चंडीगढ़ पुलिस के साथ पंजाब AGTF का बड़ा ऑपरेशन; गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के 3 गुर्गे पकड़े, 19 जनवरी को शहर में गोलियां चलाईं थीं
Gangster Goldy Brar 3 Operatives Arrested By Punjab AGTF Chandigarh Police
Goldy Brar Operatives Arrested: चंडीगढ़ पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के साथ एक संयुक्त ऑपरेशन कर पंजाब AGTF ने गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के 3 गुर्गों को पकड़ा है। पंजाब डीजीपी गौरव यादव ने इस संबंध में जानकारी दी। डीजीपी ने बताया कि, चंडीगढ़ पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के साथ एक संयुक्त ऑपरेशन में एजीटीएफ पंजाब ने तेजी से कार्रवाई करते हुए कनाडा बेस्ड गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के 3 गुर्गों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। ये तीनों गुर्गे 19 जनवरी 2024 को चंडीगढ़ के एक आवासीय क्षेत्र में गोलीबारी की घटना में शामिल थे।
बिहार भाग गए थे, गोरखपुर पुलिस ने भी सहयोग किया
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि, अपराध को अंजाम देने के बाद ये गुर्गे बिहार भाग गए थे। इन्हें बिहार से उत्तर प्रदेश आते समय ट्रैक किया गया और गोरखपुर पुलिस के सहयोग से गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर पकड़ लिया गया। डीजीपी ने कहा कि, सीएम भगवंत मान के निर्देशानुसार पंजाब पुलिस आपराधिक नेटवर्क को नष्ट करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
Acting swiftly #AGTF Punjab in a joint operation with #Chandigarh Police & Central Agencies, has succeeded in arresting 3 operatives backed by foreign-based Gangster Goldy Brar
They were involved in a firing incident at a residential area in Chandigarh on 19 January 2024 (1/3) pic.twitter.com/VdxZ8FHEmQ
कल भी AGTF ने पकड़े थे गोल्डी बराड़ के दो गुर्गे
इससे पहले शनिवार को भी पंजाब AGTF ने एक बड़ी हासिल करते हुए लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग के मनदीप सिंह और जतिंदर सिंह गिरफ्तार किया था। इनमें से मनदीप ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल आरोपियों को ठिकाने मुहैया कराए थे और 2017 में गैंगस्टर दीपक टीनू को भागने में भी मदद की थी। दोनों ही आरोपियों का आपराधिक इतिहास है और इनके खिलाफ पंजाब, चंडीगढ़ और हरियाणा में हत्या के प्रयास, जबरन वसूली, डकैती, शस्त्र अधिनियम के कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। दोनों के पास से 2 पिस्तौल व 12 जिंदा कारतूसों की बरामदगी हुई थी। डीजीपी ने बताया था कि, दोनों गिरफ्तार आरोपियों को उनके विदेशी-आधारित आकाओं द्वारा प्रतिद्वंद्वी गैंगस्टरों की टार्गेट किलिंग काम सौंपा गया था।