Governor Gulab Chand Kataria extended best wishes to Mahamuni Dr. Vinay Kumar Shri “Alok” ji on his 89th birthday

महामुनि डॉ. विनय कुमार श्री ‘‘आलोक’’ जी के 89वें जन्मदिवस पर राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने दी शुभकामनाएं

Governor Gulab Chand Kataria extended best wishes to Mahamuni Dr. Vinay Kumar Shri “Alok” ji on his

Governor Gulab Chand Kataria extended best wishes to Mahamuni Dr. Vinay Kumar Shri “Alok” ji on his

Governor Gulab Chand Kataria extended best wishes to Mahamuni Dr. Vinay Kumar Shri “Alok” ji on his 89th birthday- चंडीगढ़I  पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने महामुनि डॉ. विनय कुमार श्री ‘‘आलोक’’ जी के 89वें जन्मदिवस के अवसर पर आयोजित धर्म सद्भावना कार्यक्रम में भाग लिया। अणुव्रत समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल ने महामुनि जी के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि उनका जीवन धर्म, सद्भावना और मानवता के प्रसार का प्रतीक है। राज्यपाल ने कहा कि जैन धर्म के मूल सिद्धांत अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह  न केवल धार्मिक आस्था के आधार हैं, बल्कि यह समाज को सही दिशा देने वाले मूल्य भी हैं।

उन्होंने कहा कि महामुनि डॉ. विनय कुमार श्री ‘‘आलोक’’ जी ने इन सिद्धांतों को अपने जीवन में अपनाकर समाज को सकारात्मक दिशा देने का कार्य किया है। उन्होंने जैन धर्म के आध्यात्मिक एवं पर्यावरण संरक्षण संबंधी योगदान की सराहना करते हुए कहा कि जैन धर्म केवल मानवता के कल्याण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह प्रकृति और पर्यावरण के प्रति भी गहरी संवेदनशीलता रखता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में जब समाज हिंसा, भौतिकवाद और पर्यावरणीय असंतुलन जैसी चुनौतियों का सामना कर रहा है, तब जैन धर्म के मूल सिद्धांत पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक हैं।

राज्यपाल ने अणुव्रत आंदोलन की चर्चा करते हुए कहा कि यह आंदोलन समाज को भ्रष्टाचार, नशा और सांप्रदायिकता से मुक्त करने के उद्देश्य से प्रारंभ किया गया था। उन्होंने कहा कि महामुनि डॉ. विनय कुमार श्री ‘‘आलोक’’ जी ने इस आंदोलन को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और अपने जीवनकाल में लगभग एक लाख किलोमीटर की पदयात्रा कर इस संदेश को जन-जन तक पहुंचाया है। राज्यपाल ने कहा कि महामुनि जी का जीवन विशेष रूप से युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने युवाओं को महामुनि जी के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान करते हुए कहा कि सच्ची सफलता केवल व्यक्तिगत उपलब्धियों में नहीं, बल्कि समाज के उत्थान में निहित है। उन्होंने कहा कि महामुनि जी का योगदान शिक्षा, सामाजिक न्याय, पर्यावरण संरक्षण और आध्यात्मिक उत्थान के क्षेत्र में अद्वितीय है।

उनका जीवन ‘‘वसुधैव कुटुंबकं ’’ के महान सिद्धांत का वास्तविक उदाहरण है, जो समाज को एकता, करुणा और प्रेम के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। राज्यपाल ने धर्म सद्भावना कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए अणुव्रत समिति को बधाई दी और समाज में शांति, एकता और सौहार्द की भावना को प्रोत्साहित करने की दिशा में ऐसे आयोजनों की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम समाज में प्रेम और भाईचारे की भावना को मजबूत करते हैं और हमें धर्म की सही अवधारणा को आत्मसात करने की प्रेरणा देते हैं। कार्यक्रम में विभिन्न धार्मिक गुरुओं, समाजसेवियों और गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।