गौरव मिन्हास ही मैहतपुर के गोदाम में चला रहा था नकली शराब का धंधा, पुलिस पूछताछ में खुलासा
- By Arun --
- Sunday, 04 Jun, 2023
Gaurav Minhas was running the business of spurious liquor in Mehatpur's godown, revealed in police i
ऊना:हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में नकली होलोग्राम और मार्का स्टीकर वाली शराब मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी गौरव मिन्हास उर्फ गोरु ने पुलिस पूछताछ में बड़े खुलासे किए हैं। मैहतपुर में किराये के गोदाम में नकली शराब का धंधा गौरव ही चला रहा था। गौरव को शनिवार दोपहर सीजेएम ऊना की अदालत में पेश किया, जहां से उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया। पुलिस ने आरोपी से मैहतपुर गोदाम की निशानदेही भी करवाई है। पूछताछ में सामने आया कि बीते 17 मई से उसने नकली शराब का कारोबार शुरू किया था। उसी दिन गौरव की अनुशंसा पर आरोपी अश्वनी के नाम पर गोदाम का रेंट एग्रीमेंट किया था। गोदाम में चार श्रमिक रखे थे, जो अब फरार हैं। मात्र 10 दिन में ही पुलिस ने इस कारोबार का भंडाफोड़ कर दिया।
आरोपी गौरव ने बताया कि मैहतपुर औद्योगिक क्षेत्र में लिए किराये के गोदाम में नकली शराब बनती थी। इसके लिए पानी ग्वालथाई से मंगवाया जाता था, जबकि स्प्रिट अवैध रूप से मंगवाई जाती थी। स्प्रिट से भरे 40 ड्रम ऊना मंगवाए गए थे। इनमें से 10 ड्रम पुलिस ने बरामद किए हैं। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि दस दिन में कितनी पेटी नकली शराब बनाई गई थी। सूत्र के अनुसार इस पूरे कारोबार में स्प्रिट, पानी व सप्लाई का काम अलग-अलग लोग करते थे। शातिर नकली शराब बेचने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन इस बीच पुलिस के हत्थे दो शातिर 45 पेटी शराब के साथ चढ़ गए।
शराब जहरीली है या नहीं, आरएफएसएल की रिपोर्ट से होगा खुलासा
ऊना पुलिस ने इस मामले में अब तक कुल 420 नकली शराब पेटी बरामद की है। शराब जहरीली है या नहीं, इसका खुलासा आरएफएसएल रिपोर्ट से होगा।
मंडी जहरीली शराब से तार, उसी तर्ज पर हो सकता है पूरा रैकेट
ऊना जिले में बन रही नकली शराब के तार मंडी जहरीली शराब मामले से जुड़े हैं। आरोपियों के नामों का खुलासा गौरव मिन्हास ने किया है। इस पूरे नेटवर्क के मंडी की तरह ही काम करने की आशंका है।
यह है पूरा मामला
बीती 26 मई की रात को ऊना के बहडाला लिंक रोड पर पुलिस ने दो आरोपियों के कब्जे से 45 शराब पेटी बरामद की थी। आबकारी विभाग की जांच में शराब बोतल में लगे होलोग्राम व मार्का स्टीकर नकली पाए गए। आरोपियों की निशानदेही पर मैहतपुर स्थित एक गोदाम में 375 पेटियां शराब बरामद कीं। इसके बाद 30 मई को ऊना में स्प्रिट से भरे 10 ड्रम बरामद किए गए। इसके अलावा 30 अन्य ड्रम स्प्रिट से भरे ऊना पहुंचे थे। मौके से जले हुए स्टीकर भी मिले थे।
आरोपी से पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं। आरोपी की बताई बातों की जांच की जा रही है। शराब नकली है, यह अब तक जांच में सामने आया है। कांगड़ा जिले के पालमपुर में भी स्प्रिट के दस ड्रम गए हैं, इसकी सूचना मिली है।
-अर्जित सेन ठाकुर, पुलिस अधीक्षक ऊना
सात घंटे अभियान चलाकर खंगाली रात्रि वोल्वो और अन्य बसें
नकली होलोग्राम और मार्का स्टीकर वाली शराब को लेकर राज्य कर एवं आबकारी विभाग की जांच जारी है। मामले की पुलिस अलग से जांच कर रही है। विभागीय टीमें वोल्वो बसों समेत अन्य वाहनों में भी इस तरह की शराब सप्लाई होने की आशंका पर चेकिंग कर रही हैं। शनिवार सुबह तीन से 10 बजे तक दो विभागीय टीमों ने सर्च अभियान चलाया। इस दौरान वोल्वो बसों के अलावा अन्य बसों और वाहनों की जांच की गई। नकली होलोग्राम और मार्का स्टीकर वाली शराब व अवैध रूप से सप्लाई की जा रही स्प्रिट को लेकर भी जांच की गई। हालांकि, इस तरह की कोई चीज बरामद नहीं हुई, लेकिन बिना जीएसटी लाया जा रहा सामान जरूर पकड़ा गया। विभागीय जांच में सामने आया कि बिना बिल दिल्ली से कुर्सियां, रेडिमेड सामान, मूर्तियां और अन्य सामान लाया जा रहा है। टीम ने करीब 70 हजार रुपये जुर्माना भी वसूला। विभाग को आशंका थी कि फर्जी तरीके से स्प्रिट लाने के लिए अन्य माध्यम भी शातिर अपना सकते हैं। ऐसे में विभाग ने रात्रि बसों और वाहनों की जांच करने का फैसला लिया। अवैध रूप से ऊना जिले में करीब 40 ड्रम स्प्रिट से भरे पहुंचाए जा चुके हैं। इनमें 10 ड्रम पुलिस ने कब्जे में लिए हैं।
दो बार 30 स्प्रिट ड्रम पालमपुर भेजे
अवैध रूप से स्प्रिट की खेप बरामद होने के बाद विभाग लगातार स्प्रिट की ट्रांजेक्शन को खंगाल रहा था। जांच में सामने आया है कि शातिरों ने दो बार पालमपुर में एक फर्म के नाम से 30 ड्रम स्प्रिट के भेजे हैं। इसका इनपुट कांगड़ा जिले के अधिकारियों के साथ भी साझा किया। टीमें मौके पर भेजी गईं, लेकिन मौके से कोई तथ्य नहीं मिले। कांगड़ा में भी विभागीय टीमें नकली होलोग्राम व मार्का स्टीकर वाली शराब को लेकर नजर रख रही हैं।
विभाग मामले में अपने स्तर पर दस्तावेज खंगाल रहा है। हर पहलू को ध्यान में रखते हुए जांच की जा रही है। पुलिस विभाग को सभी आवश्यक दस्तावेज मुहैया करवाए जा रहे हैं।
- विनोद डोगरा, उपायुक्त, राज्य कर एवं आबकारी विभाग ऊना