चंडीगढ़ में 12 अप्रैल को निकले ध्यान से, यह सोच कर
चंडीगढ़ में 12 अप्रैल को निकले ध्यान से, यह सोच कर
चंडीगढ़। चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली में 12 अप्रैल को लोगों को दफ्तर आने-जाने समेत अन्य कामों के लिए निकलने में दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। कैब-ऑटो संयुक्त मोर्चा ने ट्राइसिटी में उ दिन चक्का जाम करने का ऐलान किया है। चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत के दौरान मोर्चे के पदाधिकारियों ने यह जानकारी दी।
ऑटो-कैब का कहना है कि पेट्रोल डीजल व सीएनजी के बढ़ते दामों के कारण उनकी रोजी रोटी बन्द होने की कगार पर है। प्रशासन उनके ऑटो-कैब के सिर्फ रेट बढ़ाने का नोटिफिकेशन तो निकाल देता है, लेकिन उस रेट को लागू नहीं करवाता। कैब कंपनियां भी रेट बढ़ाने से गुरेज कर रही हैं। ऐसे में ऑटो-कैब ड्राइवर्स के लिए घर चलाना भी मुश्किल हो गया है।
इसलिए मजबूरन 12 अप्रैल को ट्राईसिटी में चक्का जाम करेंगे। यदि उनके इस प्रदर्शन के बाद भी ऑटो-कैब चालकों की मांगें नहीं मानी गई तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला लिया जाएगा। मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहा कि 12 अप्रैल का प्रदर्शन सांकेतिक व शांतिपूर्वक रहेगा। सैंकड़ों चालक एसटीए को अपनी शिकायत भी दर्ज कराएंगे।
यह मांगें रखी हैं प्रशासन के समक्ष
मोर्चा ने मांग की है कि प्रशासन अपने नोटिफिकेशन में बढ़े हुए रेटों को एग्रीगेटर से लागू करवाए। इसके अलावा एसटीए और ओला उबर के विवाद में कैब -ऑटो चालकों को न पीसा जाए। यदि कोई टैक्स या फीस बकाया हो तो एग्रीगेटर से लें। ओला उबर द्वारा नाजायज तरीके से बन्द चालकों की आईडी को खोला जाए। वहीं डेस्टिनेशन व रेट जानने का हक ड्राइवर को है, कैब एग्रीगेटर को स्पष्ट करना चाहिए।
इसके अलावा सीटीयू बस स्टाप की तर्ज पर पिक एंड ड्राप स्टाप बनाए जाएं। यह जानकारी ट्राईसिटी कैब-ऑटो संयुक्त मोर्चा के समन्वयक विक्रम सिंह पुंडीर ने दी। उनके साथ ऑटो यूनियन के प्रेसिडेंट अनिल कुमार, आजाद टैक्सी यूनियन चंडीगढ़ के प्रेसिडेंट इंद्रजीत सिंह मन्नू आदि मौजूद थे। बताया गया कि 12 अप्रैल को अस्पताल के लिए इमरजेंसी ऑटो-कैब सेवा उपलब्ध रहेगी।