GMADA से ठगी: अमरूद के बाग दिखाकर लिया करोड़ों का सरकारी मुआवजा अब करना पड़ रहा वापस, देखिये कौन कौन हैं शामिल
पंजाब में GMADA से ठगी
चंडीगढ़। Gamada Fake Compensation Scam Case: ग्रेटर मोहाली एरिया डेवलपमेंट अथारिटी (Gamada) की ओर से वर्ष 2016 से 2020 के दौरान अधिग्रहित की गई जमीन पर फर्जी अमरूद के बाग दिखाकर करोड़ों का मुआवजा हासिल किया गया था। इस मामले में अब आरोपितों ने पैसा वापस करना शुरू कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, अब तक करीब चार आरोपितों की ओर से गमाडा में मुआवजे के तौर पर लिया गया पैसा वापस कर दिया गया है।
आरोपितों ने करीब 25 करोड़ रूपये की राशि करवाई जमा (The accused deposited an amount of about Rs 25 crore)
गमाडा के पास अब तक आरोपितों की ओर से करीब 25 करोड़ रूपये की राशि जमा करवाई गई है। आने वाले दिनों में और आरोपित भी पैसा जमा करवा सकते है। बता दें कि वर्ष 2016 में गांव बाकरपुर की जमीन का नए सेक्टर बसाने के लिए अधिग्रहण किया गया, जिससे राज्य सरकार को करीब 100 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। जमीन के अधिग्रहण के दौरान गमाडा की ओर से अमरुदों के बागों व जमीन का अलग अलग मुआवजा दिया गया था।
दो आइएएस अधिकारियों की पत्नियां भी आरोपित (Wives of two IAS officers also accused)
अमरूद घोटाले मामले में विजिलेंस की ओर से 18 आरोपितों पर मामला दर्ज किया गया था, जिनमें दो आइएएस अधिकारियों की पत्नियां भी शामिल हैं। इस मामले में अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। दोनों आइएएस पत्नियां भी आरोपित है, लेकिन अभी तक विजिलेंस ब्यूरो की ओर से आइएएस अधिकारियों की पत्नियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
मामले में चार आरोपितों को नियमित जमानत मिल गई है। जिला अदालत की ओर से इन लोगों को नियमित जमानत इस शर्त पर दी गई कि वह मुआवजे की गलत तरीके से ली गई राशि को गमाडा में जमा करवाएंगे जोकि करवा दी गई।
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