भक्त के घर पधारे भगवान
Acharya Shri 108 Pramukh Sagar Ji Maharaji
Acharya Shri 108 Pramukh Sagar Ji Maharaji : असम सरकार के राजकीय अतिथि तथा अहिंसा व निस्वार्थ प्रेम के प्रेरणास्रोत जैनाचार्य 108 प्रमुख सागरजी महाराज गुवाहाटी के पलटन बाजार निवासी पदमचंद राज- प्रियल गुणांश पिच्छिका पहाड़िया और बसंत सुमन पान्डया परिवार के घर पधारे।
संसार भर में अहिंसा के दूत के रूप में ख्यातिलब्ध जैनाचार्य का किसी के घर पधारना परिवार के लिए शुभ संकेत होता है।
जैनाचार्य 108 प्रमुख सागर जी महाराज ने पहाड़िया तथा पान्डया परिवार के बीच स्वयं उपस्थित होकर चतुर्मास का मंगल कलश स्थापन किया। पूज्य गुरुवर ने राज प्रियल पहाड़िया युगल दंपति को विशेष मंगल आशीर्वाद दिया। राज प्रियल पहाड़िया एक आर्दश युवा जोड़ी है जो सदैव गुरुओं के चरणों से जुड़ी रहती है और असम प्रांत में आने वाले सभी साधु भगवंतो के प्रति श्रध्दा भक्ति के साथ तन मन धन से समर्पित रहती हे।इस अवसर पर दोनों परिवारों ने आचार्यश्री का पादप्रछालन, आरती आदि धार्मिक क्रियाओं का विधिवत रूप से क्रियान्वित किया।
शांति और अहिंसा के पोषक जैनाचार्य 108 प्रमुख सागरजी महाराज के सानिध्य पाने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री के अलावा समय समय पर चातुर्मास के दौरान विशिष्ट राजनेताओं के साथ-साथ अनेकों अहिंसा प्रेमियों को लाभान्वित होने का अवसर प्राप्त हुआ।
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