'बोर्ड से हट जाओ...' Raymond ग्रुप में हलचल, क्या फिर बढ़ने वाली हैं Gautam Singhania की मुश्किलें?
Raymond Group
रेमंड ग्रुप (Raymond Group) में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है और गौतम सिंघानिया (Gautam Singhania) की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती हुई नजर आ रही हैं. दरअसल, ग्रुप की इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टमेंट एडवाइजरी फर्म IiAS ने कथित तौर पर उनसे बोर्ड से हटने के लिए कहा है और इसके साथ ही इसी महीने होने वाली एजीएम (Raymond AGM) में गौतम सिंघानिया की बोर्ड में पुनर्नियुक्ति के खिलाफ वोटिंग की अपील की है. इसके लिए एडवाइजरी फर्म ने सिंघानिया फैमिली में विवाद और कंपनी फंड के दुरुपयोग का हवाला दिया है.
एजीएम में सिंघानिया के खिलाफ वोटिंग की अपील
बिजनेस टुडे पर छपी रिपोर्ट के मुताबिक, एडवाइजरी फर्म IiAS ने कहा है कि गौतम सिंघानिया को बोर्ड से हटाए जाने की सिफारिश के पीछे कई कारण हैं और इनमें सबसे अहम उनके अनसुलझे तलाक का मुद्दा, घरेलू हिंसा और रेमंड कंपनी के फंड के दुरुपयोग के आरोप शामिल हैं. इन मुद्दों के मद्देनजर 27 जून को प्रस्तावित रेमंड का सालाना आम बैठक में स्टेकहोल्डर्स से Gautam Singhania के खिलाफ वोट डालने की अपील की गई है. आईआईएएस ने सिफारिश की है कि जब तक ये सभी मामले सुलझ नहीं जाते और स्वतंत्र जांच के नतीजे सार्वजनिक नहीं हो जाते, तब तक गौतम सिंघानिया और नवाज मोदी दोनों को बोर्ड से दूर रखा जाए.
'Raymond बोर्ड ने नहीं दिया अपडेट...'
गौरतलब है कि करीब 6000 करोड़ रुपये कीमत के JK House से निकलकर सड़क पर पहुंचे Gautam Singhania-Nawaz Modi के तलाक का मुद्दा लंबे समय तक सुर्खियों में रहा था और इस दौरान नवाज मोदी ने सिंघानिया पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. हालांकि, इन चिंताओं के बावजूद, रेमंड के बोर्ड ने उन्हें पांच साल के कार्यकाल के लिए फिर से नियुक्त करने का प्रस्ताव दिया था. अब इस प्रस्ताव के खिलाफ संस्थागत निवेश सलाहकार फर्म IiAS ने कथित तौर पर कहा है कि कंपनी बोर्ड ने दिसंबर 2023 में अपने आखिरी बयान के बाद से कोई अपडेट नहीं दिया है और यह भी स्पष्ट नहीं है कि इन आरोपों की स्वतंत्र जांच की गई है या नहीं.
इस मामले पर भी जाहिर की चिंता
एडवाइजरी फर्म ने इस बात पर भी जोर दिया कि शेयरहोल्डर्स (Raymond Shareholders) को कंपनी को उसके प्रमोटरों के बीच आंतरिक विवादों से बचाने की जरूरत है. आईआईएएस ने गौतम सिंघानिया के पारिवारिक विवादों का असर कंपनी पर पड़ने की चिंताओं को लेकर उन्हेंन बोर्ड से हटाए जाने की सिफारिश करने के साथ ही उनके प्रस्तावित पारिश्रमिक के बारे में भी चिंता जाहिर की है. फर्म का मानना है कि जुलाई 2024 से जून 2027 तक प्रस्तावित सैलरी स्ट्रक्चर रेग्यूलेटर लिमिट से ज्यादा हो सकती है.
बुधवार को रेमंड के शेयर में गिरावट
गौतम सिंघानिया की पत्नी नवाज मोदी ने उनके ऊपर घरेलू हिंसा और कंपनी के फंड का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है. IiAS ने इन गंभीर आरोपों पर बोर्ड की चुप्पी की आलोचना करते हुए कहा है कि इससे निवेशकों में काफी चिंता पैदा हुई है, जो रेमंड के शेयर की वैल्यू में उल्लेखनीय गिरावट का कारण बन सकती है. बता दें Raymond Share बुधवार को शेयर बाजार (Stock Market) में कारोबार के दौरान खबर लिखे जाने तक सुबह 10.30 बजे पर 1.74 फीसदी की गिरावट के साथ 2444.60 रुपये पर ट्रेड कर रहा था.