और धर्म व् जातिपाति को लेकर काफी भेदभाव था | उन्होंने समाज से इन कुरीतियों को खत्म करके आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए भक्ति आंदोलन के मार्ग को अपनाया | उनकी गिनती भक्ति आंदोलन के प्रमुख संतों में होती थी | " ये बात भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं  हिमाचल भाजपा के सह प्रभारी संजय टंडन ने कही | टंडन ने गुरु रविदास जयंती पर सेक्टर 39 की गवर्नमेंट रेज़िडेंट वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया | इस  अवसर पर उनके साथ निगम महापौर हरप्रीत कौर बबला, वरिष्ठ उप महापौर जसबीर सिंह बंटी , स्थानीय पार्षद गुरबक्श कौर रावत, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दविंदर सिंह बबला, व्यपार प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक संजीव ग्रोवर, मंडल अध्यक्ष अमित नागर, सोशल मीडिया पूर्व जिला संयोजक नितेश रतन और आशीष चौधरी आदि भी उपस्थित थे |

कार्यक्रम की जानकारी प्रदान करते हुए एसोसिएशन के अध्यक्ष दलजीत सिंह कनेर और महामंत्री बाबू लाल राम ने बताया कि माघ पूर्णिमा के पावन दिवस पर हर वर्ष गुरु रविदास की जयंती होती हैं | इसी दिवस  के उपलक्ष्य में एसोसिएशन द्वारा श्री सुखमनी साहिब के पाठ का आयोजन किया गया था जिसमे उपरोक्त सभी  गणमान्य लोगों के साथ साथ अन्य सैंकड़ों लोगों ने  पवित्र श्री गुरु ग्रन्थ साहिब पर माथा टेका और आशीर्वाद प्राप्त किया | इस दौरान अटूट लंगर का भी आयोजन किया गया था | 

इस मौके पर उपस्थित सभी लोगों को सम्बोधित करते हुए संजय टंडन ने  सभी को सर्वप्रथम इस पावन अवसर की बधाई प्रदान की और कहा कि गुरु रविदास ने भक्ति मार्ग को अपनाकर भगवान की भक्ति को सर्वश्रेष्ठ बताया और निष्काम प्रेम तथा सेवा पर बल दिया। उन्होंने जातिवाद और सामाजिक भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाई और अपने काव्य के माध्यम से लोगों को झूठे ढोंग, आडंबरों और रूढ़िवादिता से निकलने की शिक्षा प्रदान की |  उनकी शिक्षाओं से हमें  समाज में समानता, प्रेम, भक्ति और सादगी का महत्व को बढ़ाना चाहिए | 

इस मौके पर महापौर हरप्रीत कौर बबला ने सभी लोगों को बधाई प्रदान करते हुए कहा कि गुरु रविदास ने अपना जीवन सादगी और लोगों को जागरूक बनाने के लिए व्यतीत किया | उन्होंने विभिन्न काव्यों के माध्यम से झूठ पर प्रहार किया और लोगों को सत्मार्ग पर चलने की प्रेरणा प्रदान की | उनके काव्यों के मुख्य पद और दोहे सिखों के पवित्र ग्रंथ 'गुरु ग्रंथ साहिब' में भी संकलित हैं। हमें उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलना चाहिए और जातिपाति के भेदभाव को मिटा कर समस्त मानव जाति से प्रेम करना चाहिए तभी हमारा जीवन सफल होगा |