गाजीपुर में दिनदहाड़े गंगा किन्नर की गोली मारकर हत्या, एक साल पहले भी हुआ था जानलेवा हमला
Ganga Kinnar Shot Dead
Ganga Kinnar Shot Dead: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक किन्नर की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इस घटना को लेकर किन्नर समाज में आक्रोश है. बताया जा रहा कि किन्नर पर करीब 11 महीने पहले भी जानलेवा हमला हुआ था.
घटना नंदगंज इलाके की है, जहां रविवार दोपहर करीब 3 बजे 25 वर्षीय किन्नर गंगा अपने चालक आशीष के साथ नंदगंज के एक कपड़े की दुकान पर कपड़े खरीदने गए थे. उस दौरान हमलावर भी वहां पहुंचे और दुकानदार से जींस दिखाने को कहा. जैसे ही दुकानदार जींस दिखाने के लिए मुड़ा, हमलावर ने गंगा के सिर में गोली मार दी और फिर फरार हो गए.
घटना की जानकारी होते ही अपर पुलिस अधीक्षक नगर ज्ञानेंद्र प्रसाद मौके पर पहुंचे और दुकान के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला. हत्यारे कौन हैं, यह फिलहाल स्पष्ट नहीं हो सका है.
किन्नर समाज और वर्चस्व की जंग
किन्नर अपने जजमानों के खुशियों में शामिल होकर उनसे न्योछावर प्राप्त करते हैं, जिससे उनका जीवन चलता है. किन्नरों के इलाके का बंटवारा होता है और हर किन्नर का अपना क्षेत्र होता है. वे दूसरे के इलाके में हस्तक्षेप नहीं करते. जानकारी के मुताबिक, गंगा का एक गुट जो सैदपुर इलाके में रहता था, नंदगंज पर अपना कब्जा जमाना चाहता था. यह बात दूसरे किन्नरों को नागवार लगी और इस विवाद ने हिंसक रूप ले लिया.
किन्नरों का हंगामा और पुलिस की कार्रवाई
घटना के बाद किन्नर समाज के लोग थाने पहुंच गए और देर शाम तक हंगामा किया. किन्नर समाज ने अपने कपड़े भी उतार दिए और हत्या के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. गंगा के पिता ने चार आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी और हत्या का मुकदमा दर्ज कराया. अगले दिन सोमवार को किन्नर समाज ने नंदगंज बाजार में हंगामा किया और दुकानों को बंद करवा दिया.
कुछ किन्नरों ने बाजार में पत्थरबाजी भी की. इस बीच, पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तुरंत कार्रवाई की. किन्नरों के महामंडलेश्वर भी नंदगंज पहुंचे और उन्होंने पुलिस अधिकारियों से मिलकर हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की. गंगा की हत्या ने किन्नर समाज को अंदर से हिला दिया है. यह घटना साफ दिखाती है कि किन्नर समाज में भी वर्चस्व की लड़ाई चल रही है, जो कभी कभी हिंसा में बदल जाती है.