बिग ब्रेकिंग: प्रधानमंत्री की पग बांधते-बांधते हुई नजदीकियां, किसान सतनाम संधू को राज्य सभा भेजकर दिया बड़ा तोहफा..... देखे सतनाम संधू की पूरी कहानी
- By Vinod --
- Tuesday, 30 Jan, 2024
Gave a big gift to farmer Satnam Sandhu by sending him to Rajya Sabha
Gave a big gift to farmer Satnam Sandhu by sending him to Rajya Sabha- चंडीगढ़ (साजन शर्मा)। पंजाब के फिरोजपुर जिले के छोटे से गांव रसूलपुर के एक किसान सतनाम सिंह संधू को मंगलवार को राज्यसभा के लिये मनोनीत कर लिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नजदीकियों का उन्हें भरपूर फायदा मिला और इसी की बदौलत उन्हें यह तोहफा हासिल हुआ।
सूत्र बताते हैं कि सतनाम संधू नरेंद्र मोदी की गुड बुक्स में हैं। वह उन्हें इस कदर पसंद करते हैं कि अगर कभी किसी कार्यक्रम के लिये उन्हें सिखों की आन बान शान पगड़ी सजानी हो तो इसके लिए सतनाम संधू को विशेष तौर पर दिल्ली बुलाया जाता है। इतना ही नहीं किसान आंदोलन के दौरान भी उन्होंने सरकार व किसानों के साथ समझौता कराने के लिए मंत्रियों के साथ खूब मशक्कत की। चूंकि संधू खुद पंजाबी जट्ट परिवार से हैं लिहाजा उन्हें भी केंद्र सरकार की ओर से किसानों से बातचीत के लिये आगे किया गया।
संधू शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी खूब बढ़चढ़ कर आगे आए। उन्होंने चंडीगढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस पर चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं व अन्य सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से बहुत बड़े स्तर पर रक्तदान कैंप लगाये। मोदी के विदेश प्रवास के दौरान भी प्रधानमंत्री से पहले टीम के साथ पहुंचते थे और कई देशों में बड़े कार्यक्रम आयोजित करने में संधू की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
मानव संसाधन के साथ साथ आर्थिक तौर पर भी उन्होंने कार्यक्रमों को कभी फीका नहीं पडऩे दिया। यहीं से वह चहेते संधू बनते चले गये। सतनाम सिंह संधू ने खुद को राज्यसभा में मनोनीत करने के लिए शीर्ष भाजपा नेतृत्व का धन्यवाद किया है और कहा कि वह अथक मेहनत से और ईश्वर की असीम अनुकम्पा से इस मुकाम तक पहुंचे हैं।
मैं खुशनसीब, पीएम की पग बांधने का मिला मौका: संधू
मंगलवार को राज्यसभा में मनोनीत होने पर शिक्षाविद् सतनाम संधू ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पगड़ी बांधने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने हवाई जहाज में चढऩे से पहले दैनिक अर्थ प्रकाश से बातचीत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न केवल मेरे प्रेरणा स्रोत हैं बल्कि मार्ग दर्शक भी हैं। परमात्मा ने जो सबब और मौका दिया उसके लिए मैं शुक्रगुजार हूं। इस काम में सफल होने के लिए मैं पूरी तरह समर्पित रहूंगा। उन्होंने कहा कि छोटे से गांव से यहां तक पहुंचने के लिए अथक मेहनत की और जो भी काम पकड़ा, उसे जी-जान से पूरा किया। अपने शुरुआती दिनों में चुनौतियों का भी खूब सामना किया, लेकिन बावजूद इसके आगे बढ़ऩे का जज्बा नहीं छोड़ा।
मोदी ने दी सतनाम संधू को बधाई
पीएम नरेंद्र मोदी ने सतनाम संधू को बधाई दी है। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट करते हुए कहा कि मुझे खुशी है कि राष्ट्रपति ने सतनाम सिंह संधू को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। सतनाम ने खुद को एक प्रसिद्ध शिक्षाविद् और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में प्रतिष्ठित किया है, जो विभिन्न तरीकों से जमीनी स्तर पर लोगों की सेवा कर रहे हैं। पीएम ने कहा कि उन्होंने हमेशा राष्ट्रीय एकता को आगे बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया। भारतीय प्रवासियों के साथ भी काम किया है। मैं उन्हें उनकी संसदीय यात्रा के लिए शुभकामनाएं देता हूं। मुझे विश्वास है कि राज्यसभा की कार्यवाही उनके विचारों से समृद्ध होगी।
वक्त के थपेड़ों ने बुलंदी पर पहुंचा दिया
संधू का शुरुआती जीवन कठिनाइयों से भरा रहा। इस खराब दौर ने संधू को ऐसा सबक और अनुभव प्रदान किया कि उन्होंने बाद में पीछे मुडक़र नहीं देखा और सफलता की सीढिय़ों की ओर तेजी से कदम बढ़ाये। वक्त के थपेड़ों ने उनमें ऐसा हुनर पैदा कर दिया कि जिसने आगे बढऩे में खूब मदद की। पहले तो मोहाली के साथ लगते लांडरा में शिक्षा के क्षेत्र में छोटी सी लौ जलाई, जो बाद में पूरा दीया बन गई। हजारों छात्र-छात्राएं उनके लगाए गए इस शिक्षा के पेड़ तले खुद को तराश रहे हैं। उनके पिता रसूलपुर गांव के छोटे से किसान थे। पिता को अथक मेहनत करते देख, उनके दिल में पिता की मदद करने का जज्बा उमड़ा। वह भी किसानी में उतर पड़े लेकिन यहां मेहनत ज्यादा और नतीजे कम थे लिहाजा दिशा बदली और फिर सब कुछ बदल दिया। उन्होंने शिक्षा की अलख जगाने का जिम्मा संभाला और शिक्षाविद के साथ साथ समाजसेवी भी बन गए। सतनाम सिंह संधू ने 2001 में मोहाली के लांडरां में चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेज की नींव रख शिक्षा के क्षेत्र में एक कदम आगे बढ़ाया। इसके बाद उन्होंने खरड़ के पास लुधियाना रोड पर चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की स्थापना की। फिलहाल वह इस यूनिवर्सिटी के चांसलर हैं और देश के चुनिंदा शिक्षाविदों में से एक होने के साथ साथ सामाजिक क्षेत्र में भी खूब जोरशोर से काम कर रहे हैं। संधू युवाओं की मदद के लिए हमेशा खड़े रहे। उन्होंने क्वालिटी एजुकेशन देने के लिए लाखों स्टूडेंट्स की वित्तीय सहायता की। संधू इंडियन माइनोरीटिज फाउंडेशन और न्यू इंडिया डेवलपमेंट फाउंडेशन के माध्यम से सेहत और कल्याण के क्षेत्र में सुधार और सांप्रदायिक सद्भाव को आगे बढ़ाने के लिये सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने देश में राष्ट्रीय एकता के लिए और विदेशों में प्रवासी भारतीयों के साथ बड़े पैमाने पर काम किया है।
गृह मंंत्रालय की ओर से जारी हुए आदेश
मंगलवार को गृह मंत्रालय की ओर से सतनाम सिंह संधू को राज्यसभा में मनोनीत करने के संबंध में जानकारी दी गई। संविधान के अनुच्छेद 80 के खंड (1) के उप-खंड (ए) तहत राष्ट्रपति ने सतनाम सिंह संधू को राज्यसभा सांसद के तौर पर नामित किया। सतनाम सिंह संधू को मंगलवार को राज्यसभा का मनोनीत सदस्य चुने जाने पर भारत के उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उन्हें शुभकामनाएं दी और अपने संदेश में कहा कि सामुदायिक सेवा में उनका समृद्ध कार्य, शिक्षा, इनोवेशन और सीखने के प्रति जुनून राज्यसभा के लिए ताकत का बड़ा स्रोत होगा।
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