अपने विधायकों को भाजपा द्वारा रिश्वत की पेशकश के आप पार्टी के आरोप की सी.बी.आई और ई.डी जांच कराई जाए: सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया
अपने विधायकों को भाजपा द्वारा रिश्वत की पेशकश के आप पार्टी के आरोप की सी.बी.आई और ई.डी जांच कराई जा
कहा कि अकाली दल कल इस संबंध में चंडीगढ़ पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराएगा
कहा कि विधानसभा के विशेष सत्र में दिल्ली की तर्ज पर विश्वास मत हासिल करने के लिए यह ड्रामा भी हो सकता है
चंडीगढ़/15सितंबर: शिरोमणी अकाली दल के वरिष्ठ नेता सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने आज वित्तमंत्री हरपाल चीमा के इस आरोप की सी.बी.आई और ई.डी से जांच कराने की मांग की कि भाजपा ने आम आदमी पार्टी के 10 विधायकों को 25-25 करोड़ की पेशकश की थी।
यहां एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि यह इसीलिए भी जरूरी था , क्योंकि आप पार्टी की सरकार ने 24 घंटे के बाद भी दर्ज एफआईआर को न तो सार्वजनिक किया और न ही किसी भाजपा के नेता यां बिचौलियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की। उन्होने कहा, ‘‘ पंजाब में कभी भी इतने बड़े पैमाने पर रिश्वतखोरी का आरोप नही लगा है और चूंकि पंजाब पुलिस इस मामले में कोई कार्रवाई नही कर रही है, इसीलिए मामले को केंद्रीय एजेंसियों को सौंप दिया जाना चाहिए’’। उन्होने कहा कि इस मुददे पर उच्च न्यायालय की निगरानी में जांच भी कराई जा सकती है।
सरदार मजीठिया ने गृहमंत्री अमित शाह से उन आरोपों की गहन जांच कराने की अपील की कि आप विधायकों को लुभाने की कोशिश के दौरान उनके नाम का इस्तेमाल किया गया है। उन्होने कहा ‘‘ यह किसी विशेष पार्टी के बारे में नही है, बल्कि लोकतंत्र और इसकी नींव के लिए एक चुनौती है’’। उन्होने कहा कि अकाली दल अपनी ओर से कल चंडीगढ़ पुलिस में शिकायत दर्ज कराएगा और राज्य के लोगों की भावनाओं और सच्चाई जानने के उनके अधिकार को ध्यान में रखते हुए मामले की गहन जांच की मांग करेगा।
अकाली नेता ने कहा कि रिश्वत के मामले में कई खुलासे हुए हैं। उन्होने कहा, ‘‘ अलग-अलग नेता अलग-अलग आंकड़े दे रहे हैं। अगर चीमा कहते हैं कि दस विधायकों से संपंर्क किया गया था, तो मुख्यमंत्री इस आंकड़े को छह यां सात बता रहे हैं, जबकि अमन अरोड़ा ने आंकड़ा 35 बताया है। उन्होने कहा कि आप पार्टी के नेतृत्व ने दावा किया है कि उसके पास इलेक्ट्रानिक साक्ष्य हैं, लेकिन उसे जनता के साथा साझा नही किया जा रहा है।
सरदार मजीठिया ने कहा कि आप पार्टी राज्य के खजाने की कीमत पर नाटक करने की प्रक्रिया में भी हो सकती है। उन्होने कहा, ‘‘ सरकार उसी तरह से विश्वास मत हासिल करने के लिए विशेष सत्र बुला सकती है, जिस तरह से उसने दिल्ली में किया था’’।
सरदार मजीठिया ने आरोपों के पीछे आप पार्टी की शख्सियत-शीतल अनुग्रह की साख पर भी सवाल उठाए। उन्होने कहा कि वित्तमंत्री ने दावा किया कि अनुग्रह पर हमला किया गया था, लेकिन सार्वजनिक क्षेत्र में इस बारे में कोई जानकारी नही है। यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि अनुग्रह को भाजपा की ओर से जान से मारने की धमकी मिली थी। उन्होने यह साबित करने के लिए गृहमंत्री अमित शाह सहित भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ अनुग्रह की कई तस्वीरें दिखाईं ताकि यह साबित हो सके कि अनुग्रह के भाजपा के साथ बहुत सौहार्द्रपूर्ण संबंध थे। उन्होने यह भी खुलासा कि अनुग्रह की गवाही पर विश्वास नही किया जा सकता, क्योंकि उनके खिलाफ नाबालिंग लड़की के अपहरण , हत्या के प्रयास, जुआ और शराब की तस्करी सहित नौ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
एक सवाल का जवाब देते हुए सरदार मजीठिया ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पंजाब में कार निर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए बीएमडब्ल्यू के बारे में झूठ बोलकर पंजाब की प्रतिष्ठा का े कम किया है। उन्होने अग्निपथ योजना पर दोहरा मापदंड अपनाने के लिए आप पार्टी की सरकार की आलोचना की। उन्होने कहा कि श्री भगवंत मान ने विधानसभा में इस योजना का विरोध किया था, लेकिन अब वह इसका समर्थन कर रहे हैं।