कांग्रेस से अलग हुए गुलाम नबी आजाद का धमाका: खुद की राजनीतिक पार्टी बनाई, नाम का किया ऐलान, झंडा भी कर दिया लॉन्च
Ghulam Nabi Azad Announces His New Party
Ghulam Nabi Azad Announces His New Party : गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने एक बड़ा धमाका कर दिया है| दरअसल, कांग्रेस से अलग होने के बाद गुलाम नबी आजाद ने अब अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी बनाई है| जिसके नाम का ऐलान आज सोमवार को उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान किया| गुलाम नबी आजाद ने अपनी पार्टी का नाम 'डेमोक्रेटिक आज़ाद पार्टी' (Democratic Azad Party) रखा है| वहीं, गुलाम नबी ने पार्टी से संबंधित झंडा भी लॉन्च कर दिया है|
'डेमोक्रेटिक आज़ाद पार्टी' के बारे में कही यह बात
अपनी नई राजनीतिक पार्टी 'डेमोक्रेटिक आज़ाद पार्टी' के बारे में बात करते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा कि डेमोक्रेटिक यानि डेमोक्रेसी, यह पार्टी पूरी तरह स्वतंत्र होगी। यहां अपनी-अपनी सोच होगी। किसी भी पार्टी या नेता से प्रभावित नहीं होगी और आज़ाद रहेगी| आजाद ने बताया कि, उन्हें नई पार्टी के लिए लगभग 1,500 नाम भेजे गए थे लेकिन हम चाहते थे कि नाम लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण और स्वतंत्र हो|
झंडे के बारे में की बात
वहीं, गुलाम नबी आजाद ने पार्टी के झंडे में भरे गए रंगों के बारे में बात करते हुए कहा कि झंडे में जो सरसों के रंग सा पीला रंग है वह रचनात्मकता और विविधता में एकता को इंगित करता है, जबकि सफेद शांति को इंगित करता है और नीला स्वतंत्रता, खुली जगह, कल्पना और समुद्र की गहराई से आकाश की ऊंचाइयों तक की सीमाओं को इंगित करता है।
26 अगस्त को आजाद ने छोड़ दी थी कांग्रेस
ध्यान रहे कि, गुलाम नबी आजाद ने बीते 26 अगस्त को कांग्रेस से इस्तीफ़ा देकर सबको चौंका दिया था| आजाद ने सोनिया गांधी को पत्र लिखते हुए कहा था कि वह दुर्भाग्यवश ऐसा करने के लिए मजबूर हैं| गुलाम नबी आजाद ने कहा कि घर वालों ने ही उन्हें घर छोड़ने पर मजबूर किया और जहां घर वालों को लगे कि यह आदमी नहीं चाहिए तो अकलमंदी खुद घर छोड़ने में है... आजाद ने कहा कि अब तो मैं कांग्रेस के लिए दुआ ही कर सकता हूं लेकिन कांग्रेस मेरी दुआ से ठीक नहीं होगी उसके लिए दवा चाहिए।
आपको बतादें कि, गुलाम नबी आजाद ने राहुल गांधी पर खूब तंज कसा है| आजाद का कहना है कि जबसे राहुल गांधी ने पार्टी में एक्टिव एंट्री की तबसे पार्टी की गाड़ी पटरी से उतर गई| पार्टी को नुकसान होता चला गया| बतादें कि, गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) कांग्रेस के बड़े पुराने नेता तो थे ही साथ ही उनकी अच्छी राजनीतिक पकड़ के कारण वह कांग्रेस के शीर्ष नेताओं में भी शुमार रहे| गुलाम नबी आजाद ने पार्टी और पार्टी के बाहर विभिन्न अहम् पदों पर काम किया| वह कांग्रेस के जी-23 के गुट के नेता भी रहे|